एक मिडिल क्लास बंगाली महिला, 79 साल की उम्र, नौकरी से रिटायरमेंट, शादी हुई नहीं, साड़ी, बिंदी और पैरों में खादिम की एक जोड़ी चप्पल. इतना सब सुनकर आपके दिमाग़ में पहली बात क्या आती है?

चलिए ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं है. बस इतना समझ लीजिये कि जुनून न तो उम्र देखता है और न किसी का राह.

आज हम आपको बताएंगे ऐसी ही एक बंगाली महिला के बारे में, जिन्होंने 48 साल की उम्र तक कभी कोई यात्रा नहीं की मगर 79 साल की उम्र आने तक उन्होंने न सिर्फ़ भारत का हर कोना घूम लिया, बल्कि विश्व के 25 देश घूम चुकी हैं.

इनका नाम है इती घोष और ये कोलकाता से हैं. मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक़ रखने वाली इती नेशनल लाइब्रेरी में नौकरी करती थीं. 48 साल की उम्र में वे पहली बार अमेरिका गईं और तभी से उन्हें घूमने का शौक़ हुआ. ये शौक़ चढ़ते ही इती फिर कभी नहीं रुकीं. बढ़ती हुई उम्र उनके लिए महज़ एक पड़ाव और बढ़ती हुई गिनती रह गई है. VIP का सूटकेस, कुछ साड़ियां, बिंदी और पैरों में चप्पल, यही उनकी हर यात्रा के साथी रहे हैं. उन्होंने अब तक 25 देशों की यात्रा की है और अभी भी उनके कदम थके नहीं हैं. 

1. Rome (1986)

2. Florence (1986) 

3. Vatican (1986)

4. Los Angeles (1986)

5. Venice (1986)

6. Buckingham Palace (1986) 

7. La, Disney Land (1986) 

8. Versailles Palace, Paris (1986) 

9. Geneva (1986)

10. Grand Canyon (1986) 

11. Las Vegas (1986)

12. Hoover Dam (1986)

13. Pattaya (2002)

14. Kuala Lumpur (2002)

15. Star Cruise, Singapore (2002)

16. Bangkok (2002) 

17. Sea World, Singapore (2002) 

18. Dubai Desert (2007)

19. Egypt (2007)

20. Chicago (2009)

21. Bangladesh (2010)

22. Potala Palace, Lhasa, Tibet (2013)

23. Great Wall of China (2013) 

24. San Diego (2014) 

25. Norway (2015) 

26. Bali (2015)

27. Denmark (2015) 

28. Prembanan, Yogyakarta (2015) 

29. Red Square, Russia (2015) 

30. Borobodur, Jakarta (2015) 

31. Angkor Vat, Cambodia (2016)

32. South Africa (2016) 

33. Halong Bay, Vietnam (2017) 

34. Vietnam (2017)

35. Mt. Fuji, Japan (2017) 

कोलकाता की इस ‘सुपर आंटी’ का जुनून उन औरतों और लड़कियों के लिए प्रेरणा है, जो ख़ुद में विश्वास नहीं रखतीं और ख़ुद को कमज़ोर समझती हैं. जो महिलाएं पुरुषों पर निर्भर रहती हैं, उन्हें इती से ज़िन्दगी जीने का जज़्बा सीखना चाहिए. उम्र की थकान इन्सान को तोड़ देती है, इती ने इस बात को झुठलाया है. वास्तव में अगर जुनून और हिम्मत हो, तो उम्र और अवस्था कभी किसी सपने के आड़े नहीं आती.