मां और उसके बच्चे का एक अटूट रिश्ता, जिसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, वो मां के गर्भ में ही बन जाता है. ब्रह्माण्ड का सबसे खूबसूरत ये रिश्ता बाकी रिश्तों से अलग होता है, जो 9 महीने के कठिन परिश्रम और असहनीय दर्द के दौरान बनता है और इसमें कोई दोराय नहीं है कि जब बच्चा पैदा होता है, एक मां के लिए वो किसी चमत्कार से भी कहीं ऊपर होता है.

ये रिश्ता तब और मज़बूत हो जाता है, जब पैदा होने के तुरंत बाद जबकि बच्चे की आंखें भी नहीं खुलती हैं, वो अपनी मां की छाती से चिपक जाता है और मां उसको स्तनपान कराती है.
इस पल और बॉन्ड को और मज़बूत करने की कोशिश करते हुए, चेन्नई की Preethy Vijay, जो एक मां भी हैं, ब्रेस्ट मिल्क को ख़ूबसूरत ज्वेलरी में बदलने का काम कर रहीं हैं, ताकि वो पल और रिश्ता हमेशा के लिए ख़ूबसूरत यादों के रूप में कैद हो जाए.

ScoopWhoop से बात करते हुए Preethy ने बताया कि कैसे उनके दिमाग में ये विचार आया:
मैं एक कार्यक्रम में गई थी, जहां मां के लिए आयोजित किया गया था. वहां किसी ने पूछा कि क्या यहां कोई ऐसा है, जो इंडिया में ऐसा करता है. मैं पिछले 5 सालों से हस्तशिल्प (handicrafts) बनाने के साथ उसका काम भी करती हूं, और जब मुझे इसके बारे में पता चला तो सबसे पहले मेरे दिमाग में यही ख़्याल आया कि मैं भी ये कर सकती हूं.
ब्रेस्ट मिल्क या स्तन का दूध एक खराब होने वाला पदार्थ है, इसलिए ये काम करना बिलकुल भी आसान नहीं था.

‘जब मैंने ये करना शुरू किया, तो मैंने हर प्रकार के प्रिज़र्वेटिव्स का इस्तेमाल किया. लेकिन कुछ महीनों में ही ब्रेस्ट मिल्क का रंग बदल जा रहा था. फिर मैंने कुछ दोस्तों से इसमें मदद मांगी और आखिरकार इसे बरकरार रखने का एक तरीका मिल ही गया.’

जब उनको दूध को संरक्षित रखने का तरीका मिल गया, तब उन्होंने ब्रेस्ट मिल्क, गर्भनाल, बच्चे के बाल और बच्चे के पहले दांत को भी ज्वेलरी बनाने के लिए यूज़ करना शुरू कर दिया.

इसी साल मई महीने के बाद से, देश के अलग-अलग राज्यों से हर हफ़्ते इनको कम से कम 12 ऑर्डर मिल रहे हैं. झुमके से लेकर पेंडेंट्स तक, आप जो चाहें और जैसी डिज़ाइन चाहें Preethy आपको वो सब बना कर दे सकती हैं.
हर आइटम की कीमत उसको बनाने में इस्तेमाल किये गए मैटीरियल के आधार पर बदलती रहती है. लेकिन इनकी कीमत 1000 से 4000 रुपये के बीच रहती है. उनके पास आने वाले ज़्यादातर ऑर्डर्स उनके Facebook page के माध्यम से आते हैं और लोगों द्वारा भी आते हैं.

Preethy, जो खुद एक मां हैं, का मानना है कि इस प्रकार का उपहार दुनिया की हर जगह मां के लिए अनमोल है.
वो कहती हैं कि ‘बहुत लोगों के लिए ये ज्वेलरी सोना-चांदी-हीरे से भी ज़्यादा कीमती होती है. बहुत सी मांओं ने ये ज्वेलरी इस लिए बनवाई है कि वो इसे अपने बेटे या बेटी को दे देंगीं, तो कुछ का मानना है कि वो ये अपने बच्चे के लाइफ पार्टनर को देंगी. ये माता-बच्चे के रिश्ते का एक प्रतीक है और ये अनमोल है.’

हमें पूरा यकीन है कि नई मां के लिए इससे अच्छा और बेहतर कोई दूसरा तोहफ़ा हो ही नहीं सकता. और हो भी क्यों न, क्योंकि ये बच्चे को जन्म देने के दौरन होने वाली असहनीय पर सुखद पीड़ा और उसका यादगार अनुभव है, जिसे ही मातृत्व कहा जाता है.