दुनिया अब एक ग्लोबल विलेज बन गई है. हर वो चीज़ जो कभी दूर थी, वो सबकी पहुंच में आ गई है. यही बात खाने पर भी लागू होती है. अमेरिका-चीन में जो डिशेज़ चाव से खाई जाती हैं, उनका मज़ा आप इंडिया में भी ले सकते हैं. इसी तरह आप भारत की फ़ेमस डिशेज़ को विदेशों में आराम से खा सकते हैं लेकिन यहां एक ट्विस्ट है. वो ये कि खाना चाहे कहीं का भी हो, दूसरे देश में जाकर उसका ज़ायका बदल जाता है. यकीन न हो तो देश और विदेश में मिलने वाली इन डिशेज़ के बारे में एक बार जान लीजिए…

बर्गर

अमेरिका में बर्गर को फ्रे़श बन, चीज़, सिरके वाले खीरे, मीट, बहुत सारे सॉस और अलग-अलग तरह के टॉपिंग्स के साथ सर्व किया जाता है. वहीं अपने यहां कुछ जगहों पर बन को तल कर उसमें आलू की टिक्की, मेयो और टोमेटो सॉस के साथ परोसा जाता है.

डिम सम

डिम सम स्टीम्ड होते हैं या फिर उन्हें फ़्राइ किया जाता है. विदेशों में इनके अंदर बीफ़, अंडा या फिर वेजीटेबल्स को भरा जाता है. इंडिया में भी डिम सम कई वैराइटी में उपलब्ध हैं, लेकिन उनका स्वाद और ख़ुशबू बहुत ही अलग होती है.

पैनकेक

अमेरिका में इन्हें बटर बेस्ड स्टार्च से बनाया जाता है और अंडे, चॉकलेट, Maple Syrup के साथ सर्व किया जाता है. जबकि भारत में इन्हें मैदे के साथ अंडा और तेल मिक्स कर बनाया जाता है.

इटैलियन पिज़्ज़ा

इटैलियन पिज़्ज़ा अपने क्रिस्प और सॉफ़्टनेस के लिए वर्ल्ड फ़ेमस है. लेकिन इंडिया में मिलने वाले इटैलियन पिज़्ज़ा में इन दोनों का संगम मिलने के बहुत ही कम चांस होते हैं.

मैकरोनी

अमेरिका में मिलने वाली मैक एंड चीज़ इंडिया में मैकरोनी बन गई. वहां मैकरोनी और चीज़ को अवन में बेक कर बनाया जाता है. जबकि इंडिया में इसे जीरे के तड़के साथ टमाटर प्याज़ डालकर किसी सब्ज़ी की तरह बनाया जाता है.

नूडल्स

चीन में नूडल्स को कई फ़्लेवर में बनाया जाता है. उसमें बहुत से मसाले और सब्ज़ियां भी डाली जाती हैं. लेकिन इंडिया में नूडल्स के नाम पर लोग मैगी खाते हैं या फिर चाऊमीन. इन्हें भी देसी स्टाइल में तड़का लगा कर बनाया जाता है.

इटैलियन पास्ता

इटैलियन पास्ता को चीज़, स्पाइसी इटैलियन सॉस और बहुत सारी क्रीम के साथ बनाया जाता है. पर इंडिया में इसे भारतीयों के टेस्ट के हिसाब से ज़्यादा क्रीम और स्पाइसी रखा जाता है.

थाई फ़ूड

थाई फू़ड कि डिमांड इंडिया में बढ़ती जा रही है क्योंकि इनमें भी भारतीय मसाले और नारियल की क्रीम आदि डाले जाते हैं. इन्हें भी डीप फ़्राई कर के बनाया जाता है. इसलिए थाई फ़ूड में भी देसी फ़्लेवर आ ही जाता है.

बटर चिकन

बटर चिकन के दीवाने इंडिया में ही नहीं पूरी दुनिया में मौजूद हैं पर जब लोग इसे अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया में इसे खाते हैं, इसमें वो स्वाद नहीं आता जो इंडिया में आता है क्योंकि वहां पर इसे बनाने की विधि ही पूरी बदल जाती है.

बिरयानी

चिकन और राइस से बनने वाली ये बेहतरीन इंडियन डिश है. इसे खाने वाले उंगलियां चाटते रह जाते हैं लेकिन जब इसे बाहर कहीं खाओ ये फीकी-फीकी सी लगती है. वहां इसके स्वाद में ज़मीन-आसमान का अंतर स्पष्ट दिखाई देता है.

चाट

भारत में लोग चाट को चटकारे लगाकर खाते हैं पर यही चाट जब हम जर्मनी या लंदन के किसी रेस्टोरेंट में खाते हैं, तो मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है.

दाल मखनी

इस पंजाबी ट्रेडिशनल डिश को पूरे भारत में पसंद किया जाता है. हालांकि अब विदेशों में भी दाल मखनी मिलने लगी है, लेकिन उसमें मक्खन का स्वाद वैसा नहीं होता जैसा देसी मक्खन का होता है.

वो कहते हैं, ‘कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी और मीलों दूर, खाना 🙂