जिस प्रकार की दिनचर्या का हम पालन करते हैं, नींद न आना हमारे लिए एक बड़ी समस्या है. वक़्त पर सोने और समय से उठने के लिए सब तरसते हैं. ऐसा नहीं है कि ये सिर्फ़ एक ख़ास वर्ग या उम्र के लोगों की समस्या है. सभी लोग इससे समान रूप से ग्रसित हैं. ऐसे में ज़रूरी है कि हम किसी समाधान की तलाश करें (अब हर बात के लिए डॉक्टर के पास तो नहीं जा सकते न).

देखा जाए तो नींद का मसला कहीं न कहीं हमारी आदतों सो जुड़ा हुआ है, अगर आदतों में बदलाव किए जाएं, तो नींद की समस्या ख़त्म होने की गुंजाइश है.

ये 10 तरीके आज़मा कर देखिए, शायद नींद पूरी हो जाए-

1. छुट्टी के दिन No Alarm

छुट्टी के दिनों में अपने अलार्म को बंद कर दीजिए और ख़ुद से उठने की कोशिश कीजिए. जब भी उठें उस समय को नोट कर लें, इससे पता चलेगा कि आपके शरीर को कितनी नींद की आदत और ज़रूरत है.

2. बिस्तर पर No Phone

सोने के लिए बिस्तर पर एक निश्चित समय पर जाएं, बिस्तर पर बेमतलब फ़ोन का इस्तेमाल करने की आदत को नियंत्रित कीजिए.

3. हमेशा बिस्तर ठीक रखें

उठने के तुरंत बाद अपने बिस्तर को ठीक करने की आदत ज़रूरी है, इससे दो काम होंगे. एक आप अनुशासित होगें और दूसरा सोने से पहले आपको एक साफ़-सुथरा बिस्तर मिलेगा.

4. Distraction को कर दें बाहर

अपने रूम से उन सभी चीज़ों को बाहर निकाल दीजिए, जो सोने के वक़्त आपकी नींद में बाधा उत्पन्न करती हैं.

5. लैवेंडर की ख़ुशबू

एक शोध के अनुसार, अपने बिस्तर के पास लैवेंडर के फूल रखने से अच्छी नींद आती है.

6. सूर्य की रौशनी है फ़ायदेमंद

आपका बिस्तर कमरे में ऐसी जगह होना चाहिए, जहां पर सुबह-सुबह सूर्य की रौशनी बिस्तर तक सीधे पहुंचे.

7. Alarm Snooze करना होगा बंद

भूल जाइये कि आपके अलार्म में Snooze जैसा कुछ भी है. एक अलार्म में उठने की पूरी कोशिश कीजिये.

8. बिस्तर पर वक़्त बर्बाद नहीं करना है

नींद पूरी हो जाने के बाद बिस्तर पर पड़े रहकर फ़ोन इस्तेमाल करना बेमतलब का काम है. आंख खुलते ही बिस्तर छोड़ देना ही ठीक है.

9. Exercise है ज़रूरी

आपकी कोशिश होनी चाहिए कि सुबह-सुबह थोड़ा बहुत व्यायाम भी कर लिया जाए. इससे सकारात्मकता बढ़ती है.

10. गैजेट्स को दूर रखें

सोने से पहले और उठने के बाद सभी किस्म के गैजेट्स से कुछ देर तक दूरी बनाए रखिए.

आखिर ये सारी माथा-पच्ची चैन की नींद के लिए ही तो है, अगर वो भी न मिले तो क्या करना ऐसी ज़िंदगी का.