आज Menstrual Hygiene Day है और आज हम आपसे इसी बारे में कुछ ज़रूरी बात करेंगे. हमारे समाज में वैसे तो महिलाओं के पीरियड्स यानि कि मासिक धर्म को लेकर तरह-तरह की नियम क़ानून बनाये गए हैं. जैसे जब लड़की को पीरियड्स चल रहे हों तो वो मंदिर नहीं जा सकती, किसी पूजा का हिस्सा नहीं बन सकती, उसको सादा खाना खाना चाहिए, किचेन में नहीं जा सकती, यहां तक कि कई जगहों पर तो आज के ज़माने में भी पीरियड्स हो रही लड़की को अलग कमरे में उन चार-पांच दिनों के लिए रहने के लिए बोला जाता है. पर क्या ये सही है? नहीं बिलकुल नहीं. बल्कि ये एक प्राकृतिक क्रिया है. इसमें कोई गन्दगी नहीं है. ख़ैर, इस टॉपिक पर तो हम कई बार बात कर चुके हैं, इसलिए आज हम आपको कुछ और बताने जा रहे हैं.
पीरियड्स के दौरान ऐसी बहुत सी काम होते हैं, जो महिलाओं को न ही करनी चाहिए और न ही करनी चाहिए. वैसे तो आये दिन पीरियड्स से सम्बंधित नई-नई स्टडी या रिसर्च सामने आती रहती हैं. कुछ दिनों पहले हुई एक रिसर्च में कई मज़ेदार बाते सामने आयी हैं. जिसमें सबसे दिलचस्प बात तो ये है कि जब किसी महिला को पीरियड्स होते हैं, तो उसका मन प्यार करने का बहुत ज़्यादा मन करता है. लेकिन इसके पीछे वजह भी है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन जो libido (कामेच्छा) को कम करने में सहायक होता है, वो ब्लीडिंग के कारण बहुत कम हो जाता है. इतना ही नहीं, पीरियड्स के दौरान किसी भी काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल होता है. क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक रिसर्च से इस बात का पता चला है कि यूनाइटेड स्टेट्स में औसतन हर महिला को अपने पूरे जीवन काल में 450 बार पीरियड्स होते हैं. ये आंकड़ा हमारे पूर्वजों को होने वाले पीरियड्स से कई गुना ज़्यादा है क्योंकि उन्हें सिर्फ़ 50 बार पीरियड्स होते थे. इसके पीछे लाइफ़स्टाइल में निरंतर होने वाले बदलाव हैं. वहीं ऐग्रिकल्चरल सोसायटी में महिलाओं को उनके पूरे जीवन काल में लगभग 150 बार पीरियड्स होते थे.
ये तो हम सबको पता ही है कि हमारे पीरियड्स के दौरान हमारे शरीर से बहुत सारा खून बह जाता है, इसलिए ब्लीडिंग के दौरान हमें अपना ख़्याल रखने की भी ज़रूरत होती है. इसलिए खुद के पीरियड्स से अपने शरीर को समझें ताकि जब आपको अगली बार पीरियड्स हों, तो आपको ये पता होना चाहिए कि आपको क्या करना है और क्या नहीं.
हम महिलायें हर महीने पीरियड्स में कई काम ऐसी करती हैं, जो हमको बहुत पसंद होते हैं ऐसा करके हम ख़ुद को पैम्पर करती हैं, लेकिन ज़रूरी नहीं कि पीरियड्स के दौरान हमारे द्वारा किये गया हर काम सही ही हो. आज हम आपके लिए ऐसी ही कुछ चीज़ों की लिस्ट लेकर आये हैं, जो पीरियड्स के दौरान नहीं करनी चाहिए क्योंकि इनका हमारे शरीर पर नकारात्मक असर पड़ता है.
1. डिप्रेसिंग फ़िल्में या टीवी सीरियल्स नहीं देखने चाहिए
पीरियड्स के दौरान मूड स्वींग्स बहुत ज़्यादा होते हैं, चिड़चिड़ापन रहता है, कई बार किसी से बात करने का मन नहीं करता, कभी हम खुश होते हैं, तो कभी दुखी हो जाते है, बिना बात गुस्सा भी आ जाता है. इसी तरह कि कई इमोशन का बवंडर चल रहा होता है उस टाइम. कई हमारा ऐसा व्यवहार देखकर घर वाले भी परेशान हो जाते हैं. इसीलिए पीरियड्स के दौरान ऐसी कोई डिप्रेसिंग फ़िल्में या कोई प्रोग्राम नहीं देखना चाहिए. जिससे हमारी भावनाओं को और ठेस पहुंचे. इसलिए जितना हो सके खुश रहें और अच्छी फिल्में देखें. इससे आपका मूड भी अच्छा रहेगा. और घर के लोग भी टेंशन फ़्री रहेंगे.
