जॉर्जिया की रहने वाली अमांडा मॉरिसन के तीन बच्चे हुए और तीनों ही Stillborn थे, यानि गर्भ में ही उनकी मौत हो गयी थी. मरे हुए बच्चों को जन्म देने के दुःख ने अमांडा को अन्दर से झकझोर दिया था. डॉक्टरों ने उन्हें थोड़ा समय इन Stillborn बच्चों के साथ बिताने को दिया, ताकि वो उन्हें अलविदा कह सके.

 

अमांडा काफ़ी सालों से मां बनने की कोशिश कर रही थी, पर उसकी शारीरिक दिक्कतों की वजह से ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा था. फिर ठीक 14 साल बाद उसे एक ख़ुशख़बरी मिली कि वो प्रेग्नेंट है, अल्ट्रासाउंड से पता चला कि वो तीन बच्चों की मां बनने वाली है. इतने सालों की निराशा के बाद ख़ुद को मां बनता देख कर अमांडा की ज़िन्दगी में एक आशा की किरण आई थी, लेकिन थोड़े ही दिनों में उसकी ख़ुशी वापस निराशा में बदल गयी.

अमांडा को बताया गया कि उसका Cervix डिलीवरी के लिए सक्षम नहीं है और इस वजह से बच्चों की मौत हो जाएगी. ये बात पता चलने के बाद अमांडा ने अपने गर्भ में पल रही उन तीनों नन्हीं जानों को बचाने की बहुत कोशिश की, डॉक्टरों ने आख़िर में जवाब दे दिया.

जिस लेबर में अत्यधिक पीड़ा सहने के बाद एक मां अपने शरीर के टुकड़े को जन्म देती है, उसी रूम में अमांडा के गर्भ से तीन मृत शरीर निकले. अमांडा ने इन तीनों बच्चों के लिए अपने घर में एक छोटी सी जगह बनाई और उन्हें वहीं दफ़ना दिया, ताकि वो उसके करीब रहें.

वो लोगों से अपना दुःख बांटना चाहती थी, इसलिए उसने उन बच्चों की तस्वीरें फेसबुक पर सबसे शेयर की. लेकिन उन बच्चों की फ़ोटो देखने के बाद लोग उन्हें गलत समझ बैठे. किसी ने उनको अपने बच्चों को खाने वाली चुड़ैल कहा, तो किसी ने उन्हें इन अजीवित बच्चों की तस्वीरें दिखाने के लिए ख़ूब लताड़ा.

पर अमांडा को इससे इतर कई ऐसी मांयें भी मिली, जिन्होंने कुछ इसी तरह से अपने बच्चों को खो दिया था. उन्हें अमांडा में एक नया साथी मिला, जो उनसे उनका दुखड़ा बांट सकता था. अमांडा ने अपनी बीमारी के इलाज के लिए फंड इकठ्ठा करने के लिए एक एक फेसबुक ग्रुप भी बनाया है. इस ग्रुप में वो ऐसी ही Mothers से कनेक्ट करेंगी.