आज कल हर जगह बस भाई-भाई हो रहा है. अरे क्योंकि राखी का त्योहार जो नज़दीक है. राखी आते ही बाज़ार मिठाईयों और राखियों से सज गईं हैं. इसके साथ ही सारी बहनों को भईयों के गिफ़्ट का इंतज़ार है. ख़ैर, ये बातें तो होती रहेंगी पर पहले ये बताइये कि क्या आपने भाई शब्द को लेकर एक ख़ास चीज़ नोटिस की है?
मतलब आज से कुछ दशक पहले तक भाई का मतलब सिर्फ़ भाई होता था. वो भाई जो अपनी बहन से झगड़ता भी था और रक्षक की तरह साथ भी रहता था. पर आज कल भाई का मतलब ही बदल गया है. मतलब अब ये शब्द या रिश्ता सिर्फ़ बहन तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि भाई शब्द के और भी कई सारे मतलब होते हैं.
आइये जानते हैं इस देश में कितने तरह के भाई बन चुके हैं:
1. जब किसी का नाम न पता हो, तो उसे भी भाई कह कर बुलाते हैं.

2. किसी भी इलाके के गुंडे को उसके चमचे भाई ही कहते हैं.

3. अपने सल्लू भाई को भी जनता भाई कह कर पुकारना पसंद करती है.

4. दोस्तों से काम कराना हो, तो कहना ही पड़ता है कि तू मेरा भाई नहीं है!

5. बातचीत के दौरान कई लोग बोल देते हैं कि भाई पहले मेरी बात सुनो.

6. किसी के साथ कोई रिश्ता न समझ आये, तो उसे भाई बोल दो.

7. रिक्शे वाले से लेकर दूधवाले तक को हम भईया ही कहते हैं.

8. ऑफ़िस की दोस्ती भी अकसर भाईगिरी में तब्दील हो जाती है.

अब आप भी बताओ हमने कुछ ग़लत तो नहीं बताया. भाई अगर सच में ऐसा है न तो कमेंट में बता देना भाई.