सड़कों पर स्पीड ब्रेकर होते हैं और हम हर दिन ना जाने कितने ऐसे ब्रेकर्स को पार करके आगे निकल जाते हैं. लेकिन ‘महा स्पीड ब्रेकर’ को पार करना मुमकिन नहीं है. ऐसा ब्रेकर होना हर किसी के लिए परेशानी का सबब है. ‘महा स्पीड ब्रेकर’ वो होते हैं जो बिना सोचे समझे या तो गली वाले या फिर नौसिखिए ठेकेदार रोड पर बनवा देते हैं. मगर बेचारे फंस जाते हैं हम जैसे चलते-फिरते लोग.
ऐसे ब्रेकर पर कार-बाइक वालों का बच कर निकलना आसान काम नहीं होता. कई बार तो दो पहिया वाले गिरते-गिरते बचते हैं. भोपाल मध्य प्रदेश से ‘महा स्पीड ब्रेकर’ का एक वाकया सामने आया है. यहां कार (Car) उस ब्रेकर पर तो चढ़ गई मगर उतर नहीं पाई. मतलब कि बीच सड़क फंस गई.
ये भी पढ़ें: इन 6 तरीकों से Self-Driving Car बदल देगी आपकी लाइफस्टाइल को पूरी तरह से
भोपाल में ब्रेकर में फंसी इस कार की तस्वीर सोशल मीडिया पर छाई है. इस अति दुखदाई स्थिति के बारे में बताते हुए एक जर्नलिस्ट ने प्रशासन पर कटाक्ष किया है. उन्होंने इस कार की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- ‘स्पीडब्रेकर कैसे बनाए जाएं ? तस्वीर सिर्फ़ हास्य के लिए नहीं, बल्कि देश में उच्च स्तर पर बैठे जनप्रतिनिधियों और ज़िम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान के लिए है, जिसने भी इसे बनाया, ठेकेदार-इंजीनियर से नुकसान की भरपाई होनी चाहिए.’
Car
इस ट्वीट में जर्नलिस्ट डी.गोपाल राव ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सीएम ऑफ़िस को भी टैग किया है. बाते दें कि कार KIA Seltos है जिसकी ग्राउंड क्लीयरेंस 190mm. यानी ये गाड़ी ऊंची है, लेकिन ब्रेकर ही बड़ा है. काफ़ी मशक्कत करने के बाद जब कार टस से मस नहीं हुई तो क्रेन से गाड़ी निकलवानी पड़ी. एक रिपोर्ट के अनुसार, कार के मालिक ने भी सड़क बनवाने वाले इंजीनियर पर कटाक्ष करते हुए उसे सलाम किया है.
स्पीडब्रेकर कैसे बनाए जाएं ?
— D. Gopaal Rao (डी. गोपाल राव) (@activistDGR) June 20, 2022
तस्वीर सिर्फ हास्य के लिए नहीं, बल्कि देश में उच्च स्तर पर बैठे जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान के लिए है
जिसने भी इसे बनाया, ठेकेदार-इंजीनियर से नुकसान की भरपाई होना चाहिए @ChouhanShivraj @bhupendrasingho @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/upy5aO7yyd
ख़ैर इस ट्वीट पर सीएम ऑफ़िस का तो जवाब नहीं आया पर लोगों का ग़ुस्सा ज़रूर फूट पड़ा आप भी देखिए लोगों की प्रतिक्रियाएं:
Same situation everywhere in India,i tried for Public interest litigation (PIL) for some reason could not make it.
— MrNams (@MrNams) June 28, 2022
Hope authority will review all Speed breaker @abpmajhatv @TV9Marathi @CMOMaharashtra @nitin_gadkari @OfficeOfNG @PMOIndia
Plz share the exact location of Bhopal, so that other people can avoid this.
— Shazia Saba (@shaz_saba) June 28, 2022
If it is constructed by govt agencies, then 3 months pay should be deducted and reconstructed by them. And if it is by some local residents then they must be fined and forced to reconstruct it properly.
— Sachin agarwal (@Sachina85636697) June 28, 2022
These are very common, most of these speed breakers are built by local residents. The responsible civil authorities has no time to review or do not take any action.
— Ajay Sharma (@ajaysharma10) June 28, 2022
These breakers causes heavy damages to the cars, specially to the ones with low ground clearance.
what a pity!!!
— Preeti (@PreetiAppu) June 28, 2022
Its not speed breaker; its CAR BREAKER
— Hemant Mohindra (@hmohindra) June 28, 2022
Yeh pakka reservation quota se hoga 😂😂
— 🇮🇳HM🇮🇳 (@ihemantm) June 28, 2022
यह तो कुछ भी नहीं, रीवा के मोहल्लों के स्पीड ब्रेकर से जब निकलता है इंसान तो फेफड़ा मुंह से बाहर आ जाता है।
— Ricky'Piyush' Pandey (@risk_314) June 21, 2022
आपका भी ऐसी परिस्थिति से कभी न कभी तो पाला पड़ा ही होगा, आपका क्या अनुभव रहा कमेंट सेक्शन में बताएं.