ट्रैवल पर जाने से पहले कुछ भूल जाना, ज़रूरी मीटिंग में लेट हो जाना या दोस्तों की बताई जगह पर समय से न पहुंचना आपकी आदत नहीं, बल्कि आपके अव्यवस्थित होने के लक्षण हैं. इससे आपको समझ जाना चाहिए कि आपको Organized होने की ज़रूरत है.
अगर आप वो Signs नहीं समझ पा रहे हैं, तो जान लीजिए कौन से हैं वो Signs:
1. ज़रूरी चीज़ें न मिलना
कोई चीज़ आपने ख़रीद ली, लेकिन आपको याद नहीं है कि वो आपके पास है. इसमें आपके कपड़े, गैजेट्स या फिर कोई और सामान भी हो सकता है, तो आपको फ़ौरन अपने स्टफ़ को री-ऑर्गानाइज़ करना चाहिए.
2. रोज़ सामान न मिलना
अगर आपको रोज़ अपनी डेस्क पर रखा सामान, अपना बैग और अपनी अलमारी में रखा सामान नहीं मिल रहा है, तो आपको अपने रूटीन पर ध्यान देना चाहिए. और इसके लिए गंभीर रूप से एक लिस्ट बनानी चाहिए. इसके अलावा आप चाहें, तो वो लिस्ट मोबाइल में बना सकते हैं या फिर किसी की हेल्प भी ले सकते हैं.
3. रोज़ के कामों से गुस्सा आना
जो काम आप ख़ुशी-ख़ुशी करते हैं उसे करने में अगर गुस्सा आने लगे तो वो स्ट्रेस का कारण बन सकता है. इसके लिए आपको अपने डेली रूटीन में बदलाव करने की ज़रूरत है.
4. ज़रूरी चीज़ें भूल जाना
अगर आप नियमित रूप से अपनी चाबी, चश्मा, या पर्स लेना भूल रहे हैं, तो ये ध्यान देने वाली बात है और इसको सुधारने के लिए लिस्ट बनाने की ज़रूरत है.
5. चीज़ों को लेकर परेशान होना
अव्यवस्था आपको परेशान भी करती है. जैसे कोई चीज़ भूल जाने पर बहुत गुस्सा आता है. इससे स्ट्रेस भी होना शुरू हो जाता है. इसलिए एक बार अपनी आदतों में सुधार करें और फिर देखें आपके रोज़मर्रा के काम कितनी आसानी से हो जाएंगे.
6. सामान को व्यवस्थित करना
हम सबको लगता है कि यार चुटकी बजाएं और सब सही हो जाए. चमत्कार का तो पता नहीं अगर आप अपनी चीज़ों को ध्यान से चुनते हैं, तो आपका आधा काम आसान हो जाएगा. फिर उस सामान को सही तरीके से जगह पर रखें. इससे आपका सामान व्यवस्थित रहेगा और ढूंढने पर आसानी से मिल जाएगा.
7. जगह की वजह दोस्त को नहीं बुलाते
दोस्त या फिर किसी रिलेटिव के अचानक से आ जाने पर आप अपने अव्यवस्थित तरीके के चलते शर्मिंदा हो जाते हैं. इसलिए आपको चीज़ों को तुरंत सुधारने की ज़रूरत है.
8. हर काम को लिस्ट बनाकर करें
रोज़ के कई काम होते हैं सबको याद रखना थोड़ा मुश्किल होता है. इसके अलावा ये भी पता लगाना कि कौन सा करना ज़रूरी है कौन सा नहीं. वो भी बिना लिस्ट के नहीं पता चलता है. इसलिए सबसे पहले अपने कामों की To-Do लिस्ट बनाएं फिर उसके आधार पर काम करें.
9. शॉपिंग करना
कई बार ऐसा होता है कि आपके पास वो सामान होता है फिर भी आप उसे मार्केट से लेकर आते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपको पता ही नहीं होता है कि आपने उसे रखा कहां है और उसे ढूंढने से अच्छा आप फिर से वही सामान ख़रीद लाते हैं.
10. मीटिंग में लेट होना
कभी-कभी बिना किसी कारण के आप मीटिंग के लिए लेट हो जाते हैं. इसका मतलब है कि आपने जो टाइम-टेबल बनाया है उसे आपको चेंज करने का वक़्त आ गया है.
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