अपनी ज़िंदगी में कुछ कर गुज़रने का सपना हर किसी का होता है लेकिन बहुत कम ही लोगों का सपना सच हो पाता है. कुछ इसके लिए समय न होने का बहाना बनाते हैं, तो कुछ उम्र निकल जाने का. ऐसे लोगों को टर्बन ट्रैवलर नाम से मशहूर इस शख़्स से सीख लेनी चाहिए. इन्होंने 60 साल की उम्र में दिल्ली से लंदन तक का सफ़र किया, वो भी अपनी कार से. इसका सपना इन्होंने अपनी जवानी में देखा था.

दिल्ली से लंदन कार तक यात्रा करने वाले इस शख़्स का नाम है अमरजीत चावला. ये यात्रा रोड से उन्हें तकरीबन 40 हज़ार किलोमीटर की पड़ी. जबकी फ़्लाइट से यात्रा करने पर ये दूरी करीब 6500 किलोमीटर की होती है लेकिन ऐसा करने के पीछे वो सपना है, जो उन्होंने 20 साल की उम्र में देखा था. 

दरअसल, जब अमरजीत चावला ने अपनी जवानी में कार के ज़रिये ब्रिटेन जाने का सपना देखा था. लेकिन उनके पिता ने अमरजीत को इसकी इजाज़त नहीं दी. इसके बाद उनका विवाह हो गया और वो अपने बिज़नेस का विस्तार करने में बिज़ी हो गए. 

कचोटता था अधूरा सपना 

मगर अमरजीत को दिन-रात उनके इस अधूरे सपने की याद सताती रहती थी. इसलिए अमरजीत इस यात्रा के लिए धीरे-धीरे पैसे इकट्ठे करने लगे. 60 की उम्र में उन्होंने ये यात्रा करने का निर्णय किया. 

उनकी ये यात्रा दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे से शुरू हुई थी. 135 दिनों की उनकी ये जर्नी लंदन के एक गुरुद्वारे पर जाकर ही ख़त्म हुई. इस दौरान उन्होंने 30 देशों की यात्रा की. रास्ते में छोटी-मोटी मुश्किलें भी आईं, लेकिन उन्हें हल करने में लोगों ने भी दिल खोलकर अमरजीत की मदद की. 

इस यात्रा के बारे में बात करते हुए अमरजीत ने कहा- मैंने तय किया था कि कुछ ऐसा ज़रूर करूंगा कि, लोग मेरे मरने के बाद भी मुझे याद करें. आज अपनी इस यात्रा को पूरा कर के मुझे इतनी ख़ुशी हो रही है. मैं इतना रईस महसूस कर रहा हूं कि मैं शब्दों में नहीं बयान कर सकता. मैं आज सच्चे मायनो में एक रईस आदमी हूं. क्योंकि मैंने जो कमाया है, उसे कोई चुरा नहीं सकता. मेरे पास अनुभवों का ख़ज़ाना है.

हॉलीवुड स्टार अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर से हुई मुलाकात

इस यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात हॉलीवुड स्टार अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर से भी हुई थी. उन्होंने अमरजीत की कार पर ऑटोग्रॉफ़ भी दिया था. वैसे इनकी कार पर उन सभी लोगों के ऑटोग्रॉफ़ हैं, जो इस ट्रिप के दौरान अमरजीत से मिले थे. उनकी ये यात्रा 7 जुलाई 2018 को शुरू हुई थी और इस साल 23 फ़रवरी को ख़त्म हुई.  

अमरजीत नौजवानों को संदेश देते हुए कहते हैं कि सपने देखते रहो और उन्हें पूरा करने की कोशिश में लगे रहो. 

अमरजीत का अगला लक्ष्य दिल्ली से अमेरिका जाना है. वो इस तरह 2020 तक दुनिया के सभी सातों महाद्वीपों की यात्रा बाय कार करना चाहते हैं. 

हम भी दुआ करते हैं कि, वो अपने इस मकसद में ज़रूर कामयाब हों.