2. डेंटिस्ट के पास या वैक्सिंग कराने नहीं जाना चाहिए
अधिकतर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पैरों और कमर में बहुत दर्द होता है क्योंकि इस समय हमारे शरीर में एस्ट्रोजेन का लेवल काफ़ी कम हो जाता है. पीरियड्स के पहला या दूसरा दिन बहुत ही ज़्यादा पेनफ़ुल होता है. इस पेन से जो महिलायें गुज़रती हैं वो इस बात को अच्छे से समझ सकती हैं. और हमको अच्छे से पता होता है कि इस दौरान हमको डेंटिस्ट या किसी डॉक्टर का अपॉइंटमेंट नहीं लेना चाहिए. और इस दौरान वैक्सिंग कराने का तो सोचना भी नहीं चाहिए. लेकिन पीरियड्स के एक हफ्ते बाद आप वैक्स करा सकती हैं क्योंकि उस टाइम तक आपका एस्ट्रोजेन लेवल पहले जैसा हो जाता है.
3. हल्के रंग या सफेद पैंट न पहनना
हल्के रंग या फिर सफ़ेद रंग किसे पसंद नहीं होते और ये कभी आउटडेटेड भी नहीं होते. लेकिनपीरियड्स के वक़्त सफ़ेद रंग पहनना एक टफ़ टास्क ही होता है, क्योंकि दाग लगने का डर जो रहता है. भले ही आपने कई बार सैनेटरी नैप्किन्स के विज्ञापनों में लड़कियों को वाइट पेंट पहने ही देखा होगा, पर रियल लाइफ़ में पीरियड्स के दौरान सफ़ेद पेंट पहनना चुनौती ही है. इसलिए इस रिस्क को लेने से अच्छा है कि पीरियड्स के दिनों में सफ़ेद कपड़े न पहने. जब आपके पीरियड्स ख़त्म हो जाएँ तो आप पूरे आत्मविश्वास के साथ इन सफेद पैंट को पहन सकती हैं.
4. पीरियड्स में जिम जाना बंद नहीं करना चाहिए
मेरे साथ ऐसा कई बार हुआ कि जब मेरे पीरियड्स चल रहे होते थे, तो मैं दर्द और ऐंठन की वजह से जिम नहीं जाती थी. और घर पर ही टीवी या देखती या सो जाती थी. लेकिन बाद में मुझको पता चला कि ऐसा करना ठीक नहीं है. Women Health Magazine के मुताबिक़ पीरियड्स के दौरान भी हलके-फुल्के एक्सरसाइज़ करते रहना चाहिए. एक्सरसाइज़ या योग करने बॉडीपेन तो कम होगा ही, साथ ही पीरियड्स वाले दर्द में भी आराम मिलेगा. कई महिलाओं का कहना है कि पीरियड्स के दिनों में जिम करने से उन्हें पीरियड्स के दर्द में भी आराम मिलता है.
5. डेरी प्रोडक्ट नहीं खाना चाहिए
वैसे तो कैल्शियम के लिये दूध-दही खाने को बोला जाता है, पर पीरियड्स के दौरान नहीं खाना चाहिए. पीरियड्स में होने वाले दर्द से बचने के लिए कैल्शियम तो खाना चाहिए, लेकिन डेरी प्रोडक्ट नहीं खाना चाहिए. डॉक्टर्स के अनुसार, पीरियड्स के दौरान डेरी प्रोडक्ट्स खाने से सब खाने से दर्द बढ़ता है क्योंकि इनमें एराकाडोनी एसिड पाया जाता है. पीरियड्स के दौरान आप बादाम का दूध पीएं या नारियल के दूध से बना दही खाएं इससे आपको कैल्शियम भी मिलेगा और दर्द भी नहीं होगा. इसके अलावा आप फल भी खा सकती हैं.
6. पूरे दिन में एक ही पैड यूज़ नहीं करना चाहिए
अक्सर ये देखा गया है कि कामकाजी महिलायें पीरियड्स के दौरान भी अपना काम खत्म करने के चक्कर में अपने पैड्स को बदलना ही भूल जाती हैं और जल्दी से जल्दी घर भागने की कोशिश करती हैं. पर अगर पीरियड्स के दौरान हम अपनी स्वच्छता का ध्यान नहीं रखेंगे तो इससे हमको ही नुक्सान होगा. यही नहीं ज्यादा देर तक पैड को पहने रहे से उनमें बैक्टीरिया पैदा होने लगते हैं जो हमारी वैजाइना के जरिये यूट्रस तक पहुँचते हैं और यूरिन इन्फ़ेक्शन होने का ख़तरा रहता है. इसीलिए ध्यान रखने कि पैड और टैम्पोन को हर तीन से चार घंटे में बदलते रहना चाहिए. इसके साथ काम के दौरान पर्स में पैड और टैम्पोन रखना चाहिए, जिससे ज़रूरत पड़ने पर हम इसे बदल सकें.
