पाकिस्तान अपने राजनैतिक हालातों और रूढ़िवादी विचारों की वजह से पिछड़ा हुआ है, लेकिन प्रकृति ने उससे कोई भेद-भाव नहीं किया है. वहां कई ऐसी हसीन और निर्मल झीलें हैं जिन्हें देख कर एक बार तो मन करता है कि यहां जाना ज़रूर चाहिए. तो आज गोते लगाते हैं पाकिस्तान की ऐसी ही झीलों में, जहां जन्नत सा एहसास होता है.

1. रश झील

ये झील 5,098 मीटर पर रश परी पहाड़ के पास बनी हुई है जो पाकिस्तान में सबसे ज़्यादा ऊंचाई पर है. नागर वैली में मिआर पहाड़ और गोल्डन पीक है जिससे ये झील सिर्फ़ 15 किलोमीटर की दूरी पर है. इस झील से पाकिस्तान की बर्फ़ से लदी पहाड़ियों का मनोरम दृश्य नज़र आता है.

2. कींझर झील

ये पाकिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी साफ़ पानी की झील है और कराची से 122 किलोमीटर दूर, सिंध के थट्टा जिले में स्थित है. यहां हर दिन लोग कराची, हैदराबाद, थट्टा से पिकनिक मनाने, तैरने, मछली पकड़ने और बोटिंग के लिए आते हैं. इस झील के बीचों-बीच नूरी जाम तमाची की मज़ार भी है.

3. सत्पारा झील

बाल्टिस्तान के गिलगिट की सत्पारा झील, प्रकृति की सुंदरता को अपने अंदर समेटे हुए है. ये पाकिस्तान की सबसे बड़ी साफ़ पानी की झीलों में से एक है और समुद्र तल से 8,650 फ़ीट ऊपर है.

4. बंजोसा झील

आज़ाद कश्मीर के रावलाकोट की बंजोसा झील अप्राकृतिक झील है और टूरिस्ट्स के लिए काफ़ी बड़ा आकर्षण भी. इसके आस-पास देवदार के जंगल और हरे-भरे पहाड़ हैं. ये पूरा दृश्य इस जगह को बहुत ही रोमांटिक बनाता है और यहां आने के लिए रावलाकोट से सिर्फ़ 20 किलोमीटर का सफ़र तय करना पड़ता है.

5. शौसर झील

बाल्टिस्तान के गिलगिट में स्थित शौसर झील दियोसाई नेशनल पार्क में है. दियोसाई का ये समतल क्षेत्र दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है. 2.3 किलोमीटर लम्बी और 1.8 किलोमीटर चौड़ी इस झील की गहराई औसतन 40 मीटर है.

6. कारम्बर झील

KPK, गिलगिट और बाल्टिस्तान के बीच स्थित ये झील पाकिस्तान की दूसरी सबसे ऊंची झील है जो 14,121 फ़ीट की ऊंचाई पर है. इस वैली में ये सबसे गहरी झील भी है जिसकी गहराई 55 मीटर है.

7. दुदीपाटसर झील

काघन वैली के उत्तरी भाग में स्थित इस झील को दुदीपाट झील भी कहते हैं. ये पाकिस्तान की सबसे सुन्दर और मनोरम झीलों में से एक है. इसका नाम दुदीपाटसर इसलिए पड़ा क्योंकि इसके आस-पास बर्फ़ से ढके पहाड़ हैं. ‘दुदी’ का अर्थ होता है सफ़ेद, ‘पाट’ का अर्थ पहाड़ और ‘सर’ माने झील. गर्मियों के मौसम में इस झील का पानी शीशे की तरह चमकता है. लेकिन इस झील के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाने के लिए सिर्फ़ 4 महीनों का समय मिलता है, जून से लेकर सितम्बर तक.

8. सैफ़ुल मुलुक झील

इस झील को देख कर दिल से अपने आप शायरी निकलेगी क्योंकि ये पाकिस्तान की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है. एक मशहूर परिकथा के अनुसार पर्शिया के एक राजकुमार को इस झील के पास एक परी से प्यार हो गया था. इस परिकथा का नाम भी सैफ़ुल मुलुक था जिसे मशहूर सूफ़ी शायर मियां मोहम्मद बख़्श ने लिखा था. यहां का दृश्य इतना विस्मयकारी है कि लोग मानने लग गए हैं कि पूरे चांद की रात यहां पारियां आती हैं.

9. रत्ती गली झील

आज़ाद कश्मीर की नीलम वैली में स्थित इस झील का मनोरम दृश्य शायद आपने सपनों में देखा होगा. इसीलिए शायद मशहूर लेखक मुस्तनसर हुसैन तरार ने इसे सपनो की झील कहा है. 12,130 फ़ीट की ऊंचाई पर बनी इस झील के आस-पास हरी-भरी घास और सुंदर फूल उगते हैं.

10. शांगरी ला झील

तिब्बती भाषा में शांगरी ला का अर्थ होता है ‘धरती पर स्वर्ग’ और इस झील को देखने के बाद आपको भी ऐसा ही एहसास होगा. स्कार्दू शहर से सिर्फ़ 20 मिनट की दूरी पर स्थित इस झील के पास शांगरी ला रिसोर्ट भी है जहां पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है.

एक बात तो है, प्रकृति को सरहद की लकीरों के अंदर नहीं बांधा जा सकता है. जितना प्रकृति ने हमारे देश, हिन्दुस्तान को दिया है, उतना ही पाकिस्तान को भी अपनी सुंदरता से नवाज़ा है. ये तो पता नहीं कि हम कभी इन मनोरम झीलों का दीदार कर पाएंगे कि नहीं, लेकिन अगर आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार पाकिस्तान में रहता है तो उससे ये आर्टिकल शेयर कर, इन झीलों के बारे में ज़रूर पूछें.