अंग्रेज़ी में एक कहावत है, “एक तस्वीर, हज़ार शब्दों के बराबर होती है”. इन मशहूर पेंटर्स ने अपनी ज़िन्दगी कैनवस पर अपना हाल-ए-दिल बयां करने में निकाल दी. लेकिन कई बार जीवन में ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं, जिनसे कला भी बच कर नहीं निकल पाती. इन पेंटर्स की आख़री पेंटिंग उनके जीवन के आख़री लम्हों का वर्णन करती हैं क्योंकि, ये पेंटिंग बनाने के बाद इन सब ने आत्महत्या कर ली. क्यों? जानने के लिए आगे पढ़ो.

1. Vincent Van Gogh- Daubigny’s Garden

Vincent Van Gogh की आख़री पेंटिंग में उन्होंने अपने पसंदीदा पेंटर Charles-François Daubigny के घर का गार्डन बनाया था. Daubigny की मृत्यु के बाद भी उनकी विधवा उसी घर में रहती थी और उन्होंने Van Gogh को उस गार्डन की पेंटिंग बनाने की अनुमति दे दी. Van Gogh ने इस गार्डन को 3 बार बनाया और हर बार उसका नाम Daubigny’s Garden ही रखा. कहते हैं इस पेंटिंग को बनाने के कुछ महीनों बाद, Van Gogh ने आत्महत्या कर ली थी.

2. Richard Gerstl- Nude Self-Portrait With Palette

ऑस्ट्रियन पेंटर Richard का प्रेम-प्रसंग Arnold Schoenberg की पत्नी के साथ चल रहा था. एक दिन Arnold ने Richard और अपनी पत्नी को आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया था. उसके बाद दोनों को भागना पड़ा, लेकिन Arnold की पत्नी अपने बच्चों की ख़ातिर वापस आ गयीं. प्यार में हारे हुए Richard ने 1908 में सारे ख़त और कागज़ों को जला डाला और खुद को फांसी लगा ली. सिर्फ़ फांसी ही नहीं, उन्होंने अपने आप को चाकू से भी गोद डाला. आत्महत्या करने से पहले भी Richard अपना न्यूड पोर्ट्रेट बनाकर गए और वो थी उनकी आख़री पेंटिंग.

3. Jean-Michel Basquiat- Riding With Death

Jean-Michel Basquiat एक अमेरिकन आर्टिस्ट, संगीतकार और निर्माता थे जिन्होंने 27 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली थी. वैसे तो वो बहुत ही सफ़ल थे और उनकी पेंटिंग्स की मांग भी बहुत थी लेकिन हेरोइन की लत लगने के कारण उन्होंने अपनी ज़िन्दगी खुद ही बर्बाद कर ली. उनकी आख़री पेंटिंग में दिखाया गया है कि कैसे एक मनुष्य, कंकाल को प्रताड़ित कर रहा है.

4. Arshile Gorky- Agony

आर्मेनियन पेंटर Arshile Gorky ने 44 साल की उम्र में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. 1946 से Gorky के साथ बहुत सारी दुर्घटनाएं हुईं. उनका स्टूडियो जल कर राख़ हो गया, उन्हें अपने कैंसर का इलाज कराना पड़ा और उनकी पत्नी का Roberto Matta के साथ नाजायज़ संबंध था. फिर एक कार एक्सीडेंट में उनकी गर्दन टूट गयी और पेंटिंग करने वाला हाथ लकवाग्रस्त हो गया. ताबूत में आख़री कील तब ठोकी गयी, जब उनकी पत्नी, बच्चों के साथ घर छोड़ कर चली गयी.

5. Constance Mayer- Une Famille Dans La Desolation

Mayer एक फ्रेंच रोमांटिक पेंटर थीं जो Pierre-Paul Prud’hon के साथ पढ़ती थीं. वो Paul से प्यार करती थीं लेकिन किसी कारण से Paul उनसे शादी नहीं कर सकते थे. ज़िन्दगी भर Paul के साथ नहीं रह पाने की वजह से Mayer ने अपनी ज़िन्दगी, गला काट कर ख़त्म कर ली. Mayer की मृत्यु का दुःख Paul भी नहीं झेल पाये और Mayer के सहयोग से बनी आख़री पेंटिंग को ख़त्म करने के 2 साल बाद उनकी भी मृत्यु हो गयी.

6. John Minton- The Death Of James Dean

Minton एक अंग्रेज़ पेंटर, चित्रकार, स्टेज डिज़ाइनर और टीचर थे. उस समय एब्सट्रैक्ट आर्ट बहुत प्रचलित हो रही थी और Minton को लगने लगा कि उनकी कला को लोग देखेंगे नहीं. डिप्रेशन में उन्होंने अपना आत्मविश्वास खो दिया और अपनी आख़री पेंटिंग ख़त्म करने से पहले आत्महत्या कर ली.

7. Mark Rothko- Untitled (Black On Gray)

Mark Rothko एक बहुचर्चित अमेरिकन आर्टिस्ट थे. उन्होंने अपने हाथ की नस ब्लेड से काट कर आत्महत्या कर ली थी. 66 साल के Mark की ऑटोप्सी करने पर ये भी पता चला की उन्होंने अधिक मात्रा में एंटी-डिप्रेसेंट दवाइयां ले ली थीं. उनकी पेंटिंग्स की आख़री सीरीज़ का नाम था “The Black Paintings” जो की मृत्यु के ऊपर थीं.

8. Nicolas De Stael- Le Concert

Stael रशियन मूल के फ्रेंच पेंटर थे जो अपने एब्सट्रैक्ट आर्ट के लिए जाने जाते थे. उन्होंने बिल्डिंग से कूद कर आत्महत्या कर ली थी और उनकी आख़री पेंटिंग “Le Concert” अधूरी रह गयी. आत्महत्या करने से पहले उनके आख़री शब्द थे, “मुझ में अपनी पेंटिंग्स को ख़त्म करने की ताकत नहीं बची है”.

9. John William Godward- Nu Sur La Plage

John William Godward एक अंग्रेज़ पेंटर थे जो ज़्यादातर सुंदर महिलाओं की पेंटिंग्स बनाते थे. इस वजह से उन्हें काफ़ी पॉपुलैरिटी मिली लेकिन उस समय Picasso की पेंटिंग्स को ज़्यादा शोहरत मिलने लगी. असफ़ल होने के डर से उन्होंने 61 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली. उनका कहना था कि “दुनिया मेरे और Picasso के लिए बहुत छोटी है”.

10. Christopher Wood- Zebra And Parachute

Wood की आख़री पेंटिंग में ज़ेबरा और पैराशूट दिखाया गया है. अफ़ीम छोड़ने के कारण उन्हें ऐसा आभास होने लगा था कि कोई उनका पीछा कर रहा है. इस काल्पनिक साये से बचने के लिए, 1930 में उन्होंने ट्रेन के सामने छलांग लगा दी.

आपने ध्यान दिया होगा कि अपने जीवन के आख़री लम्हों में इन आर्टिस्ट्स ने वो पेंटिंग्स बनायीं जो इनके दिल में दफ़न राज़ों को उजागर करती थीं. इनकी कहानियां दुखद हैं, इनकी ज़िन्दगी एक अल्पविराम पर आ कर रुक गयीं, लेकिन इनकी आर्ट ने इन्हें सदा के लिए अमर ज़रूर कर दिया.