भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के लिए देशप्रेम की परिभाषा कुछ अलग ही है. चाहे वो क्रिकेट का मैदान हो या फिर भारतीय सेना के एक जवान के तौर पर उनका कर्तव्य, धोनी जो भी करते हैं पूरी डेडिकेशन के साथ करते हैं. 2 अप्रैल 2011 का वो दिन भारतीय क्रिकेट फ़ैन भला कैसे भूल सकते हैं, जब धोनी ने विजयी छक्का लगाकर भारत को विश्व कप दिलाया था.

वैसे तो महेन्द्र सिंह धोनी 7 नंबर को अपना लकी नंबर मानते हैं. लेकिन धोनी के लिए 2 अप्रैल का दिन भी बेहद ख़ास है. साल 2011, 2 अप्रैल के दिन धोनी की कप्तानी में भारत 28 साल बाद विश्व कप जीता था. जबकि पूरे 7 साल बाद 2 अप्रैल के दिन ही धोनी को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में 2 अप्रैल के दिन धोनी समेत कई अन्य खिलाड़ियों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया. धोनी से पहले बिलियर्ड्स खिलाड़ी पंकज आडवाणी को सम्मानित किया गया. इसके बाद जैसे ही महेन्द्र सिंह धोनी का नाम लिया गया तो सब लोग धोनी को आर्मी की ड्रेस में देखकर चौंक गए. बता दें कि धोनी भारतीय टेरिटोरियल आर्मी में लेफ़्टिनेंट कर्नल के पद पर कार्यरत हैं. धोनी एक आर्मी जवान की तरह परेड करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पद्म पुरस्कार लेने पहुंचे. इस पुरस्कार समारोह में उनकी पत्नी साक्षी भी मौजूद थीं. धोनी को सेना ने लेफ़्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित किया है. इसके तहत उनको वो सारी सुविधाएं मिलती हैं जो सेना के एक जवान को मिलती हैं.

इससे पहले धोनी को साल 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया था. जबकि साल 2009 में धोनी को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पदमश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. धोनी, भारत को आईसीसी के तीनों बड़े टूर्नामेंट विश्व कप, टी-20 विश्व कप और चैम्पियन ट्रॉफ़ी जिताने वाले पहले कप्तान हैं.

जग जाहिर है कि क्रिकेट के बाद धोनी का दूसरा प्यार भारतीय सेना ही है. एक जवान होने के नाते धोनी हर साल जवानों के साथ वही ट्रेनिंग करते हैं जो अन्य जवान करते हैं. वो कई बार बता भी चुके हैं कि वो अगर क्रिकेटर नहीं होते तो भारतीय सेना में जवान होते. इसके अलावा धोनी क्रिकेट से संन्यास के बाद आर्मी को अधिक टाइम देने की बात भी कह चुके हैं.
यहां देखिए वीडियो:
It was absolutely wonderful to see the pride with which @msdhoni wore his Territorial army uniform while receiving the well deserved #PadmaBhushan today, exactly 7 years after we won the 2011 World Cup. Heartiest congratulations ! pic.twitter.com/ROdMdM7aQk
— VVS Laxman (@VVSLaxman281) April 2, 2018