महिलाओं के प्रति हिंसा इस देश के लिए नई बात नहीं है. हर रोज़ अख़बार ऐसी ख़बरों से पटे होते हैं. दहेज जैसी कुप्रथा से हम सालों से लड़ रहे हैं, लेकिन हर नई घटना पिछली घटना से बड़ी और वीभत्स होती है. ऐसी ही एक वीभत्स घटना चंडीगड़ की है.

एक महिला दहेज के कारण घरेलू हिंसा की शिकार हो रही थी, सालों से वो न्याय की लड़ाई लड़ रही है. The Tribune की रिपोर्ट के अनुसार, महिला की मुलाक़ात गुरविंदर सिंह नाम के एक कैब ड्राइवर से हुई. दोनों के बीच दोस्ती हुई. महिला का विश्वास जीतने के बाद उसने कथित रूप से उसके पेय पदार्थ में ड्रग्स मिला दिया. स्थिति का फ़ायदा उठा कर उसने यौन हिंसा की और अपनी इस हरकत का रिकॉर्डिंग भी की.

महिला ने बहादुरी दिखाते हुए थाने में जा कर रिपोर्ट दर्ज कराई. पीड़ित महिला बताती है कि जब वो पुलिस के पास गई, तो पुलिस उल्टे उसको ये समझाने लगी को आरोपी के साथ शादी कर ले, क्योंकि आरोपी के पास उसका MMS है, उसकी इज़्ज़त दांव पर लगी है.

उसे आरोपी से शादी करनी पड़ी लेकिन शादी के बाद भी महिला की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया. अब लड़का और उसके पिता लड़की को दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने लगे.

रिपोर्ट में दर्ज है कि पीड़िता की मां ने शादी के दौरान 4.5 लाख और शादी के बाद 2.5 लाख आरोपी को विदेश जाने के लिए दिए थे, लेकिन उनकी भूख इतने से शांत नहीं हुई. वो महिला को लगातार पैसों के लिए परेशान करते रहे और पिछले साल उसे जलाने की कोशिश भी की. महिला के शरीर का 50 प्रतिशत हिस्सा जल गया, उसका इलाज अभी भी चल रहा है.

ये दर्दनाक दास्तां यहां भी नहीं रुकी, उसका आरोपी पति और पिता पीड़िता का पीछा करने लगते हैं और उसे जान से मार देने की धमकी देते हैं. पिछले सप्ताह की शुक्रवार को जब महिला सड़क पर जा रही थी, तो उसके पति ने आधे जले शरीर पर पेट्रोल फ़ेंका.

महिला का कहना है कि इतना कुछ होने के बावजूद वो लगातार पुलिस जांच की मांग कर रही है, लेकिन पंचकुला पुलिस उस पर केस वापस लेने के लिए दबाव बना रही है.

पुलिस ने महिला के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वो बस प्रक्रिया का पालन कर रही है और अगर उसका पति दोषी पाया गया, तो उसके ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारी न्यायव्यवस्था उस महिला के साथ न्याय करे. इस महिला की कहानी आप यहां सुन सकते हैं.