‘मां! मैं इस दुनिया में कैसे आया हूं’? ये एक ऐसा सवाल है, जिसे दुनिया का हर बच्चा अपने माता-पिता से एक बार ज़रूर पूछता है. देश और काल के अनुसार सवाल पूछने के तरीक़े अलग हो सकते हैं, लेकिन सवाल का मर्म एक ही है. अब सबसे बड़ा प्रश्न ये उठता है कि हमारे पैरेंट्स बच्चों की इस उत्सुकता का जवाब कैसे देते हैं? सभी बच्चों की तरह मैंने भी जब अपनी मां से ये सवाल पूछा, तो उनका जवाब कुछ इस तरह से था ‘अरे सोना! तोरा एगो परी हमर गोदी में छोड़ के चल गेलउ हल, तब से तू हमरा पास में हें’. इसका मतलब है कि ‘तुमको एक परी मेरी गोद में छोड़ कर चली गई थी, तब से तुम मेरे पास हो’. मेरे बालमन ने इस सवाल को ढ़ूंढने का प्रयास बहुत किया, लेकिन कहीं से सही उत्तर न मिल सका.
यही सवाल जब डेनमार्क के एक बच्चे ने अपने पैरेंट्स से पूछा तो उन्होंने बेहद रोचक तरीके से अपने बच्चे को यह बात को समझाई. उनके जवाब देने के तरीके से आप भी प्रभावित हो जाएंगे.
सारा डेनमार्क की हैं, कई साल पहले उनके पैरेंट्स डेनमार्क से अमेरिका आ गए थे. अभी हाल में सारा ने सोशल मीडिया साइट Reddit पर एक पोस्ट शेयर की है. अपने पोस्ट में उन्होंने अपने पैरेंट्स से अपने अस्तित्व को लेकर कई सवाल किए, जिनका जवाब उनके पैरेंट्स ने बेहद रोचक तरीके से दिया.
मैं कैसे आई?
इस सवाल पर उनके पैरेंट्स ने एक किड्स बुक के माध्यम से सारा को पूरी बात बताई.
आप लोग सेक्स कब करते हैं?
इस सवाल पर उनके पैरेंट्स ने जवाब दिया कि- जब तुम सो जाती थी, या फ़िर घर से बाहर जाने के बाद हम सेक्स करते थे.
बच्चों के लिए सेक्स एजुकेशन ज़रूरी है
सारा ने बताया कि उनके पैरेंट्स ने सभी सवालों का जवाब बहुत ही खुले तरीके से दिया, जिसे शायद कोई अमेरिकी पैरेंट भी अपने बच्चों को ना दे सके.
इन सबके बीच सारा कहती हैं कि प्यार और सेक्स दोनों अलग चीज़ है. प्यार मानसिक संतुष्टि के लिए आवश्यक है और सेक्स शारीरिक संतुष्टि के लिए. सारा सोशल साइट Reddit पर लिखती हैं कि ‘मेरे पैरेंट्स ने प्यार, सेक्स, कामुकता, वर्जिनिटी जैसे तमाम विषयों पर मेरे साथ चर्चा की. मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसे पैरेंट्स मिले. भविष्य में मैं अपने बच्चों को इन विषयों में खुल कर बताउंगी’.
हमारे पैरेंट्स क्यों हमसे छिपाते हैं?
पश्चिमी देशों में पैरेंट्स अपने बच्चों से सेक्स के विषय में खुल कर बात करते हैं. उनका मानना है कि इन विषयों के बारे में बच्चों को बताना बेहद ज़रूरी है, ताकि उनका भटकाव ना हो. हमारे यहां पैरेंट्स इन विषयों पर चर्चा इसलिए नहीं करते हैं क्योंकि उनको लगता है कि बच्चे भटक ना जाएं. आपके सामने दो तर्क हैं, अब फैसला हम लोगों को करना है कि भटकते कैसे हैं?
अज्ञानता ही रेप का कारण है
कई मामलों में देखा गया है कि अज्ञानता ही रेप का कारण हो सकता है. एक 12 साल के लड़के ने अपनी 6 साल की बहन के साथ इसी वजह में रेप कर दिया. कारण अज्ञानता और नासमझ थी. इस तरह के कई और मामले हैं, जो भूलवश हो जाते हैं.
सेक्स से जुड़ी कई भ्रांतियां
भारत में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक चले जाएं, सभी लोगों में एक समानताएं मिलेंगी. वो लोग ‘सेक्स’ शब्द सुन कर आपसे बात ही नहीं करेंगे.
सेक्स हमारे लिए आवश्यक है
जैसे शरीर को जीने के लिए भोजन, पानी और हवा की ज़रूरत है, वैसे ही सेक्स की भी ज़रूरत है.
Story Inputs: Boredpanda