एप्स और सोशल मीडिया के दौर में युवा पीढ़ी के लिए अपने पार्टनर से वफ़ा निभाना थोड़ा मुश्किल हुआ है. इसी दौर में एक और ट्रेंड ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है.

रिलेशनशिप के इस नए ट्रेंड के अनुसार, माइक्रो चीटिंग एक ऐसी बला है जिसमें आपके ख्याल साबित कर सकते हैं कि आप अपने पार्टनर के साथ चीट कर रहे हैं या नहीं.

डेटिंग एक्सपर्ट Melanie Schilling के मुताबिक, माइक्रो चीटिंग दरअसल आपके ख्याल और निजी ज़िंदगी में आपके वो एक्शन हैं, जिससे जाहिर होता है कि आपके अपने पार्टनर के प्रति कितने वफ़ादार हैं?

माइक्रो चीटिंग के बारे में जानने क लिए आप इन बातों पर गौर फ़रमा सकते हैं.

अपने रिलेशनशिप स्टेट्स के बारे में आकर्षक लोगों से झूठ बोलना

इंस्टाग्राम पर अट्रेक्टिव लोगों की तस्वीरों को कई बार लाइक करना

ऑफ़िस में अपने सहकर्मियों के साथ कैज़ुएल फ़्लर्ट करना

बार में अजनबियों से मिले ड्रिंक को सहजता से स्वीकार कर लेना

अपनी एक्स गर्लफ़्रेंड के साथ टच में रहना और अक्सर मुलाक़ात करना

किसी के साथ डेटिंग को लेकर अक्सर मज़ाक करना

अपनी सेक्शुएल हिस्ट्री के बारे में शेखियां बघारना

टिंडर एप पर दूसरे नाम या आईडी के साथ अकाउंट होना

किसी ऐसे दोस्त का साथ देना, जिसने अपनी गर्लफ़्रेंड के साथ चीट किया हो

अपने पार्टनर को इनसिक्योर फ़ील करने के कारण देना

अपने पार्टनर को ज़रूरी चीज़ों के बारे में बताना भूल जाना

अपने पार्टनर के कॉल या मेसेज का देरी से जवाब देना

अपने दोस्तों से अपने दोस्त के तौर पर पार्टनर को न मिलाना

अपना पासवर्ड बार-बार बदलते रहना

यूं तो माइक्रो चीटर्स कुछ ऐसा नहीं करते जो पारंपरिक तौर पर धोखा देने की श्रेणी में आता हो, लेकिन Melanie के अनुसार ऐसे लोगों के दिमाग में काफी कुछ हो सकता है.

लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं कि अगर आप किसी रिलेशनशिप में हैं, तो भी किसी और इंसान के लिए आकर्षण होने की संभावना भी हो सकती है. ऐसे में महज एक डेटिंग एक्सपर्ट के कहने पर अपने आपको पूरी तरह से बदल लेना शायद संभव ना भी हो पाए. अंत में किसी भी रिलेशनशिप में ट्र्स्ट ही मायने रखता है.