Valentine Day For Singles: ‘वैलेंटाइन वीक’ चल रहा है. हो सकता है इसकी भनक आपको न भी पड़ती, लेकिन निब्बा-निब्बी से लेकर एडल्ट कपल्स के सोशल मीडिया पर रोमांटिक पोस्ट्स भला ऐसा कैसे होने दे सकते थे. इन्होंने तो हग डे, रोज़ डे से लेकर इस हफ़्ते पड़ने वाले हर दिन को मनाने का ठेका ले रखा है. अरे मनाओ ख़ूब मनाओ. आपकी धधकती प्यार की ज्वाला को शांत कराने वाले हम कौन होते हैं. बस इतना कह रहे हैं कि थोड़ा हम जैसे सिंगल लोगों के इमोशंस को भी ‘हैंडल विद केयर’ कर लेते. इतनी लवी-डवी फ़ोटोज़ डालकर हमारी नाक में दम क्यूं रखा है भाई, जिसे देखकर आपके लिए तो तारीफ़ें निकलती हैं. लेकिन अपने लिए अफ़सोस नाम का चांडाल शब्द दिल में ऐसी जगह बना लेता है कि पूछो मत. ऊपर से जो गुस्से और अकेलेपन का केमिकल रिएक्शन दिमाग़ में बम विस्फ़ोट करता है वो आप ना ही जानो तो बेहतर है.
भले ही वैलेंटाइन डे (Valentines Day) पर कपल्स को हम जैसे सिंगल लोगों की फीलिंग्स से एक इंच भर भी फ़र्क नहीं पड़ता. लेकिन हमारे रहते हुए ऐसा होना नामुमकिन है. इन 14 पॉइंट्स में जान लो कि वैलेंटाइन डे पर सिंगल्स के मन में कैसे-कैसे विचार जन्म लेते हैं.
Valentine Day For Singles
1. इस दिन को तो बैन कर देना चाहिए.
हमारा बस चले तो इस दिन को पूरी तरह से बैन करवा दें. भारत के संविधान में भी सबको समानता का अधिकार दिया गया है. अब दूसरे अपने पार्टनर के साथ सेलिब्रेशन करे और हम यहां अकेले ज़िंदगी काटें. भला ये कैसी समानता हुई?
ये भी पढ़ें: वैलेंटाइन डे बीतने से नहीं खत्म हो जाती मस्ती. स्लैप, किक, कॉन्फ़ेशन और मिसिंग डे भी तो मनाना है
2. क्या मैं बजरंग दल में शामिल हो जाऊं?
न कोई पार्टनर मिल रहा है, न ही ज़िंदगी में किसी से भाव. तो बस अंत में यही ऑप्शन बचा है कि न जियो और न ही दूसरों को जीने दो. बस बजरंग दल में शामिल हो जाओ. (Valentine Day For Singles)
3. इस बार इतनी हॉट बन कर निकलूंगी कि अगले ‘वैलेंटाइन डे’ पर स्वयंवर लगा होगा.
कितने वैलेंटाइन डे आए और गए, लेकिन ये विचार नहीं बदला. आज भी उस दिन का इंतज़ार है, जब ये सच में हकीक़त में तब्दील होगा. अब इसमें हमारी क्या ग़लती है भला. इस दौरान इतना सुहाना मौसम होता है कि रजाई और आलस फ़ेविकोल की तरह चिपके रहते हैं. अब मेकअप करो, सजो-धजो इतना टाइम किसके पास है भाई. बताओ ग़लत कह रहे हैं क्या?
4. एक्स को ही कॉल कर लेती हूं थोड़ा रोमांटिक फ़ील तो आ ही जाएगी.
जब ज़िंदगी में अकेलापन हो, तो एक्स की ही याद आती है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक समय पर वो हमारी जैसी महान शख़्सियत को झेलने में क़ामयाब जो हो गया था. इस बात के लिए एक दिन याद करना तो बनता है.
5. दिल टूटने वाले गाने बजाने का मन कर रहा है.
