एक कहावत है- “दुनिया हमारे बारे में क्या सोचती है, ये भी अगर हम ही सोचने लगे तो दुनिया क्या सोचेगी”.
मॉर्डन युग में ये कहावत कई लोगों पर एकदम फ़िट बैठती है. हर इंसान की ज़िंदगी में एक ऐसा समय आता है जब वह दूसरों की परवाह करना छोड़ देता है. उन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या सोच रहे हैं. कुछ लोग बुढ़ापे में इस ज्ञान को पा लेते हैं, तो कुछ पैदा ही इस चीज़ के साथ होते है. दरअसल हमें लगभग रोज़ ही कुछ तय सोशल कोड्स का पालन करना पड़ता है. समाज में हमें कैसे पेश आना है, इसकी एक तय रुपरेखा होती है. इससे अलग बर्ताव करने पर या तो लोग हंसी के पात्र बन जाते हैं, या फ़िर उन्हें अपनी आदतें सुधारने के लिए कहा जाता है. लेकिन कुछ लोग मस्तमौला होते हैं. इन लोगों के लिए न उम्र की सीमा होती है और न ही किसी तरह का बंधन. परिस्थितियां चाहे कैसी भी हों, लेकिन अपनी धुन में सवार बेपरवाह लोग हमेशा आपको चिल करते हुए ही मिलेंगे.
नीचे दी गई तस्वीरों में आप ऐसे ही कुछ लोग देखेंगे, जिनकी हरकतें देख कर आपको हंसी और गुस्सा आ सकता है और कई बार आपके मुंह से निकलेगा कि अपनी मर्ज़ी के असली मालिक तो यही हैं बॉस!
1. इस बच्चे का नाम कार्टर है. इसने दरवाजा खटखटाया, आइसक्रीम मांगी और चलता बना. इसके चेहरे के भाव सब बयां कर रहे हैं.
2. बुढ़ापा इज़ जस्ट ए स्टेट ऑफ माइंड.
3. कार पलट गई तो ये दंपती मुस्कुराते हुए पोज़ देने लगे. आंटी तो और भी ज़्यादा चिलर हैं.
4. जीसस के जन्म के समय ये स्पाइडरमैन कहां से आ गया?
5. जिम में एक्सरसाइज़ करना सामान्य लोगों का काम है. महान लोग नींबू पानी की चुस्कियां लेते हैं.
6. दो बातें तय है. 1 – अंकल म्यूज़िक के ज़बरदस्त फैन हैं. 2 – अंकल को नई टेक्नोलॉजी से बिलकुल लगाव नहीं है.
7. इनकी पोती इन्हें 1100 मील दूर से मिलने आई, लेकिन दादी पिक्चर देखने में बिज़ी है.
8. क्या भीड़ लगा रखी है? थोड़ा गेम खेल लेने दो.
9. घोड़े को पेंट कर उसे ज़ेबरा कौन बनाता है भाई?
10. ये भाई असली इंजीनियर है.
11. काम बहुत है. लेकिन पहले थोड़ा रिलैक्स कर लेते हैं.
12. बॉस नौकरी पर सोने नहीं देता तो इन भाई साहब ने ये तिकड़म लगा दी.
13. आंटी को फ़र्क नहीं पड़ता कि कोई उनके बारे में क्या सोच रहा है.
14. अंकल को फ़र्क नहीं पड़ता कि पब्लिक में पॉर्न देखने पर उनके बारे में कौन क्या सोच रहा है.
15. हमारे समय में ऐसी क्लासें क्यों नहीं थीं?
16. इस गली के पार एक घर जल रहा था. फ़ायर ट्रक और पुलिस वालों का तांता लगा था, लेकिन इन मोहतरमा को बस झूला झूलने से मतलब है.