Words Banned In Parliament: डिसाइड हो गया है भइया, डिसाइड हो गया है. लोकसभा सचिवालय ने एक्स्ट्रा सोच-विचार के बाद तय किया है कि हमारे माननीय सांसद दूसरे माननयी सांसदों के लिए किन शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. इसके मुताबिक, अब ‘जुमलाजीवी’ से लेकर ‘बाल बुद्धि’ जैसे कई शब्द लोकसभा और राज्यसभा में असंसदीय माने जाएंगे और अगर इस्तेमाल हुए तो इन्हें सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाएगा. 18 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र में ये नियम लागू हो जाएगा.
मगर ये नियम सिर्फ़ पार्लियामेंट को लेकर है, बाहर तो नेता और जनता दोनों ही चौड़िया कर इन शब्दों का धकापेल यूज़ कर सकते हैं. नेता की तो बात छोड़ो, वो तो संसद में भी मान जाएं तो जनता मंगलवार को हनुमान जी पर दो किलो लड्डू चढ़ा आए. मगर आम जन इन शब्दों का इस्तेमाल किस तरह अपने दैनिक जीवन में कर सकते हैं, ये हम बताएंगे. और हां, अपन ‘फ़ननीति’ करते हैं ‘राजनीति’ नहीं. तो ये मामला भी ‘पॉलिटिकल’ न होकर ‘सटैरिकल’ होगा.
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तो चलिए जानते हैं संसद में बैन हुए शब्दोंं को आम पब्लिक अपनी लाइफ़ में कैसे इस्तेमाल कर सकती है.
Words Banned In Parliament:
1. विनाश पुरुष
2. सत्यानाशी
ये शब्द पेरेंट्स अपनी परम उपद्रवी औलादों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. ‘पता नहीं कौन से मुहूर्त में ऐसी सत्यानाशी औलाद पैदा कर दी.’
3. तानाशाह
4. ढिंढोरा पीटना
सोशल मीडिया पर ज़बरदस्ती टैग करने वाले लोगों पर ये शब्द पूरा सूट करता है. ‘अबे तुने दिन-भर अपनी दीर्घ से लेकर लघु शंकाएं कहां-कहां की हैं, उसका ढिंढोरा पीटने के लिए हमें क्यों टैग करता है?’
5. दोहरा चरित्र
मोहल्ले के चुगलख़ोर चचाओं के लिए. ‘रोज़ देसी क्वाटर पीकर नाली में सोते हो तुम और हमारे घर पर बोलते हो कि आपका लौंडा स्वीटी सुपारी खाकर बिगड़ रहा है. क्या दोहरा चरित्र है बे तुम्हारा.’
6. लॉलीपॉप
जिस शख़्स को हर आदमी मूर्ख बना जाए. ‘अबे आदमी हो या लॉलीपॉप, हर कोई तुम्हें चूसे डाल रहा है.’
7. चमचा
चमचों की आप ऐसे ख़ला सकते हैं. ‘अमा तुम सिर्फ़ चमचे ही नहीं, झूठे भी हो. क्योंकि, हर किसी के मुंह लगे हो.’
8. जुमलाजीवी
बड़ी-बड़ी बातें हांकने वाले के लिए. ‘देखो बेटा ज़िंदगी में उखड़ना तुमसे घंटा कुछ नहीं है, बस ऐसे ही जुमलाजीवी बने रहो और यहां-वहां की हांकते रहो.’
9. बाल बुद्धि
कुछ लोग अपने जीवन में परम मूर्खता का लक्ष्य हासिल करने को पैदा होते हैं. उनके लिए, ‘एक कंटाप गाल-गुद्दी पर जड़ दिये तो ये जो बाल बुद्धि लिए घूम रहे, फटाक से राइट टाइम हो जाएगी.’
10. चाण्डाल चौकड़ी
ये शब्द सिर्फ़ बाप अपनी औलाद के दोस्तों को गरियाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. ‘दोस्त नहीं चाण्डाल चौकड़ी बनाए हैं. एक से बढ़कर एक दुष्ट आत्माएं पाले है ससुरा.’
Words Banned In Parliament: बाकी पार्लियामेंट में बहुत से शब्दों को असंसदीय माना गया है. आप पूरी डिटेल यहां देख सकते हैं.