वक़्त-वक़्त की बात है, जो चीज़ लोगों को पहले नामाकूल बनाती थी आज लोग उसी से कूल लगने लगे हैं. पहले जिसे असभ्य होने की निशानी माना जाता था, आज वही चीज़ ट्रेंड बन गई है. जी मैं दाढ़ी की बात कर रहा हूं.
हमने लोगों से दाढ़ी से जुड़ी कहानियां जाननी चाही, तो कुछ एेसे जवाब मिले:
शादी से पहले मेरी मां ने मेरे होने वाली पति को शेविंग किट दी ताकि वो साफ़-सुथरे हुलिए में बारात ले कर आए. शादी से 15 दिन पहले उसने क्लीन शेव कर ली. मां ने उसे देखते ही पूछा, ‘दोबारा उगने में कितने दिन लगेंगे?’आकांक्षा थपलियाल
दोस्त को एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी वालों ने रोक लिया क्योंकि जब पासपोर्ट बनवाया था, तब ख़ूब सारी दाढ़ी थी. ट्रेवल करने से घंटे भर पहले उसने क्लीन शेव करा ली थी.संचिता पाठक
शक्ल बच्चों जैसी थी इसलिए पहले मेरी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता था. अब किसी होने वाले पत्रकार की बात गंभीरता से न ली जाए, तो फिर करियर कैसे बनेगा, इसलिए मैंने दाढ़ी रखनी शुरू कर दी.रवि गुप्ता
स्कूल में बस हमारे एक दोस्त की दाढ़ी आती थी, लेकिन चाहिए सबको थी. सबने उससे दाढ़ी उगाने का तरीका पूछा. उस कमीने ने सबको हेयर रिमूवल क्रीम लगा दी. जो थोड़ी बहुत आ रही थी, वो भी चली गई.महिपाल बिष्ट
ADVERTISEMENT
ऐसा कोई शौक़ नहीं थी दाढ़ी रखने का, लेकिन जब पहली बार ख़ुद से शेव किया था तब लहु-लुहान हो गया था. उस डर से ही दाढ़ी रखनी शुरू कर दी.कुंदन कुमार
ये तो इन लोगों के अनुभव हैं. आप दाढ़ी के बारे में क्या सोचते हैं, अपने अनुभव हमें कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं.
आपके लिए टॉप स्टोरीज़