शादी के घर में हमेशा आखरी मिनट तक कुछ न कुछ काम बाकी रह जाता है. ख़ास कर अगर शादी लड़की की हो तो. महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले के शहर उल्हासनगर में भी ऐसी ही एक शादी थी. 

संगीता शेट्टी अपनी बेटी की शादी से एक दिन पहले एक ज़रूरी सामान लेने शीरु चौक गई थी. वापस आते हुए उनके पास बेटी की शादी के 2 लाख के गहनों का बैग था, जिसे वो ऑटो में ही भूल आयीं. जब घर आ कर उन्हें बैग साथ होने का एहसास हुआ, तो वो फ़ौरन शीरु चौक भागी. उन्होंने नेहरू चौक की ट्रैफ़िक पुलिस से मदद मांगी. ये वो जगह थी, जहां से उन्होंने ऑटो लिया. इस समय संगीता जी की जो स्थिति रही होगी, वो समझी जा सकती है. 

उनकी शिकायत के बाद ट्रैफ़िक कांस्टेबल जीतेन्द्र चव्हाण और ट्रैफ़िक इंस्पेक्टर RS पवार ने नेहरू चौक पर लगे CCTV कैमरा की मदद से उस वक़्त वहां से गुज़रे सभी ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर लिए गए और एक एप की मदद से उन ऑटोवालों के अड्रेस निकाले गए. इसके बाद ऑटो यूनियन को फ़ोन कर उन सभी को नेहरू चौक आने को कहा गया.   

इन्हीं में से एक प्रदीप शिर्षत भी थे. इन्हीं के ऑटो में संगीता के गहनों का बैग छूट गया था. पुलिस ने जब पूछताछ की तो प्रदीप ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि उनकी गाड़ी में बैग छूटा है. ख़ैर ट्रैफ़िक पुलिस की मदद से संगीता को उनकी चीज़ मिल गयी. ट्रैफ़िक पुलिस को धन्यवाद देते हुए संगीता ने कहा कि वो उनकी मदद के लिए सदैव उनकी आभारी रहेंगी. 


हम आशा करते हैं कि उनकी बेटी की शादी अच्छे से हुई होगी.