चाहे पहले का दौर हो या आज की मॉर्डन सोसाइटी, महिलाएं अपने गर्भपात की बात खुलकर ऐसे सबके सामने नहीं कर पाती हैं. मगर आज महिलाओं के पास अपने डॉक्टर से बात करने की आज़ादी तो है, लेकिन पहले उनके पास न तो अपनों से बात करने की आज़ादी थी और न ही डॉक्टर से. इसलिए वो घर ही में अबॉर्शन के लिए ऐसे ख़तरनाक तरीके अपनाती थीं कि सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे.
1. योनी (Vagina) में जोंक (Leeches) डालकर
कुछ जगहों पर महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट के अन्दर जोंक (लिचेस) डाल लेती थीं. लोगों का मानना था कि ये कीड़े गर्भ में पल रहे भ्रूण (Fetus) को मार कर खा जाएंगे और इस तरह उनका अबॉर्शन हो जाएगा.
2. महिलाएं टाइट कपड़े पहनती थी
कई महिलाएं गर्भपात के लिए टाइट कपड़े पहनती थीं. लॉजिक के मुताबिक, टाइट कपड़ों में गर्भ में पल रहा फ़ीटस बढ़ नहीं पाता और महिला का गर्भपात हो जाता था.
3. बॉडी में डालती थीं हैंगर या नीडल
कई महिलाएं अबॉर्शन के लिए अपनी बॉडी में हैंगर या बड़ी सुई डालती थीं. माना जाता था कि इस तरह की नुकीली चीज़ें गर्भ में मौजूद बच्चे को नुकसान पहुंचाकर गर्भपात करवा देती थी.
4. शॉक थैरेपी के द्वारा
कई जगहों पर शॉक थैरेपी के जरिए गर्भपात करवाया जाता था. महिलाओं को बिना एनेस्थीसिया दिए उनके दांत उखाड़े जाते थे या प्रेग्नेंट महिला को कुत्तों से कटवाया जाता था. माना जाता था कि इस तरीके से महिला को सदमा लगता था और गर्भपात की संभावना बढ़ जाती थी.
5. खुद को सीढ़ियों से गिरा लेती थीं
कई महिलाएं अबॉर्शन के लिए ख़ुद को सीढ़ियों से नीचे गिरा लेती थी. माना जाता था कि इससे गर्भपात हो जाता था, वो भी बिना डॉक्टर्स के पास गए हुए.
6. कई दिनों तक भूखी रहती थीं
महिलाएं गर्भपात के लिए कई दिनों तक भूखी रहती थीं. इससे जब गर्भ में पल रहे बच्चे को खाना नहीं मिलेगा, तो वो बढ़ेगा नहीं और गर्भपात हो जाएगा.
7. पेट पर करती थी कुल्हाड़ियों से वार
कई जगहों पर प्रेग्नेंट महिलाएं अपने पेट पर हथौड़े या कुल्हाड़ी से वार करती थीं, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो जाए.
8. Enema Syringe और साबुन की मदद से
कई महिलाएं Enema Syringe को साबुन की मदद से अपने शरीर में डालती थीं. इससे फ़ीटस डैमेज हो जाते थे और अबॉर्शन हो जाता था.
9. Whalebone or Turkey Feathers का इस्तेमाल करके
Whalebone or Turkey Feathers के बॉडी के काफ़ी अंदर डालकर Uterus तक पहुंचाया जाता है. इससे फ़ीटस नहीं बन पाते हैं, और गर्भपात हो जाता है.
10. ख़तरनाक़ औज़ारों का करती हैं इस्तेमाल
आज अबॉर्शन कराना गैर-क़ानूनी है, तो ऐसे समय में महिलाएं बहुत ही ख़तरनाक औज़ार का इस्तेमाल करती हैं, जैसे- Urinary Catheters, Forceps and Speculum.
11. जंगली फल-फूल का जूस पीकर
महिलाएं जंगली फल-फूलों का जूस बनाकर पीती हैं. इससे फ़ीटस मर जाते हैं और प्रेग्नेंसी नहीं रह जाती.
12. गर्म पानी से नहाकर
कुछ महिलाएं गर्म पानी से नहाती हैं, माना जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान योनी (Vagina) की झिल्ली खुली होती है, जिससे गर्म पानी शरीर के अंदर जाने से बनने वाला फ़ीटस मर जाता है. इससे भी अबॉर्शन हो जाता है.
13. इस शारीरिक मुद्रा से भी होता है गर्भपात
ये एक तरीका है जिसे अबॉर्शन के लिए अपनाया जाता है. कहते हैं कि एक्सरसाइज़ की ये मुद्रा भी गर्भपात का कारण हो जाती है.
14. Gunpowder के इस्तेमाल से
गर्भपात के लिए Gunpowder का इस्तेमाल भी करती है. इसे निगलकर.
15. स्पेनी मक्खी द्वारा
महिलाएं अबॉर्शन करने के लिए स्पेनी मक्खी के ज़हर से भी नहीं डरती हैं. वो उसे भी इस्तेमाल करती हैं, फ़ीटस को मारने के लिए.
ये तरीके ख़तरनाक होने के साथ-साथ उन महिलाओं के शरीर के लिए हानिकारक भी थे, जो गर्भपात के लिए उन्हें अपनाती थीं. ऐसा करना तब भी ग़लत था और आज भी ग़लत है.
‘मां बनना सौभाग्य की बात है, इसे दुर्भाग्य मत समझिए!’