हमारे देश की ख़ास बात ये है कि हर कुछ दूरी पर आपको भाषा, कपड़े और भोजन में एक बड़ा अंतर देखने को मिल जाएगा. हमारी एकता का सबसे बड़ा प्रमाण हमारे देश का ख़ाना है. खान-पान और भाषा में अंतर होने के बावजूद एक-दूसरे के भोजन को पूरे देश के लोगों ने बड़े प्यार से अपनाया है. भारत के दक्षिणी हिस्से में आपको पंजाब का तड़का मिल जाएगा, तो वहीं पश्चिमी हिस्से में पूर्व का स्वाद भी चखा जा सकता है. जिस देश में खाने का इतना महत्व हो, वहां किचन को कितना मान मिलता होगा, इसे बताने की हमें ज़रूरत नहीं. हमारे देश में कुछ इतने बड़े किचन हैं, जिनकी तुलना कर पाना लगभग नामुमकिन है. तो चलिए आपको देश के कुछ विशाल रसोइयों की सैर करवाते हैं, जिनका साईज़ और ख़ाना दोनों ही आपको दीवाना बना देगा.
1. धर्मस्थला, कर्नाटक
भगवान शिव इस मंदिर में बाहुबली के रुप में विराजमान हैं. धर्मस्थला के मंजुनाथ मंदिर में हर दिन करीब 50 हज़ार लोग दर्शन के लिए आते हैं. यहां हर दिन इतने ही लोगों के लिए प्रसाद तैयार होता है. 50 हज़ार लोगों के लिए खान-पान की व्यवस्था भी करता है. इसी से आप यहां के किचन के साइज़ का अंदाज़ा लगा सकते हैं.
2. शिरडी, महाराष्ट्र
साईं बाबा के भक्त हर दिन हज़ारों की तादाद में यहां दर्शन के लिए उमड़ते हैं. इस मंदिर में तीन विशाल किचन हैं, जहां भक्तों के लिए प्रसाद बनाता है. सुबह के नाश्ते के साथ यहां 40 हज़ार लोगों का खाना हर दिन बनता है. ये देश का सबसे बड़ा सोलर किचन भी है.
3. Taj Sats, Delhi
ताज होटल और सिंगापुर एयरपोर्ट का साझा किचन कोलकाता, चेन्नई, अमृतसर, मुंबई और दिल्ली के एयरपोर्ट्स को खाना सप्लाई करता है.
4. IRCTC, नोएडा
Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC) के नोएडा किचन को भारत का सबसे बड़ा और आधुनिक किचन होने का दर्जा प्राप्त है. इस किचन में हर दिन लाखों खाने के पैकेट तैयार किए जाते हैं.
5. अक्षय पात्र, हुबली
अक्षय पात्र एक NGO है, जिसके किचन में Mid Day Meal के तहत हर दिन 15 मिलियन बच्चों के लिए खाना बनाया जाता है.
6. स्वर्ण मंदिर, अमृतसर
सिखों के सबसे पूज्यनीय स्थल स्वर्ण मंदिर में बनने वाला प्रसाद हर रोज़ करीब एक लाख लोग ग्रहण करते हैं. ‘गुरु का लंगर’ नाम से प्रसिद्ध इस प्रसाद को बनाने वाले किचन को दुनिया का सबसे बड़ा किचन कहा जाता है, जहां लोगों को खाना फ्री मिलता है.
7. जगन्नाथ मंदिर, पुरी
भगवान जगन्नाथ के इस मंदिर में हर दिन प्रसाद के रुप में 56 भोग लगाया जाता है. ये 56 अलग-अलग डिशेज़ होती हैं, जिन्हें प्रसाद के रुप में बांटा जाता है. जिसे बनाने के लिए उपयोग में आती है इसकी विशाल रसोई.
8. ISKON मंदिर
दुनियाभर में फ़ैले इस संस्था के मंदिर में हर दिन अनगिनत लोगों के लिए प्रसाद बनता है. जन्माष्टमी के दिन लोगों के लिए बनने वाले प्रसाद की मात्रा तीन गुनी तक हो जाती है. यही कारण है कि मंदिर के किचन को इस लिस्ट में जगह मिली है.