कुछ लोग बोलने से पहले तोलते हैं, कुछ लोग कुछ भी बोलते हैं और कुछ लोग बड़ा ही अजीब बोलते हैं. अंग्रेज़ी और हिंदी की ऐसी धज्जियां उड़ाते हैं कि अगर हिंदी और अंग्रेज़ी सुन लें, तो इनको बहुत मारे. जब मैं सुनती हूं, तो मेरे मन में तो यही आता है कि बोल दूं, भाई सही से बोल लो, ताकि समझ आए हंसी नहीं आई.

आइए, थोड़ा आप भी हंस लीजिए:

अब बोलने से पहले Think सोचिएगा ज़रूर!