मार्शल आर्ट (Martial Art) स्वस्थ रहने तथा आत्मरक्षा के लिए बेहतरीन माध्यम है. लोग मार्शल आर्ट (Martial Art) अलग-अलग कारणों से सीखते हैं. कई लोग इसे एक खेल के रूप में सीखते हैं, तो कुछ इसे व्यायाम के तौर पर. लेकिन सच्चाई है कि ज़्यादातर लोग इसे विषम परिस्थितियों के लिए सीखते हैं. मार्शल आर्ट (Martial Art) के प्रत्येक स्टाइल की अपनी कुछ विशेष टेक्नीक्स होती हैं, जो आत्मरक्षा के समय प्रयोग होती हैं. अब सवाल यह उठता है कि कौन सी मार्शल आर्ट बेस्ट है. मार्शल आर्ट सिखाने वाले सभी गुरूओंका मानना है कि “यह कला अभ्यास और समर्पण पर निर्भर करती है”. बहरहाल, हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया की 10 सबसे ख़तरनाक और बेहतरीन मार्शल आर्ट्स.
1. ताईक्वान्डो
यह कला मूल रूप से कोरिया से निकली है और करीब 5,000 साल पुरानी मानी जाती है. ताईक्वान्डो को इसकी तेज़ और घूमती हुई ऊंची किक की वजह से दुनिया में जानी जाती है. इसका अर्थ है किक और पंच (Tai का मतलब पैर और Kwan का अर्थ मुट्ठी). यह दुनिया की पहली ऐसी मार्शल आर्ट है, जिसे ओलिंपिक में जगह मिली हुई है.
2. ऐकिडो
ऐकिडो बहुत ही प्रभावी और बेहतरीन मार्शल आर्ट (Martial Art) है. यह अन्य मार्शल आर्ट्स (Martial Art) की तरह ज़्यादा पुराना या परम्परागत भी नहीं है. ऐकिडो की उत्पत्ति और विकास मास्टर ‘Morihei Ueshiba’ ने की थी.
3. जुसुत्सू
जुसुत्सू, जापान की एक प्राचीन युद्ध कला (Martial Art) है, जिसका प्रयोग समुराई अपने हथियारहीन होने की दशा में करते थे. जुसुत्सू एक विशेष मार्शल आर्ट् (Martial Art) इसलिए भी है, क्योंकि इसमें अपने प्रतिद्वंदी के गुस्से और उसकी आक्रामकता का उसी के ख़िलाफ प्रयोग किया जाता है.
4. निन्जुत्सू
निन्जुत्सू मार्शल आर्ट सीखने वाले को ‘निंजा’ कहते है. आपने कई फ़िल्म्स में इनको देखा भी होगा. कुछ समय पहले तक यह दुनिया की सबसे रहस्यमयी मार्शल आर्ट्स में से एक थी. जापान में निंजा मार्शल आर्ट को हत्यारे और गुरिल्ला योद्धा सीखते थे. इस मार्शल आर्ट में तलवार, छोटे चाकू, फेंकने वाले हथियार और कुछ तरह के केमिकल का प्रयोग भी किया जाता है.
5. विंग चुन
विंग चुन लगभग 17वीं शताब्दी में तेज़ी से लोकप्रिय हुआ मार्शल आर्ट है. इसे सबसे पहले एक बौद्ध भिक्षुणी ‘नग मुई’ ने अविष्कार किया था. पशु, पक्षी और कीट-पतंगों से प्रेरित हो कर इस कला को विकसित किया गया था. आज के समय में विंग चुन के फाइटर्स दुनिया के सबसे जाने-माने फाइटर्स हैं.
6. कराटे
भारत में मार्शल आर्ट्स (Martial Art) के लिए अगर कोई सबसे ज़्यादा प्रयोग किये जाने वाला शब्द है, तो वो है ‘कराटे’. कराटे एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ है ‘खाली हाथ’. इसमें हाथ और पैर को तलवार और चाकू की तरह प्रयोग किया जाता है. इसे बेस्ट सेल्फ़ डिफेंस भी माना गया है.
7. कुंग फु
कुंग फु एक चाइनीज़ मार्शल आर्ट (Martial Art) है, जिसका सरल शब्दों में अर्थ होता है ‘अपने से बड़े व शक्तिशाली पर विजय प्राप्त करना’. अगर हम इसके मूल में जाए तो हम पाते हैं कि चीन में इस कला को लाने वाले एक भारतीय राजकुमार ‘बोधिधर्मन’ थे. इनका नाम चीनवासी आदर के साथ लेते हैं. चीनियों ने इस कला को अपनाया और इसका विकास किया. लेकिन हम भारतीयों का दुर्भाग्य है कि हमने भारत में इस कला का दमन ही कर दिया.
8.मुएय थाई
मुएय थाई, थाईलैंड का राष्ट्रीय खेल है और यह दुनिया की सबसे घातक मार्शल आर्ट में भी शामिल है. कुछ लोग इसे आठ अंगो का मार्शल आर्ट भी कहते है जिसमें कोहनी, मुट्ठी, घुटने और पैरो कि पिंडलियां शामिल हैं.
9. कराव मागा
कराव मागा, दुनिया की सबसे बेहतरीन और श्रेष्ठ सेल्फ़ डिफेन्स टेक्निक्स में से एक है. इसका अविष्कार लमी लीचटेनफील्ड (Imi Lichtenfeld) ने किया था. वे दुनिया के बेहतरीन रेसलर, बॉक्सर और जिमनास्ट थे. इन्होंने कराव मागा को यहूदी समुदाय को बचाने के उद्देश्य से विकसित किया था. कराव मागा मार्शल आर्ट को इस्राइली सेना और पुलिस प्रयोग करती है.
10. कलारी
यह जान कर आपको ख़ुशी होगी कि कलारी को दुनिया की सभी मार्शल आर्ट्स का जनक कहा जाता है. चीन और जापान में मार्शल आर्ट सीखने वाले को कलारी के बारे में बखूबी पता भी है. बोधिधर्मन ने चीन को कुंग फू का ज्ञान दिया था. चीन से यह विद्या जापान गयी, जो बाद में कराटे कहलाई.