घूमने-फ़िरने के लिए दो चीज़ें सबसे ज़रूरी होती हैं, एक तो पैसा और दूसरा समय. अगर आपके पैसा कम है तो चिंता करने वाली कोई बात नहीं, क्योंकि कम पैसों में भी आप हॉलीवुड की फ़िल्मों में दिखाए जाने वाले अद्भुत दृश्यों का लुत्फ़ वास्तविक जीवन में उठा सकते हैं, वो भी अपने देश भारत में! जी हां, मैं आपसे किसी प्रकार का मज़ाक नहीं कर रहा. वैसे भी ये मौसम प्रेमियों के अनुकूल है तो आप इन जगहों पर अपनी प्रेमिका या प्रेमी के साथ जा सकते हैं. तो एक नज़र डालिए हॉलीवुड की फ़िल्मों में दिखाई गई इन शानदार जगहों पर, जो हमारे देश में ही मौजूद हैं. और हां इन जगहों का लुत्फ़ अकेले मत उठाना. हो सके तो इस आर्टिकल को अपने घुमक्कड़ दोस्तों के साथ शेयर करना, क्या पता वो अपने प्लान में आपको भी साथ ले लें!

1. पेरिस की मध्यरात्रि का हसीन लुत्फ़ आप कोलकता में उठा सकते हैं. 

मध्यरात्रि में पेरिस की सड़कों पर बिखरी हल्की रौशनी दो प्रेमियों के लिए किसी रोमेंटिक जगह से कम नहीं. यही कारण है कि इस दृश्य को हॉलीवुड की फ़िल्म में भी दिखाया गया था.

लेकिन अगर आप एक नज़र भारत के कोलकता पर डालेगें, तो आपको यहां भी रात के समय सड़कों पर हल्की रौशनी बिखरी मिलेगी. इन सड़कों पर आप पैदल भी घूम सकते हैं और यहां के प्रसिद्ध रिक्शों में भी, जो आपके सफ़र को और हसीन बना देगा!

2. बार्सिलोना नहीं, तो मरीन ड्राइव ही सही. 

फ़िल्म ‘विक्की क्रिस्टीना बार्सिलोना’ में अभिनेत्री का बार्सिलोना के समुद्र तट पर बैठकर गीत गुनागुना लोगों को इतना भाता है कि, वे भी बार्सिलोना जाने का प्लान बनाने लगते हैं, लेकिन बजट के कारण प्लान पूरा नहीं हो पाता.

ख़ैर, इसके लिए आपको बार्सिलोना जाने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि मुंबई के मरीन ड्राइव पर भी आप बेहतरीन लम्हें गुज़ार सकते हैं. जब समुद्र की लहरों से उत्पन्न हवा आपके बालों और चेहरे को छुएगी, तो आप बार्सिलोना को भूल जाएंगे.

3. होबिट्टन ग्रासलैंड, मुन्नार में भी मौजूद है. 

इस जगह को इतने बेहतरीन तरीके से बनाया गया है कि लोगों को यकीन ही नहीं होता कि ये एक फ़िल्म का काल्पनिक सेट है.

फ़िल्म के निर्माता को एक बार भारत का रुख़ करना चाहिए था, क्योंकि अगर उनकी नज़र केरल स्थित ‘मुन्नार’ पर पड़ती तो शायद उन्हें ये सेट बनाने की ज़रूरत न पड़ती! खैर, आप इस ‘ग्रासलैंड’ का लुत्फ़ भारत में ही उठा सकते हैं.

4. वास्तविक ‘Fantasyland’ कोडाइकनाल में स्थित है. 

Arogonath की मूर्तियां इतनी विशाल हैं कि उन्हें देखने के लिए आपकों अपनी गर्दन उठानी ही पड़ेगी. इस जगह को काल्पनिक रूप से बनाया गया है.

