‘मुझे भारत में नहीं रहना, मैं तो अमेरिका के वीज़ा के इंतज़ार में हूं.’
‘कुछ न रखा हिन्दुस्तान में.’
‘मैं तो किसी NRI से ही शादी करूंगी.’
इस तरह के विचार आपने अपने आस-पास कई बार सुने होंगे. आपके कुछ रिश्तेदारों ने देश छोड़ भी दिया होगा. भारत में ये नहीं है, वो नहीं है, हद से ज़्यादा भ्रष्टाचार है, बहुत रिज़रवेशन है… वगैरह-वगैरह. ऐसे ही कारण देकर कई देशवासी देश छोड़ देते हैं.
एक अच्छी ज़िन्दगी के लिए विदेश में Settle होना ग़लत नहीं है.
जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, विदेश में भी सब अच्छा-अच्छा नहीं है.
Quora पर सवाल पूछा गया, विदेश और भारत में क्या अंतर है? छांट-छांटकर जवाब लाए हैं:
1. खाने की बर्बादी

एक यूज़र ने बताया कि अमेरिका में काफ़ी ज़्यादा मात्रा में खाना बर्बाद किया जाता है. वहीं जापान में इसके ठीक विपरीत लोग खाने की बर्बादी नहीं करते. अगर खाना बच जाता है, तो उसे वो अपने साथ ले जाते हैं.
2. शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलना है मुश्किल

विदेशों की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक ये है. लगभग हर चीज़ में Meat या अंडे डाले ही जाते हैं. Pure Veg खाना मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है.
3. Packaged Food

विदेशों में ख़ासकर अमेरिका और कनाडा के लोग लोकल बाज़ारों के बजाए, Packaged और Canned Food ख़रीदते हैं.
4. स्वास्थ्य की देखभाल

भारत में आप किसी भी डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज करवा सकते हैं. अमेरिका में ऐसा नहीं है, अमेरिका में डॉक्टर से Appointment लेने के बाद लगभग 7 दिनों बाद आप डॉक्टर से मिल सकते हैं, वहीं भारत में किसी भी डॉक्टर से चेकअप करवाया जा सकता है. भारतीय डॉक्टर्स Diagnosis और Treatment में ज़्यादा वक़्त नहीं लगाते, वहीं अमेरिका में इसमें महिनों लग जाते हैं.
5. Fitness को लेकर सजग

भारत में लोग Fitness को लेकर उतना सजग नहीं हैं, जितना बाकी देशों में हैं. विदेशों में लोगों के Fitness Goals होते हैं, लोग Aerobics करते हैं, Gym जाते हैं. भारत में लोग दबा के खाते तो हैं, लेकिन वर्जिश कम ही लोग करते हैं.
6. पब्लिक ट्रांसपोर्ट

भारत में रेल नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. दुर्गम इलाकों में भी रेल लाइनें बिछाई जा रही हैं. जापान का भी रेल नेटवर्क काफ़ी सुदृढ़ है. अमेरिका की बात की जाए तो शहर से बाहर जाने के लिए कार का ही प्रयोग करना पड़ता है, पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुदृढ़ नहीं है.
7. कॉलेज की पढ़ाई

भारत में जहां माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का ख़र्च उठाते हैं, वहीं अमेरिका में ज़्यादातर स्टूडेंट्स आपसे में ही लोन लेते हैं. अमेरिका में अगर कोई छात्र चीटिंग करते हुए पकड़ा जाता है, तो कई प्रोफ़ेसर्स उसे फ़ेल कर देते हैं.
8. क्रेडिट कार्ड

भारत में बहुत से लोगों के पास बैंक अकाउंट तक नहीं है, लोगों के बैंक खाते खुलवाने के लिए प्रधानमंत्री ने ‘जन धन योजना’ चलाई. बहुत से भारतीय क्रेडिट कार्ड से तौबा करते हैं. अमेरिका में लोग क्रेडिट कार्ड के सहारे ही जीते हैं, किसी भी तरह का लोन क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करता है.
9. फ़ैमिली सिस्टम

अमेरिका में वरिष्ठ नागरिक अपने बच्चों के साथ रहने के बजाए वृद्धाश्रम में रहना ज़्यादा पसंद करते हैं. Live In Relationship, बिना शादी के बच्चे ब्राज़ील और अमेरिका में काफ़ी आम बात है और वहां का समाज इसे स्वीकार भी करता है. अमेरिका में माता-पिता बच्चों को प्राइवेसी देते हैं. वहीं भारतीय समाज Live In Relationship को स्वीकार नहीं करता, शादी के बग़ैर बच्चा तो दूर की बात है.
10. शादी

भारत में माता-पिता अपने बच्चों की शादी के लिए पैसे बचाते हैं. सालों तक पैसे जोड़कर अपने बच्चों की शादी करवाते हैं. वहीं अमेरिका में बच्चे अपनी शादी अपने पैसों से करते हैं.
लिस्ट लंबी है. हर जगह की कुछ अच्छाइयां, कुछ बुराइयां होती ही है. एक बात तो साफ़ हो गई कि विदेश में भी सब अच्छा-अच्छा नहीं है.