कहते हैं कि एक तस्वीर हज़ार शब्दों के बराबर होती है और यही तस्वीर अगर सामाजिक मायने लिए हुए हो तो फिर कहीं अधिक प्रभावशाली हो जाती है. फ़्रांस में रहने वाले स्ट्रीट आर्टिस्ट ड्रैन भी इसी माध्यम के द्वारा अपनी बात लोगों के पास पहुंचा रहे हैं.

1979 में पैदा होने वाले स्ट्रीट आर्टिस्ट ड्रैन का जन्म Toulouse में हुआ था. उन्हें The French Banksy भी कहा जाता है. वो अपने विचारों को तस्वीरों का सहारा देकर लोगों के सामने पेश करते हैं और ये तस्वीरें वाकई बेहद दिलचस्प हैं. 

उन्होंने कहा कि मेरे पिता चाहते थे कि मैं उनके साथ कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करूं लेकिन मेरे हाथ एक हथौड़े को थामने के लिए थोड़े कमज़ोर थे तो मैंने अपने आपको पेंटिंग और ड्राइंग की तरफ़ मोड़ लिया.

ड्रैन ज़्यादातर अपनी पेंटिंग्स, ड्राइंग और Graffiti Art फ्रांस में ही बनाते हैं. अपनी आर्ट के द्वारा वे समाज के कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने की कोशिश करते हैं. इनमें सेक्शुअल हैरेसमैंट, इंटरनेट एडिक्शन, भ्रष्ट सत्ताधारी जैसे कई मुद्दे शामिल हैं.

आप भी देखिए ड्रैन द्वारा रचित कुछ अद्भुत तस्वीरें.

1. शहर की त्रासदी.

2. ये तस्वीर तो विडंबना की पराकाष्ठा है.

3. दवाईयों के सागर में कम से कम एक दूसरे का साथ तो है.

4. एक के काम ने किया दूसरे का जीना हराम.

5. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर ज़बरदस्त व्यंग्य.

6. जिस्म से बड़ा बस्ता होगा तो कैसे पढ़ाई होगी.

7. अकेलापन बहुत कुछ सिखा देता है.

8. कई लोग लड़कियों को ऐसे घूरते हैं मानो आंखों से ही छेड़छाड़ कर देंगे.

9. हिप्पोक्रेसी इसी का नाम है.

10. एक समय ऐसा आएगा जब इस दुनिया में बच्चों को खेलने के लिए असली जानवर ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे.

11. आर्टिस्ट अगर गरीबी और संघर्ष में जीवन न बिता रहा हो तो वो भी भला क्या आर्टिस्ट हुआ.

12. खेल इंसानों को सब कुछ भुला सकने की क्षमता रखता है.

13. मुंह में राम, बगल में छुरी.

14. दुनिया भले कैसी हो, असली आईना इधर है.

15. अपनी कलाकृतियों के साथ लगाव.

16. मॉर्डन लाइफ़स्टायल.

17. दूसरे ग्रह पर भी गंदगी करने से बाज़ नहीं आता मनुष्य.

18. ये वाकई डिस्टर्बिंग हैं.

19. उम्मीदों वाला इंद्रधनुष.

20 मॉर्डन ज़माने का एडिक्शन.

21. पैसों की भूख ऐसी कि उसे कमाने के लिए लोग सूरज से भी पहले उठ जाते है.

22. क्या वाकई इंसानों से बेहतर हैं जानवर.

23. पोस्टमैन की जॉब वाकई दिलचस्प होती है.

24. सीरिया जैसे देशों की मार्मिक कहानियों का चित्रण है ये.

25. पोप भी आखिरकार सामान्य इंसान ही है.