क़िस्मत वाले होते हैं वो लोग जिन्हें हॉस्टल में रहने का मौका मिलता है. हॉस्टल अलग विश्वविद्यालय, कॉलेज कैंपस के अंदर हो तो और भी अच्छा. Men’s Hostel और Women’s Hostel में कई असमानताएं होती हैं. दोनों के अपने मज़े हैं और अपने Restrictions हैं. हां, लड़कों के लिए Restrictions और नियम कम होते हैं.

टाइम में बंधे होने के बावजूद ऐसे कई अनुभव हैं, जो Women Hostel में रहकर मिलते हैं. यादें तो हम हर कहीं बना सकते हैं, लम्हें हर कहीं संजों सकते हैं लेकिन Women Hostel की बात कुछ और ही है.
Women’s Hostel की कुछ बातें जो वहां रह चुकी लड़कियों को अपने दिनों की याद दिला देंगी:
1. रविवार यानी कि Beauty Parlor Day

छुट्टी का वो एक दिन… कोई किसी के बालों में मेंहदी लगाता था, तो कोई किसी का Clean-up करता था.
2. शुक्रवार पार्टी जैसा कुछ नहीं होता

शुक्रवार… किसी आम दिन जैसा ही होता था.
3. एक बड़े से बर्तन में मैगी/झालमूड़ी बनती है और 10-12 लोग खाते हैं

ये याद मेरे दिल और टेस्ट बड के बेहद क़रीब है.
4. शॉपिंग यानी कि छोटा-मोटा त्यौहार, 4-5 लोग जाते हैं

जब तक सबका Approval न मिल जाए, तब तक शॉपिंग में मज़ा नहीं आता था.
5. हॉस्टल-टाइम की डायन का Alternative: रातभर गप्पें

Crush, Boyfriend, Handsome Professor, दुष्ट वॉर्डन, चमची लड़कियां, कौन सा टॉपिक था जिस पर बात नहीं होती थी.
6. फ़ेवरेट टाइम-पास, PNPC पर चर्चा

इन-शॉर्ट आओ बहन चुगली करें
7. वॉर्डन से बहस करने वाली लड़की, सुपरहीरो

हमारे लिए खड़ी होने वाली वो एक लड़की बाहुबली से कम नहीं लगती थी.
8. ग्रुप में मेस जाना

सुबह, दोपहर, शाम, रात का खाना साथ में. हां किसी की एकस्ट्रा क्लास हो, तो दोपहर का खाना साथ नहीं हो पाता था.
9. घर से खाने की चीज़ आई और पलभर में गायब

हम घर से एक्सट्रा खाने की चीज़ें लाते भी थे.
Women Hostel से जुड़ी अपनी चटपटी यादें हमारे साथ साझा करना मत भूलिएगा.