राजस्थान भारत के सबसे गर्म राज्यों में से एक है. गर्मी के मौसम में लोग यहां नहीं आना चाहते. लेकिन इसी राजस्थान में बसा हिल स्टेशन, माउंट आबू भी है, जहां तक न राजस्थान की गर्म हवाऐं पहुंचती हैं, न ही वहां की उमस. अरावली की पहाड़ियों पर बसा माउंट आबू समुद्र तल से 1220 मीटर की ऊंचाई पर है.
इस ख़ूबसूरत हिल स्टेशन पर प्रकृति कुछ इस तरह से मेहरबान है कि यहां साल भर मौसम सुहाना ही रहता है. माउंट आबू विविधता का खजाना है. यहां Wildlife Sanctuary है, ऐतिहासिक स्थल, स्मारक, मंदिर, किले, झरने और ख़ूबसूरत झीलें हैं.
हम बताते हैं कुछ ऐसी जगहें, जहां आपको ज़रूर घूमना चाहिए.
1. दिलवाड़ा मंदिर
ग्यारहवीं शताब्दी में बने इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व भी है. यह मंदिर जैन तीर्थांकरों को समर्पित है. इस मंदिर के पांच हिस्से हैं जिनमें से ‘विमल वासाही मंदिर’ पहले तीर्थंकर को समर्पित है जिसका निर्माण 1031 ईस्वी के आस-पास हुआ था.
2. नक्की झील
माउंट आबू में ये मीठे पानी की सबसे ऊंची झील है. यहां उगते और डूबते सूरज को देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है. इस झील की सैर करने के लिए नाव की भी व्यवस्था है.
3. सनसेट पॉइंट
शाम का नज़ारा यहां बहुत ख़ूबसूरत होता है. सनसेट पॉइंट से कुछ दूरी पर ही हनीमून प्वाइंट भी है. ये जगह नक्की झील के बिलकुल पास में ही है.
4. टोड रॉक
टोड रॉक नक्की झील के पास है. ये एक मेंढक के आकार का पत्थर है. टोड रॉक से नज़दीक कैमल रॉक, नंदी रॉक और नून रॉक भी हैं, जिनकी बनावट हूबहू जानवरों जैसी है.
यहां के आस-पास का इलाक़ा ट्रेक्किंग के लिए बहुत प्रसिद्ध है.
5. गोमुख मंदिर
इस मंदिर में एक गाय की मूर्ति है, जहां से हमेशा पानी की धार निकलती रहती है. लेकिन ये धार कहां से निकलती है किसी को नहीं पता.
6. अचलगढ़ का किला
अचलगढ़ का किला माउंट आबू से लगभग 11 किलोमिटर दूर है. इस किले का निर्माण परमार वंश के राजाओं ने करवाया था. महाराणा कुम्भ ने इस मंदिर की फिर से मरम्मत करवाई थी.
यहां अचलेश्वर महादेव का मंदिर है, जहां भगवान शिव के अंगूठे की पूजा होती है.
7. माउंट आबू Wildlife Sanctuary
माउंट आबू का जंगल प्राकृतिक रूप से बहुत समृद्ध है. चीता और तेंदुआ भी यहां के जंगलों में पाए जाते हैं. पर्यटक यहां साल भर घूमने आते रहते हैं.
8. गुरु शिखर
माउंट आबू की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर है. ऊंचाई 5676 फ़ीट है. माउंट आबू सिटी से यहां की दूरी लगभग 15 किलोमीटर है. यहां दत्तात्रेय भगवान का मंदिर भी है. यहां से माउंट आबू हिल स्टेशन देखते ही बनता है.
9. म्यूजियम और आर्ट गैलरी
माउंट आबू में एक ख़ूबसूरत आर्ट गैलरी और संग्रहालय भी है. ये संग्रहालय ‘राज भवन’ नाम की एक पुरानी इमारत में बनाई गई है. यहां माउंट आबू की खुदाई में मिले कुछ प्राचीन अवशेषों को भी रखा गया है.
10. रघुनाथ मंदिर
ये मंदिर चौदहवीं शताब्दी में बनाया गया था. इस मंदिर की नक्काशी और ख़ूबसूरती बेमिसाल है. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं.
कैसे पहुंचे माउंट आबू?
हवाई रास्ता
उदयपुर एयरपोर्ट की दूरी माउंट आबू से 128 किलो मीटर है. वहां से माउंट आबू पहुंचने के लिए टैक्सी बुक की जा सकती है.
ट्रेन से
मेन सिटी से आबू रोड रेलवे स्टेशन की दूरी मात्र 28 किलोमीटर है. यहां दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई और जयपुर से सीधी ट्रेन पकड़ी जा सकती है.
रोड से
यहां से नेशनल हाइवे N.H-14 लगभग 28 किलोमीटर दूर है.
जब आने के लिए इतने रास्ते खुले हैं तो देर किस बात की है? इतनी ख़ूबसूरत जगहों को छोड़कर कोई घर बैठता है क्या? टिकट कराओ और चले आओ, माउंट आबू इंतज़ार कर रहा है.