हम सब के जान-पहचान का एक बंदा ज़रूर होता है, जो हर जगह गिरता-पड़ता रहता है. हर एक चीज़ से भिड़ जाना उसकी आदत होती है. ऐसे लोगों को Clumsy कहते हैं और हमें यक़ीन है किसी न किसी Clumsy को आप जानते ही होंगे.

जहां गिरने की कोई संभावना न भी हो, वहां गिर पड़ते हैं Clumsy. लेकिन गिरने-पड़ने का बिल्कुल जबर रिकॉर्ड बनाया है एक Reddit User ने.
स्कॉटलैंड की इस महिला ने लगभग एक साल पहले इंटरनेट पर अपनी आपबीती सुनाई कि कैसे वो बाल धोने गई और अस्पताल पहुंच गई. इस महिला की आपबीती पढ़कर लगता है कि हर कोने में एक मुसीबत इन्हीं के इंतज़ार में बैठी है.

कुछ यूं पहुंची बाथरूम से अस्पताल
‘मैं बाल धोने गई. मेरे बाल लंबे और घुंघराले हैं और गीले होने पर Bums तक आते हैं. गीले बाल, शैम्पू लगे हुए, बस धोना बाकी था. मैंने अपने बाल पीछे किए और जादू… सब तरफ़ शैम्पू…शैम्पू…शैम्पू. तभी मुझे लगा कि मेरे Bum पर कुछ चल रहा है और अपना तेज़ दिमाग़ लगाते हुए मैंने ये सोच लिया कि वो एक मकड़ी है. ज़ोर की चीख के साथ मैं बाथरूम से भागने की कोशिश करने लगी और कुछ ऐसा हुआ कि मैं बाथरूम में ही Splits करने लगी. एक बात और, मेरी हाइट 5’9” है,उठने की कोशिश में मैं टॉयलेट सीट और Shower Tray के बीच फंस गई. और इस पूरे Bathroom Adventure के कारण में अस्पताल पहुंच गई और मेरे 1 Ankle में मोच, दूसरे Ankle में Fracture, 2 पैर की ऊंगलियां टूटी, और पूरे शरीर में ज़ख़्मों का इंद्रधनुष बन गया.’

इस महिला की मुसीबतों का कारवां बढ़ता गया
‘बाथरूम Adventure की बदौलत Wheelchair अब मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा बन गया है और मैं अपने माता-पिता के साथ रह रही हूं. 6 घंटे ही हुए हैं Wheelchair पर और हर दरवाज़े से भिड़ चुकी हूं और उनके घर की 2 दीवारें पर भी ख़रोचें आ गई हैं. इन सब के दरमियां मेरे भाई ने मुझे ‘Wheelie'(बाइक के अगले टायर को उठाना) करने का चैलेंज दिया. मैंने भी ताव में आकर कोशिश की और हुआ कुछ यूं की Wheelchair पलटी और साथ में मैं भी. गिरने के बाद मेरे घुटने ऊपर और पीठ ज़मीन पर. शरीर के अंगों को दोबारा फ़िट करवाने के लिए मैं अस्पताल गई.

भला हो डॉक्टर का कि उस महिला का सही से ट्रीटमेंट किया
‘मैं दोबारा उसी डॉक्टर से मिलने आई हूं. शुक्र है, मैंने अपना सिर नहीं फोड़ा और शरीर पर सिर्फ़ ख़रोचें आई हैं. डॉक्टर ने मुझे बैसाखियां नहीं दीं और Wheelchair का ही इस्तेमाल करने को कहा. वो सही है, क्या पता बैसाखियों से मैं समुद्री डाकू बनने की कोशिश करने लगूं?’

इंटरनेट की दुनिया के प्राणियों को इस महिला की कहानियां इतनी दिलचस्प लगीं कि उन्होंने और कहानियों की मांग की
‘2009 की बात है. हम हाई स्कूल पास करके के विश्वविद्यालय में दाखिले की तैयारी कर रहे थे. मेरे ज़्यादातर दोस्त दूर जाने वाले थे, तो हमने Canary Island की ट्रिप पर जाना प्लैन किया. ट्रिप ख़त्म होने में 3 दिन बाकी थी और हम सब के पैसे लगभग ख़त्म हो चुके थे. तो हमने बाहर खाने के बजाय ख़ुद बनाने का चैलेंज लिया. जिस विला में हम रुके थे, वहां डबल डोर वाला एक फ़्रिज थी. अब अगर फ़्रीज़र का डोर ज़्यादा देर तक खुला रह जाये और फिर बंद किया जाये, तो इसे फिर से खोलने में अच्छी-खासी मशक्कत करनी पड़ती है. मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. पर मैं हार मानने वालों में कहां हूं? पूरा ज़ोर लगाया और दरवाज़ा आ गया सीधा मेरे ऊपर. नाक टूटी नहीं पर ज़ख़्मी हो गई और माथे पर भी चोट लगी.’
गिरने-पड़ने वाले इंसान का दर्द एक गिरने-पड़ने वाला इंसान ही समझ सकता है!