भगवान अगर चाहते कि इंसानों को शाकाहारी होना चाहिए तो वो चिकन को इतना टेस्टी बनाते ही नहीं! और टिंडे, करेले, लौकी, बैंगन में भरपूर स्वाद भरा होता. चाहे चिकन जितना ख़राब बना हो, पसंद का न बना हो नॉन-वेजिटेरियन खा ही लेते हैं, लेकिन वेजिटेरियन लोगों की दाल पीली से काली हो जाए, उनके ख़ुद के गले से नीचे नहीं उतरती.

Yes I’m vegetarian & that’s why my friends call me ” Ghaas puss khane wali “😝😝#vegetarianday #vegetables
— Puja Agarwal (@puja23pu) October 1, 2019
Tuesday is always a boring day !!! #vegetarianday 🙄
— HalfMonk.HalfHitman (@Echos0under) October 1, 2019
आज वर्ल्ड वेजिटेरियन डे है, तो इसके सम्मान में मैंने सोचा आज नॉन-वेज नहीं खाउंगा. चूंकि इस दिन के बार में मुझे देर से पता चला इसलिए ब्रेकफ़ास्ट के लिए उबाले अंडे मैंने फ्रिज में रख दिए. फिर याद आया कुछ लोगों के हिसाब से अंडा नॉन-वेज नहीं होता, उसे पक्षीफल मानते हैं. पूरे दिन शाकाहारी रहने में मुझे कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि मंगलवार है ऊपर से नवरात्र चल रहे हैं.
We🐈🐖🐕🐓 are ALL beautiful🌸#vegetarianday
— PETA Shares (@PETAShares) October 1, 2014
Going meat-free 1 day a week for a year reduces your carbon footprint by as much as if you didn’t drive a car for a month #vegetarianday
— Maia Schoenberg (@maia_scho) October 1, 2014
वेजिटेरियन और नॉन-वेजिटेरियन सिर्फ़ खाने की पसंद तक सीमित नहीं है. लोग इसका धर्म की तरह प्रचार करते हैं, तीन वेजिटेरियन एक साथ बैठ जाएं तो चौथे नॉन-वेजिटेरियन को सादा खाने के फ़ायदा समझाने लगता है, जीव-जंतु के ऊपर दया की बातें होती हैं, पेट के खाने को मन की शांति से जोड़ दी जाती है. जब तीन नॉन-वेजिटेरियन के बीच में एक वेजिटेरियन फंसता है तब उसे हिकारत भरी नज़र से देखा जाता है, उसे दोयम दर्जे का इंसान समझा जाता है. तीनों अपना खाना तो खाते ही हैं, बेचारे के प्लेट पर भी हाथ साफ़ कर देते हैं.
Happy World Vegetarian day……. Tonight I will celebrate this by eating some meat. #vegetarianday
— Danielle Waller (@DWallerDelami) October 1, 2013
कुछ लोग बोलते हैं कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होगा, कोई अनुमान लगता है इसकी वजह पेट्रोल होगी लेकिन मैं समझता हूं तीसरा विश्व-युद्ध वेज और नॉन-वेज खाने की वजह से होगा. कुछ नॉन-वेजिटेरियन लोग एक शाकाहारी दोस्त के थाली में हाथ लगा देंगे और खाना छू जाने की वजह से उसे अपना पूरा ऑर्डर छोड़ना पड़ जाएगा, वेजिटेरियन व्यक्ति पहले नाराज़ होगा फिर बहस होगी, फिर मुक्के चलेंगे और आखिर में दुनिया दो हिस्सों में बट जाएगी.
And my latest hashtag block is #WorldVegetarianDay 🙄 Eat what you like, but don’t preach to others about their diet.
— Darty & the snobs of dogdom (@darty_sp) October 1, 2019
मैं ये बात किसी आंकड़े के आधार पर नहीं कह रहा लेकिन भारत में अधिकांश लोग अपनी मर्ज़ी ने से नहीं अपनी परवरिश और धार्मिक मान्यता की वजह से शाकाहारी हैं. मांस न खाने का फ़ैसला उनका अपना नहीं होता वो बाद में अपने माता-पिता के फ़ैसले के साथ खड़े हो जाते हैं. साथ ही साथ शाकाहारी होने के भी सबकी अपनी परिभाषा है, कोई सप्ताह के तीन दिन शाकाहारी होता है तो कभी किसी ख़ास महीने में शाकाहारी होता है.