कोई भी इंसान अपने करियर गोल को सेट करके ही चलता है. उसी के हिसाब से सारी प्लानिंग करता है. अगर वो करियर प्लानिंग फ़ेल होती है, तो उससे बहुत तक़लीफ़ होती है, जो आपके स्ट्रेस का कारण बन जाती है. कुछ बनने की चाह और दूसरों से बेहतर करने की चाह सबके मन में होती है. मगर कभी-कभी कुछ ग़लत निर्णय आपको अपनी मंज़िल तक पहुंचने से रोक देते हैं.
इसलिए ये 11 बातें वो डॉक्टर हैं, जो आपके करियर स्ट्रेस को कम कर देंगी:
1. अपने काम को प्राथमिकता दें. इस बात का ध्यान रखें कि हर ऑफ़िस और जॉब अलग होता है इसलिए जो भी काम करें उसे पूरी लगन के साथ करें.
2. एक्सरसाइज़ करने से शरीर फ़िट होने के साथ-साथ स्ट्रेस भी कम होता है. अगर आपके पास जिम जाने का टाइम नहीं है तो आप रनिंग कर सकते हैं घर पर भी एक्सरसाइज़ कर सकते हैं.
3. हर वक़्त काम करने और उसके बारे में सोचते रहने से दिमाग़ थक जाता है. इसलिए उसे शांत करने और स्ट्रेस को कम करने के लिए अच्छी नींद ज़रूर लें.
4. जब भी कोई नई कंपनी जॉइन करते हैं, तो उसके साथ ढलने में थोड़ा वक़्त लग जाता है. क्योंकि नए लोग, नए रास्ते, नए रूल सबको समझने के लिए समय चाहिए होता है. ऐसे समय में थोड़ा सा धैर्य रखें और चीज़ों को धीरे-धीरे समझकर करें.
5. कुछ लोग जब परेशान होते हैं, तो बिज़ी रहना ज़्यादा सही समझते हैं. मगर बिज़ी रहने से ज़्यादा अच्छा होता है एक ब्रेक लें और उन चीज़ों को सुलझाएं जो आपके स्ट्रेस का कारण बनी हुई हैं.
6. ऑफ़िस में अपनी टेबल को हमेशा ऑर्गनाइज़्ड रखें. अपनी ज़रूरत का हर सामान उस टेबल पर रखें क्योंकि ज़रूरत का सामान न मिलने पर काम करने में असुविधा होती है.
7. सबसे पहले तो अपना लक्ष्य निर्धारित करें कि आपको लाइफ़ करना क्या है. क्योंकि बिना लक्ष्य निर्धारित करे चलने से समय बर्बाद होता है, जो आपके स्ट्रेस का कारण बनता है.
8. जो बातें या लोग परेशान करें उससे भागें मत उन्हें आगे बढ़कर हिम्मत के साथ फ़ेस करें. आपको सुकून मिलेगा और स्ट्रेस कम होगा.
9. हर वक़्त सिर्फ़ काम, काम, काम से ब्रेक लेकर थोड़ा दोस्तों के साथ आउटिंग, क्लबिंग और शॉपिंग करने चले जाएं. इससे मूड रीफ़्रेश हो जाएगा.
10. ज़िंदगी में कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है, इस बात को मान कर चलें. कुछ बनने की राह में बहुत से रोड़े आते हैं बहुत लोग छूट जाते हैं. इन सब बातों का दुख मनाने से अच्छा आगे बढ़ें.
11. अगर कोई चीज़ सही नहीं हो रही है, तो उसके लिए लक्ष्य को नहीं, बल्कि उसे पूरा करने के नज़रिए को बदलने की कोशिश करें.
12. बचपन में घटी कोई घटना आपको कुछ बनने से नहीं रोक सकती है. इसलिए अपने अंदर की क्षमता को पहचानें और उस पर विश्वास करें.
इन बातों को अपना लिया तो स्ट्रेस भी आने से पहले 10 बार सोचेगा. Lifestyle से जुड़े और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें.