पटाखों के बिनी दीवाली सूनी लगती है, हम पटाखे फोड़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहे, पर्यावरण का ख़्याल रखना ज़्यादा ज़रूरी है. लेकिन ऐसा ज़रूरी नहीं कि दुनिया में सिर्फ़ पटाखे ही फूटते हैं. सिर फूटता है, आंख फूटती है, भाग्य भी फूट जाता है यहां तक की लोग भी फट पड़ते हैं. 

लोगों के फटने के लिए कुछ परिस्थीतियां होती हैं. लोग गुस्से में फट पड़ते हैं और उनका धमाका किसी साधारण बम से भी बड़ा होता है. कभी-कभी किसी ख़ास व्यक्ति को देख कर कुछ लोग फट जाते हैं, जिससे उनकी नहीं बनती या जिसे वो फूटी आंख देखना पसंद नहीं करते. 

कंगना रनौत और ऋतिक रोशन 

एक वक़्त था, जब इंडस्ट्री की लीडिंग एक्ट्रेस ऋतिक रोशन का नाम सुनते ही फट पड़ती थीं. इनकी कहानी मीडिया में कई दिनों तक दिखाई गई. दोनों पार्टी ने अपनी कहानी मीडिया के सामने रखी, विवाद पर आधारित इंटरव्यू भी दिए. 

योगराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी 

पूर्व क्रिकेटर, पार्ट टाइम एक्टर और फुल टाइम धोनी हेटर योगराज सिंह महान क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता भी हैं. माइक पाते ही ये पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को खिलाफ़ आग उगलना शुरू कर देते हैं. इनका मुख्य आरोप यही रहता है कि धोनी एक स्वार्थी इंसान है और उसने युवराज सिंह के ख़िलाफ़ साज़िश रची है. 

कुमार विश्वास और अरविंद केजरीवाल 

अन्ना आंदोलन के साथी और आम आदमी पार्टी के सह संस्थापक कुमार विश्वास और अरविंद केजरीवाल में कभी गहरी दोस्ती हुआ करती थी. कभी कवि कुमार विश्वास अरविंद की तारीफ़ कविताएं पढ़ा करते थे तो कभी अरविंद केजरीवाल कुमार विश्वास के नाम के नारे लगा दिया करते थे. राजनीति ने ऐसी करवट ली कि अब दोनों पीठ से पीठ सटा कर भी नहीं खरे होते. 

कुणाल कामरा और विवेक अग्निहोत्री 

स्टैंड अप कॉमेडियन कुणाल कामरा और फ़िल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ट्विटर पर टॉम एंड जेरी की तरह रहत हैं. बस फ़र्क इतना है कि वो साथ रहते हुए लड़ते थे और ये बस लड़ते ही रहते हैं. लड़ाई की वजह वैचारिक मतभेद होती है. 

ममता बनर्जी और CBI 

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य में CBI को देखना पसंद नहीं करतीं. एक बार CBI के कुछ ऑफ़िसर राज्य पुलिस के बड़े अधिकारी को गिरफ़्तार करने पहुंची थी उलटा राज्य की पुलिस ने CBI के ऑफ़िसर को बंदी बना लिया. CBI की ये कार्यवाई राज्य के मुख्यमंत्री को पसंद नहीं आई थी. 

संबित पात्रा और कन्हैया कुमार 

जे.एन.यू के पूर्व छात्र अध्यक्ष वर्तमान में सी.पी.आई(एम) के नेता कन्हैया कुमार और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा एक बार किसी मंच पर आमने सामने थे. दोनों एक दूसरे के बातों का जवाब तर्कों से कम ही दे रहे थे. हर मुद्दे पर इनकी तू तू मैं मैं ही चल रही थी. 

सोनू निगम और लाउडस्पीकर 

गायक सोनू निगम को एक दिन सुबह-सुबह इस बात से तकलीफ़ हुई कि मस्जिद में बजने वाले लाउडस्पीकर से उन लोगों की नींद भी टूट जाती है जिनका उस आज़ान से कोई वास्ता नहीं होता. इसके बाद शुरू हुई सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की दास्तां. 

नरेंद्र मोदी और जवाहर लाल नेहरु 

पूर्व प्रथम सेवक और वर्तमान प्रधान सेवक की लड़ाई दशकों पुरानी है. दशकों पहले जवाहर लाल नेहरु ने जो काम किए थे उससे आज नरेंद्र मोदी को दिक्कत होती है. जवाहर लाल नेहरु ने तब वैसा न किया होता तो अब नरेंद्र मोदी को ऐसा न करना पड़ता है.