बीते कुछ वर्षों में फ़ोटोग्राफ़ी और National Geographic मैगज़ीन एक दूसरे का प्रयाय बन चुके हैं. कारण है उनके द्वारा सालाना आयोजित किया जाने वाला फ़ोटोग्राफ़ी कॉम्पिटिशन. इस प्रतियोगिता में दुनिया भर के फ़ोटोग्राफ़र्स हिस्सा लेते हैं. इसके लिए वो इस धरती की सबसे बेहतरीन और उम्दा तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर भेजते हैं. साल 2018 के इस प्रतियोगिता की ऐसी कुछ ख़ास तस्वीरें हम आपके लिए लेकर आए हैं. 

प्रकृति से लड़ने की क्षमता.

ऐसा लग रहा है जैसे किसी पहाड़ में आग लग गई हो.

कोहरे ने इस पहाड़ को अपने आगोश में ले लिया है.

बर्फ़ से जमी झील में कूदने से तूफ़ानी कुछ हो सकता है?

आग उगलता ज्वालामुखी और कड़कती बिजली का अद्भुत संगम.

भूख रात में भी खाने की तलाश करा सकती है.

कैलिफ़ोर्निया के Mojave Desert में खड़ी Volkswagen द्वारा वापस मंगाई गई कारें. ये वो कार्स हैं जिनमें Emissions Tests पास करने के लिए चीटिंग की गई थी.

एक खानाबदोश की ज़िंदगी.

एक-दूसरे से आगे निकलने की रेस.

ऐसा लग रहा है जैसे पहाड़ से कोई जिन निकल रहा हो.

जासूस उल्लू.

रेगिस्तान के दो पहलू.

लगता है ये दरियाई घोड़े भंडारे की लाइन में लगे हैं.

कज़ाकिस्तान में चील के साथ शिकार पर निकला एक शख़्स.

दरिया से जो टकराएगा, वो चूर-चूर हो जाएगा.

चील से शिकार करने वाली मंगोलिया की एक जनजाति की एकमात्र महिला शिकारी.

ऐसा लगता है गोताखोर पानी में नहीं अंतरिक्ष में तैर रहा है.

रिटायरमेंट के बाद ये करना कैसा रहेगा?

लगता है इन Penguins को जादू आता है.

खाने के लिए जान की बाज़ी लगाना.

ऐसा लग रहा है जैसे यहां 2 नहीं 4 गैंडे मौजूद हैं.

मौत के मुंह से बच निकलने की जद्दोजहद.

इटली के शहर Sorano में सनसेट का एक सुंदर नज़ारा.

ज़िंदगी के बोझ तले दबा एक मज़दूर.

जापान के वर्ल्ड फ़ेमस Blue Pond का अद्भुत नज़ारा.

भेड़ों के इस झुंड ने तो सड़क ही जाम कर दी.

ये मेरी फ़ेवरेट जगह है, यहां तुम नहीं आ सकते.

उम्मीद की एक किरण.

पानी से उठता धुआं.

तबाही के बाद का मंज़र.

प्रकृति से ताकतवर कोई नहीं.

परंपरा की ज़जीरों को तोड़ने को आतुर एक नन्हीं जान.

दिल्ली के पहाड़गंज की सड़कों पर जैसे लोगों की नदी बह रही है.

चलो भाई अब घर चलते हैं.

ये ट्रेन आधी कहां गायब हो गई.

कोई देख न ले.

इनमें से बेस्ट तस्वीर छांटने में जजों को कितनी मेहनत करनी पड़ती होगी!