200 साल की गुलामी के बाद जब हमारा भारत देश आज़ाद हुआ, तो भले ही देश के राजघरानों की ताकत में कमी आ गई थी और वो कमज़ोर हो गए थे. लेकिन आज भी अगर इन शाही खानदानों का ज़िक्र होता है, तो बड़ों से लेकर बच्चे तक बेहद उत्सुकता के साथ इनके बारे में जानने की कोशिश करते हैं. हमारे देश का इतिहास तो हमेशा ही राजघरानों से जुड़ा रहा है. जहां एक ओर आज़ादी के साथ ही कुछ राजसी खानदानों ने अपना सब कुछ गवां दिया तो कुछ आज की तारीख़ में भी संपन्न और प्रभावशाली होने के साथ ताकतवर भी हैं.

उनमें से ही एक है गुलाबी शहर कहे जाने वाले जयपुर की महारानी गायत्री देवी, जिनका नाम फैशन पत्रिका ‘वोग’ की सबसे खूबसूरत महिलाओं में शामिल हो चुका है. गायत्री देवी ने देश में लड़कियों की शिक्षा को बहुत बढ़ावा दिया है. गायत्री देवी के अलावा और भी कई प्रमुख महारानियां रह चुकीं हैं, जिनके बारे में लोगों को कम ही जानकारी है और जो शायद गुमनामी के अंधेरों में कहीं खो गई हैं.

आज हम आपको देश की ऐसी ही कुछ प्रभावशाली महारानियों के बारे में बताने जा रहे हैं.

1. जयपुर की महारानी गायत्री देवी, जिन्हें कूच बिहार की राजकुमारी आयशा के नाम से जाना जाता था.

2. राजकुमारी रमा राज्य लक्ष्मी राणा. पूर्व कुलनाम श्रीश्री अधिराजकुमारी रमा राज्य लक्ष्मी देवी (नेपाल)

3. केरल के त्रावणकोर की रानी सेथु पार्वती बाई और रानी सेथु लक्ष्मी बाई.

4. गुजरात में कोट्दा सांगनी की थाकोरानी विजयलक्ष्मी देवी साहिबा की 1941-1942 की तस्वीर.

5. पटियाला की रानी यशोदा देवी की यह तस्वीर 1930 के दशक में लंदन के वांडयीक स्टूडियोज़ में खींची गई थी.

6. कपूरथला की महाराज कुमार रानी सीता देवी (पूर्व में काशीपुर की), यह तस्वीर एंद्रे डर्स्ट ने 1934 में ली थी.

7. यह तस्वीर हैदराबाद के राजा दीन दयाल एंड संस द्वारा 1915 में ली गई थी. इसमें कपूरथला की रानी प्रेम कौर साहिबा (पूर्व नाम डेल्गैडो ब्रियोन्स, स्पेन) दिख रही हैं.

8. रामपुर की राजकुमारी रफ़त ज़मानी बेग़म या बड़ी बेग़म साहिबा (पूर्व में नाज़ियाबाद परिवार की थीं.)

9. बड़ौदा की महारानी चिमनाबाई, जिन्हें देवास वरीष्ठ की श्रीमंत गजराबाई घाटगे के नाम से भी जाना जाता था.