फ़िल्म ‘वेलकम’ का आपको वो सीन तो याद होगा जिसमें शेट्टी गैंग के गुंडों को गुब्बारे फुलाने की सज़ा मिलती है, क्योंकि उन्होंने उदय शेट्टी के जन्मदिन पर कम गुब्बारे लगाए थे. लगता है फ़िल्म का वो सीन Painesville, Ohio के न्यायाधीश Michael Cicconetti से प्रेरित है.

ये जज साहब थोड़े हट के हैं. इनकी सज़ा कुछ ऐसी होती है कि सांप भी मर जाता है और लाठी भी नहीं टूटती. इस सज़ा को Cicconetti ‘क्रिएटिव जस्टिस’ कहते हैं. ये अधिकतर केस में अपराधियों को सज़ा नहीं देते, बल्कि उनसे प्रायश्चित कराते हैं और वो सज़ा वैसी ही होती है, जैसी आपने फ़िल्म में देखी होगी.
इनकी सज़ाओं के कुछ नमूने हाज़िर हैं!
1. पार्क से कंडोम बटोरने की सज़ा!

जब पार्क में एक लड़का-लड़की सेक्स करते पकड़े गए तो उन्हें मिल गई उस पार्क को साफ़ करने की सज़ा. इसमें उन्हें इस्तेमाल किए हुए कंडोम बंटोरने थे. सिर्फ़ इतना ही नहीं, उन्हें शहर के अख़बार में लोगों से माफ़ी मांगते हुए विज्ञापन भी छपवाना पड़ा.
2. जंगल में एक रात भूखा-प्यासा बिताने की सज़ा

एक महिला ने 35 बिल्ली के बच्चों को जंगल में अकेले छोड़ दिया. जब ये केस जज साहब के सामने आया, तो उन्होंने महिला को एक रात जंगल के बीच भूखी-प्यासी और बिना टेंट के बिताने की सज़ा दी. सर्दी का लिहाज़ करते हुए Cicconetti जी ने उसे सिर्फ़ आग तापने की अनुमति दी.
3. सुअर और पुलिस दोनों की इज़्ज़त करनी सिखाई

एक व्यक्ति ने पुलिस को सुअर कह दिया, जिसके बदले उसे शहर के एक किनारे सुअर के साथ खड़े रहने की सज़ा मिली. इसी के साथ उसे एक बोर्ड लेकर खड़ा होना था, जिस पर लिखा था ‘This is not a police officer.’
4. शराबी ड्राइवर को मुर्दाघर में रात बितानी पड़ी

जब एक व्यक्ति को शराब पीकर ड्राइव करते पकड़ा गया, तो उसे मुर्दा घर में रात बितानी पड़ी. जिन दो लाशों के पास उसे रात बितानी पड़ी, उनकी मौत शराब पी कर गाड़ी चलाने से हुई थी.
5. 48 किलोमीटर पैदल चलने की सज़ा

एक महिला अपनी टैक्सी का किराया नहीं दे पाई, तो उसे उतनी ही दूरी पैदल चलने की सज़ा मिली. ये महिला 48 किलोमीटर पैदल चली थी.
6. सड़कों पर बेघर की तरह दिन बिताने की सज़ा

एक व्यक्ति ने सैल्वेशन आर्मी के दानपात्र को चुरा लिया, बदले में उसे मिल गई भिखारी की तरह सड़क पर दिन बिताने की सज़ा.
7. स्कूल के लिए पिकनिक प्लैन करने की सज़ा

हाई स्कूल के कुछ बच्चों ने बस के टायर को पंचर कर दिया. इस कारण छोटी क्लास के बच्चों की पिकनिक टाल दी गई. जज साहब ने इन नालायाकों को स्कूल का पिकनिक फिर से प्लैन करने की की सज़ा सुनाई.
8. Mary और Joseph बन कर गधों के साथ शहर में टहलने की सज़ा

दो युवाओं ने जीसस के स्टैचू पर 666 लिख दिया. इस पर जज साहब ने उन्हें Mary और Joseph की तरह कपड़े पहन कर गधों के साथ शहर में घूमने की सज़ा दी.
बताया जाता है कि जज साहब की ऐसी अतरंगी सज़ाओं के बाद कोई भी दोबारा वैसी गलती नहीं करता था.
अंकल तो जॉली एल.एल.बी. के सौरभ शुक्ला की तरह लगते हैं!
