कॉलेज हमारी लाइफ़ का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. यहां हमें दोस्त मिलते हैं जिन्हें हम कॉलेज ख़त्म होने के बाद भी सालों-साल याद रखते हैं. टीचर्स मिलते हैं जिनसे हम पढ़ाई के साथ-साथ और भी बहुत कुछ सीखते हैं. क्लासमेट होते हैं जिनमें कुछ हमारे दोस्त बनते हैं और कुछ दुश्मन बन जाते हैं. वहीं हमें कुछ ऐसे लोग मिलते हैं जिन्हें हम सीनियर कहते हैं, जिनकी वजह से हम कॉलेज को समझ पाते हैं. मगर ये सीनियर्स भी कई प्रकार के होते हैं.
तो चलिए आज आपको मिलवाते हैं तरह-तरह के सीनियर्स से. कभी न कभी आपका भी वास्ता इनमें से किसी सीनियर से ज़रूर पड़ा होगा.
1: कम्प्लेनिंग सीनियर
ये वो सीनियर होते हैं जो क्लास के पहले दिन से किसी न किसी बात को लेकर कंप्लेंट करना शुरू कर देते हैं. इन्हें कभी आपसे, कभी टीचर्स से, तो कभी कॉलेज से ही कोई न कोई प्रॉब्लम होती है. पर ये दिल के बहुत साफ़ होते हैं. ये कुछ भी अपने दिल में नहीं रखते.
2: कन्फ़्यूज़्ड सीनियर
आप इनसे जब भी कुछ पूछने जायेंगे तब आप और ज़्यादा Confuse होकर वापस आयेंगे. क्योंकि इनको ख़ुद नहीं पता होता कि वो Graduation के बाद क्या करने वाले हैं. इसलिए ये न तो आपको कुछ बता पाते हैं और न ख़ुद कुछ समझ पाते हैं. आखिर में ग्रेजुएशन के बाद किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर लेते हैं या पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला ले लेते हैं.
3: रॉकस्टार सीनियर
काली T- Shirt, लंबे बाल और एक हाथ में गिटार कॉलेज में कूल दिखने वाले सीनियर्स का पैटर्न. ये सीनियर आपको बहुत पसंद आते हैं क्लास की पढ़ाई के साथ-साथ ये कल्चरल चीज़ों में इतने एक्टिव होते हैं कि आपका भी मन इनके जैसा बनने को करने लगता है. इसमें कोई बुराई भी नहीं है क्योंकि एक स्टूडेंट के ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए पढ़ाई जितनी ज़रूरी होती है, उतनी ही कल्चरल या स्पोर्ट्स एक्टिविटीज़ भी होती हैं.
4: सीनियर, जो मां जैसा होता है
कुछ सीनियर ऐसे होते हैं, जो हमारे लिए मां से कम नहीं होते. हमेशा हमारा ख़्याल रखते हैं. हमारी केयर करते हैं, हमें हमेशा अपने नोट्स देते हैं. जब भी हमारा Exam होता है तब हमें बिन कहे पढ़ाते हैं और हमारे अच्छे नंबर आने पर उतना ही खुश होते हैं, जितनी हमारी मां. साथ ही बिन मांगे तरह-तरह की सलाह भी देते रहते हैं.
5: सीनियर जिसके पापा बड़ी पोस्ट पर हैं
कुछ सीनियर ऐसे होते हैं जिनके पापा किसी बड़ी पोस्ट पर होते हैं. अगर कॉलेज में या कॉलेज के बाहर कोई काम फंस जाए या कोई परेशानी हो तो बस इनसे कहने भर की देर होती है, तुरंत मदद के लिए हाज़िर रहते हैं. अपने पापा से कहलवा कर हमारी प्रॉब्लम को सॉल्व कर देते हैं. एनुअल फ़ंक्शन के लिए किसी सेलेब को बुलाना हो या उसका प्रमोशन करना हो इनकी मदद के साथ सब आसान हो जाता है.
6: टीचर्स का रिलेटिव सीनियर
ये हैं हमारी गॉसिप करने की Ninja Technique. इन्हें सब पता होता है पहले से कि किसको कौन से सब्जेक्ट में कितने नंबर मिले और कौन-कौन फ़ेल हुआ. यहां तक कि कौन-सी टीचर कब छुट्टी पर जा रही है, किसकी किस्से शादी हो रही है सब कुछ इनको पता होता है.
7: टीचर्स का मनपसंद सीनियर
ये वो कैटेगिरी है जो रोज़ सुबह 7:30 का लेक्चर अटेंड करती है और टीचर्स की अटेंडेंस बुक मैनेज करती है. ये सीनियर हमारे बड़े काम के होते हैं, जब भी हमें टीचर्स से अपनी कोई बात मनवानी होती है हम इन्हें आगे कर देते हैं.
8: वो सीनियर जो शायद ही आपको कभी क्लास में दिखे
ये सीनियर बाकि सब से बिलकुल स्पेशल होते हैं रोज़ कॉलेज तो आते हैं, पर क्लास जाना ‘It’s Not Their Cup of Tea’ ये लोग सुबह उठ कर कॉलेज जाते हैं कैंटीन में जाकर गप्पे मारने के लिए. फिर भी Exam में अच्छा-ख़ासा स्कोर कर लेते हैं.
9: Alumni सीनियर
Alumni सीनियर वो सीनियर हैं जिन्होंने काफ़ी साल पहले अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके होते हैं पर फिर भी हमेशा इनका Example दिया जाता है, क्योंकि बाकि सब स्टूडेंट्स में सिर्फ़ इनकी ही अच्छी नौकरी लगी होती है. और कुछ Alumni को कैंटीन वाले मामा याद करते हैं, उनका कुछ उधार जो बकाया रह जाता है.
10: हिटलर सीनियर
ये होते हैं सबसे ख़तरनाक सीनियर. ये हम पर हमेशा चिल्लाते रहते हैं, कभी किसी बात को लेकर, तो कभी किसी. यही हैं वो जो सबके सामने आपको Shut-up बोल कर आपकी ईगो को हर्ट करते हैं.
11: इमोशनल सीनियर
Shit! ये हमारा आखिरी साल है… कॉलेज में ये एक डायलॉग इनका तकिया कलाम बन जाता है. चाहे फिर कॉलेज फ़ेस्ट हो, एनुअल फंक्शन हो, पिकनिक हो या कुछ भी इनका सिर्फ़ एक ही रोना रहता है कि इस बार सब हम तय करेगें क्योंकि ये हमारा लास्ट ईयर है. जूनियर्स को इनसे बस एक ही बात का डर होता है कि कहीं इस साल का पेपर भी खुद सेट करने को न बोल दें.
12: शरारती सीनियर
ये वो सीनियर होते हैं जो क्लास में हमेशा सबसे पीछे बैठते हैं और हर टीचर बाकी स्टूडेंट्स से यही कहती है कि इनके जैसे मत बनना. इन लोगों ने क्लास को डिस्टर्ब करने की कसम खायी होती है. लेकिन कॉलेज ख़त्म होने के बाद सबसे ज़्यादा हम इन्हें ही मिस करते हैं.
आपको भी आपके कॉलेज में ऐसे सीनियर ज़रूर मिले होंगे और अगर इस साल आप कॉलेज में एडमिशन लेने वाले हैं, तो पहले से समझ लीजिये कि ऐसे लोगों से सामना होने वाला है आपका.