सिंगल होने की फ़ीलिंग इतना दर्द नहीं देती, जितना कपल्स के शोना-बाबू वाले पोस्ट देते हैं. उस फ़ीलिंग में हमारा साथ देने के लिए हार्टब्रेक गानों से बेहतर और कौन हो सकता है. (Valentine Day For Singles)
ये भी पढ़ें: न बजरंग दल का डर, न पैसों की टेंशन! Valentine’s Day मनता रहेगा, जब तक हैं दिल्ली के ये 20 Cafe
6. बस अब बहुत हो गया आज टिंडर प्रोफ़ाइल बनाने से मुझे कोई नहीं रोक पाएगा.
अब दिल को इतना जला-भुना दोगे, तो ऐसे उलटे-सीधे ख़यालात तो आएंगे ही. लाइफ़ पार्टनर मिलने के मामले में कहीं से तो क़िस्मत चमके.
7. अच्छा हुआ इन झमेलों से निकल गई, सेल्फ़ लव भी ज़रूरी है.
जब ख़ुद से प्यार करोगे, तभी दूसरों से प्यार कर पाओगे. अपनी शक्ल, अक्ल और क़िस्मत को कोसने से कुछ भी बदलने वाला नहीं है. (Valentine Day For Singles)
8. सारे दोस्तों को बुला कर हाउस पार्टी कर लेती हूं, शायद सिंगल होने का दुःख कम हो जाए.
गम, ख़ुशी और सुख-दुःख में वो दोस्त ही तो हैं, जो साथ छोड़ने के नाम पर ही सारी अकल ठिकाने ला देते हैं. इसलिए सारे दोस्तों को बुला कर हाउस पार्टी करने का इरादा बुरा नहीं है.
9. इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक पर अपनी रोमांटिक तस्वीरों से जलाने वालों को आज ही ब्लॉक करती हूं.
10. प्यार-व्यार ये सब बकवास चीज़ है. आइसक्रीम खाओ और मस्त रहो.
आइसक्रीम एक ऐसी चीज़ है, जिसे दिल चाह कर भी ना नहीं कर सकता. तो पार्टनर न होने पर बेवजह दिल क्यों जलाएं. आइसक्रीम खाएं और दूसरों को भी खिलाएं. दिल को वास्तव में ठंडक मिलेगी.
11. चलो अच्छा हुआ मैं सिंगल हूं, ये महंगे गिफ्ट देना मेरे बस की बात नहीं है.
रूठना-मनाना, महंगे गिफ्ट्स देना ये सब हमारे बस की बात होती, तो हमारी ज़िंदगी में आज अकाल ही क्यों पड़ा होता. यहां तो जेब से 100 का नोट निकालने में भी दिल दहलने लगता है.
12. आज वैलेंटाइन डे सेल लगी होगी, चलो इस दिन कुछ तो अच्छा होता है.
वैलेंटाइन डे पर वैलेंटाइन डे सेल से बेस्ट कुछ नहीं हो सकता. ये सिंगल होने के सभी दुःख-दर्द को दूर करने का रामबाण इलाज है.
13. कोई अनरोमांटिक मूवी ही देख लेती हूं, ये मनहूस दिन जल्दी गुज़र जाएगा.
समय बचा है और उसे काट न पाओ, तो वैलेंटाइन डे पर ज़्यादातर सिंगल लोगों के मन में यही ख्याल आता है. अब रोमांटिक मूवी तो दिल को और कुरेद देगी, तो इससे अच्छा कोई अनरोमांटिक मूवी ही देख लो. कम से कम फ़ील तो गुड कराएगी.
14. लगता है इस जनम में मैं सिंगल ही मरूंगी.
अंत में जब सब कुछ सोच के थक जाते हैं, तो बस ये सोचने के अलावा और कुछ नहीं बचता और अगले साल फिर वही कहानी. क्योंकि अपुन को ख़ुद पर पूरा भरोसा है कि हमसे कुछ न हो पाएगा और अगले साल फिर यही रागमाला लेकर बैठ जाएंगे.
ये दुनिया बड़ी ज़ालिम है रे.