7. बिना प्रोटेक्शन शारीरिक सम्बन्ध ख़तरनाक हो सकता है
ये एक मिथक है कि पीरियड्स के दिनों शारीरिक सम्बन्ध बनाने से आप गर्भवती नहीं हो सकती हैं. इस दौरान भी गभर्वती होने की संभावना होती है. साथ ही संक्रमण से बचने के लिए भी इस दौरान संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए.
8. स्विमिंग या कैम्पेनिंग न करना
अक्सर देखा जाता है कि कई महिलायें पीरियड्स के समय कहीं बाहर आना-जाना या घूमना-फिरना नहीं चाहती हैं. खासतौर पर स्वीमिंग करना तो उनको बिलकुल भी पसंद नहीं होता. लेकिन ये सही नहीं है, क्योंकि आपके पीरियड्स चल रहे हैं, तो क्या आप बाहर नहीं जा सकती हैं. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कई महिलाएं स्कीनी डिपिंग में पीरियड्स के दौरान जाने के लिए ऑनलाइन टिप्स ढूंढती हैं. कई महिलाएं टैम्पान पहन कर और उसका स्ट्रिंग टक कर लेती हैं जिससे वह दिखे नहीं.
9. ज़्यादा नमक नहीं खाना चाहिए
वैसे तो पीरियड्स के दौरान चटपटा, चिप्स, या नमक मिर्ची वाले स्नैक्स खाने का मन करता है, पर जब पीरियड्स चल रहे हों तो ज़्यादा नमक नहीं खाना चाहिए. क्योंकि ज़्यादा नमक से पीरियड्स के दौरान और ऐंठन होती है. इससे पीरियड्स के दौरान आप और lousier महसूस करेंगी. ज़्यादा नमकीन खाने के बजाये आप फल और सब्ज़ियां खाएं जिससे आपको आवश्यक मिनरल्स और विटामिन मिलते रहें और आप थकान महसूस न करें.
10. अत्यधिक कैलोरी का सेवन नहीं करना चाहिए
कैलोरी का अत्यधिक सेवन आप कभी भी करें इससे वजन तो बढ़ता ही है. इसलिए इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा कि आप पीरियड्स के दौरान कैलोरी खाये या नहीं. अगर आप पीरियड्स के दौरान भी ज़्यादा कैलोरी खायेंगें, तो भी आपका वज़न बढ़ेगा ही. इस समय अपने खाने-पीने का अधिक ध्यान रखना पड़ता है. अधिकतर महिलाओं को इस समय चॉकलेट खाने का मन होता है पर ज़रूरी नहीं कि आप एक बार में ही पूरी चॉकलेट खा जायें. इतना ही नहीं इस दौरान तला-भुना खाने का भी मन करता है. पर इस तरह की चीज़ें खाने की बजाये स्वास्थ्य वर्धक चीज़ें भी खाई जा सकती हैं.
11. किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए
वक़्त कोई भी हो कभी भी दूसरों के साथ से बुरा बर्ताव नहीं करना चाहिए. ये हम सबको पता है कि पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग होते है, पर इसका ये बिलकुल भी मतलब नहीं है कि आप इसका फायदा उठायें और किसी को हर्ट करें. अगर आपका किसी से बात करने का मन नहीं कर रहा है तो आपको वॉक पर जाना चाहिए, या व्यायम करना चाहिए. वास्तव में पीरियड्स के दौरान आप को अपने बारे में सोचने का समय मिलता है कि कैसे आप अपनी ज़िन्दगी को बेहतर कर सकती हैं.
12. बहुत टाइट कपड़े नहीं पहनने चाहिए
पीरियड्स के दौरान बहुत तंग या टाइट कपड़े पहनना सही नहीं है. इन दिनों ऐसे कपड़े पहनें जिन्हें पहनकर आप आराम महसूस करें. वरना चिड़चिड़ापन होने की आशंका बढ़ जाती है.
13. पीरियड्स के दौरान खाना छोड़ना नहीं चाहिए
पीरियड्स में वैसे ही बॉडी कमजोर होती है और थकान सी लगती है. इसलिए ये बहुत ज़रूरी है कि इस दौरान आप पर्याप्त मात्रा में खायें. खाना छोड़ना ख़तरनाक हो सकता है. कोशिश करें कि आप जो भी आहार लें वो पौष्टिक ही हो.
14. न करें मास्टरबेशन
वैसे तो मास्टरबेशन करना किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है, लेकिन पीरियड्स के दौरान ऐसा करना हानिकारक हो सकता है. इससे संक्रमण होने का ख़तरा रहता है. इसलिए उन चार-पांच दिनों में इससे दूर ही रहें तो अच्छा होगा.
15. दर्द कम करने की दवाएं न खाएं
पीरियड्स में दर्द और ऐंठन होना आम बात है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि हर बार आप पेन किलर खाएं। जितना हो सके इन दवाइयों का इस्तेमाल न करें. हां, अगर दर्द असहनीय हो तो डॉक्टर से दवाई लें.