लेकिन ‘कोडाइकनाल’ में खड़ी विशाल चट्टाने इस काल्पनिक डिज़ाइन को हकीकत में बदल देती हैं.

5. कालका शिमला एक्सप्रेस पहुंचाएगी Hogsmeade नगरी. 

फ़िल्म हैरी पॉटर में Chugging Hogwarts Express से जो दृश्य दिखता है उसे आप भारत की ट्रेन में सवार हो कर भी देख सकते हैं!

अगर हिमालय की खूबसूरती को देखना है तो एक आम ट्रेन को छोड़कर आपको ‘कालका शिमला एक्सप्रेस’ में सवार होना पड़ेगा. इस ट्रेन के रास्ते में अनगिनत सुरंगे मिलेगी जो आपको एक जादूई नगरी का एहसास करवाएंगी.

6. मोटरसाइकिल डाइरीज़ को आप मनाली से लेह पर जी सकते हैं. 

फ़िल्म मोटरसाइकिल डायरीज़ में अर्नेस्टो और अल्बर्टो ब्राज़ील से पेरू का सफ़र तय करते हैं, जो बेहद रोमांचक होता है. उनकी बाइक से जुड़ा हर शॉट ‘बाइक लवर्स’ को ऐसी रोमांच भरी यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करता है.

भले ही आप अर्नेस्टो और अल्बर्टो की तरह ब्राज़ील से पेरू नहीं जा सकते, लेकिन एक देसी रोड ट्रिप तो ले ही सकते हैं. वो भी मनाली से लेह तक की, जिसका रास्ता इतना रोमांचक है कि आप एक नई मोटारसाइकल डायरिज़ बना लेंगे!

7. नार्निया के लिए नैनिताल 

फ़िल्म ‘नार्निया’ में बर्फ़ की चादर से ढकी जगह इतनी खूबसूरत है कि वहां अधिकतर लोग जाना चाहेंगे. पर ऐसा मुमकिन नहीं है.

नार्निया में दिखाई गई जगह की तरह एक स्थान हिमालय की गोद में मौजूद है. अगर आप नैनिताल फरवरी में जाएंगे तो आपको बर्फ़बारी देखने को मिलेगी जिसमें भीगने का मज़ा ही कुछ और है!

8. वर्कला पापनाशम Beach पर आप दिल खोल कर चिल्ला सकते हैं. 

ग्रीक आइसलैंड पर मौजूद इस Beach पर प्रेमियों के बीच रोमांस ख़ुद-ब-ख़ुद पनपने लगता है.

लेकिन अगर आप भारत में ही इस तरह की फील लेना चाहते हैं तो केरल में स्थित वर्कला समुद्र तट सबसे बेहतर जगह है. जहां का दृश्य आपका दिल जीत लेगा.

9. Morgim Beach पर मिलेगा परमानंद! 

Christopher McCandless की यात्रा साबित करती है कि ये दुनिया सही में बेहद खूबसूरत है. उनकी अलास्का यात्रा उन क्षणों को सामने लाती है जिन्हें हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार करना चाहता है, बस उन्हें वैसा पल मिलना चाहिए.

अगर आप McCandless की तरह अलास्का नहीं जा सकते तो आपके पास भारत है. यहां आप गोवा जाकर लगभग वैसा ही अनुभव ले सकते हैं, जो उन्होंने अपनी यात्रा में लिया था. जीवन रोमांच में रहना ही चाहिए, नहीं तो उसे निरस होने में देर नहीं लगेगी.

22 तक पढ़ाई, 25 पे नौकरी, 26 पे छोकरी, 30 पे बच्चे, 60 पे रिटायरमेंट… और फ़िर मौत का इंतज़ार, अगर ऐसी घिसी-पिटी लाइफ़ नहीं जीना चाहते तो खुद को पहचानों और ज़िंदगी के हर पल को खुलकर जियो… क्योंकि दोस्तों ये ज़िंदगी न मिलेगी दौबारा!