‘जुगाड़’ सिर्फ़ हमारा ही जन्मसिद्ध अधिकार नहीं, दूसरों का भी है. फर्क इतना है कि हमारे जुगाड़ मजबूरी के कारण किये जाते हैं और इनके आलस्य की वजह से. पर असली क्रिएटिविटी तो ऐसे ही निकलती है दोस्त. देखिये इन तस्वीरों में इन लोगों का अखंड जुगाड़. कुछ तो बहुत सही हैं, कुछ बहुत ही बेतुके.

1. डेंट? कहां है डेंट?

2. इसे कहते हैं सोफ़ा कम चेयर

3. प्लान तो ट्रक लेने का था, लेकिन पैसे नहीं बचे… इसलिए ये!

4. ये तो काम का जुगाड़ है

5. क्या टीमवर्क है!

6. अमेज़िंग कैमरावर्क

7. जब एग्ज़ाम के दिन एक चैप्टर पढ़ना बचा हो

8. नया फ्लेवर: शिमला मिर्च चाय

9. खेल-खेल में ऐसा भी हो जाता है

10. बाइक-टेम्पो

11. क्योंकि ये आराम का मामला है

12. सिक्के में चाभी है या चाभी में सिक्का?

13. जुगाड़ का भी सही समय होता है

14. ये तो पक्का किसी देसी का जुगाड़ है

15. नए ज़माने के नए हेडफोन्स

16. रेडियो डब्बा!

17. चिट्ठी आयी है

18. कुंडी न खड़काओ राजा, कपड़े धुलने दो राजा

19. ये भाई साइकिल उछालता है

20. शाही सवारी

21. खाली बियर बोतलों से क्या किया जाए? आईडिया!

22. ग्रेट खली की कुर्सी है ये तो…

23. ये भी कमाल है

24. फटा दरवाज़ा, निकला पोस्टर

25. व्हील? या चेयर?

नए ज़माने के कवि ने कहा है कि ‘काम जब बन जाए पहाड़, तो कर ले कोई जुगाड़’