बेली फ़ैट की वजह से अगर लूज़ कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं. अपनी सारी फ़िटिंग वाली ड्रेसस को पैक करके रख दिया है, इस अफ़सोस में कि अब इनको कहां पहन पाउंगी, तो उन्हें वापस निकालने का वक़्त आ गया है, क्योंकि आज जो योगासन हम आपको बताने जा रहे हैं, उनसे आपका बेली फ़ैट कम होगा.

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ये सिर्फ़ महिलाओं के लिए ही नहीं हैं, बल्कि इसे पुरूष भी कर सकते हैं. ये रहे वो योगासन:

1. सूर्य नमस्कार (Sun Salutation)

सूर्य नमस्कार सबसे अच्छा योगासन है. ये सिर्फ़ बेली ही कम नहीं करता, बल्कि इससे पूरा शरीर फ़िट और एनेर्जेटिक रहता है. इसमें 12 आसन होते हैं.

2. अधोमुख शवासन (Downward Facing Dog Pose)

अपने हाथों और पैरों के बल पर आएं. फिर सांस छोड़ते हुए कमर को ऊपर उठाएं. अपने घुटने और कोहनी को मजबूती देते हुए अपने शरीर से उल्टा V-आकार बनाएं. इस आसन को करने से पहले अधोमुख धनुरासन या दण्डासन करें. ये आसन सूर्य नमस्कार के एक अंश के रूप में भी किया जा सकता है.

3. पदहस्तासन (Hand-under-foot Pose)

ये आसन दो शब्दों से मिलकर बना है पद और हस्त. जिसका मतलब है पैर और हाथ. ये आसन करने से ह्रदय से संबधित बीमारियां ख़त्म हो जाती हैं और शरीर स्वस्थ रहता है.

4. उत्कटासन (Chair Pose)

उत्कटासन का नाम उत्कट शब्द पर रखा गया है. उत्कट मतलब है तीव्र, विशाल या उग्र. इस आसन को करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं और बेली फ़ैट कम होता है.

5. पश्चिमोत्तानासन (Seated-forward-bend Pose)

इस आसन के दौरान रीढ़ की हड्डी के साथ शरीर का पिछला भाग तन जाता है, जिसके कारण इसका नाम पश्चिमोत्तानासन रखा गया है. ये स्वास्थय के लिए बहुत ही लाभदायक आसन है. ये बेली फ़ैट को कम करने में भी सहायक है.

6. पवनमुक्तासन (Gas-Releasing Pose)

इस आसन को करने से एसिडिटी नहीं होती है. इसलिए इस आसन का नाम पवनमुक्तासन (Gas Release Pose) है.

7. नौकासन (Boat Pose)

इस आसन की अंतिम अवस्था में हमारा शरीर नाव की स्थिति में होता है इसलिए इसे नौकासन कहते है. इसे करने से स्पाइनल मसल्स को मज़बूती मिलती है. साथ ही बेली फ़ैट को कम करने के लिए भी बहुत ही प्रवभाशाली योगाभ्यास है.

8. वीरभद्र आसन 1 (Warrior Pose I)

वीर भद्र आसन हम दो मुद्राओं में कर सकते हैं. इसकी पहली मुद्रा से पैरों में दृढ़ता आती है, जिसके कारण पैरों में होने वाला कम्पन दूर हो जाता है. ये एक ऐसा आसन है जो आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है.

9. वीरभद्र आसन 2 (Warrior Pose II)

वीरभद्र आसन की दूसरी मुद्रा भी पहली वाली के सामान होती है. इस आसन को खड़े होकर किया जाता है. इस आसन को करने से हमारी बांहों और कंधों में खिंचाव होता है, इसके साथ ही हमारी चेस्ट भी फैलने लगती है, जो हमारे फेफड़ों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है.

10. धनुरासन (Bow Pose)

धनुरासन से बेली फ़ैट कम होने के साथ-साथ सभी आंतरिक अंगों, मांसपेशियों और जोड़ों का व्यायाम हो जाता है. इससे गले से जुड़े रोग में तो आराम मिलता है साथ ही पाचनशक्ति भी बढ़ती है.

11. सेतु बंध आसन (Bridge Pose)

इसे ब्रिज पोज़ भी कहा जाता है. क्योंकि इसका आकार ब्रिज जैसा होता है. ये पीठ के बल लेट कर किए जाने वाले महत्वपूर्ण आसनों में से एक है. इसे करने से कमर दर्द, थायरॉइड, डिप्रेशन आदि में आराम मिलता है.

12. उष्ट्रासन (Camel Pose)

उष्ट्रासन दो शब्द ‘उष्‍ट्र’ और आसन से मिलकर बना है. इसमें उष्ट्र का अर्थ ऊंट होता है. इस आसन को करने के दौरान शरीर की मुद्रा काफ़ी हद तक ऊंट के समान होती है. इसलिए इसे उष्ट्रासन कहते हैं. इसे करने से गुस्सा और शारीरक विकारों को दूर किया जा सकता है. साथ ही ये बेली फ़ैट को भी घटाता है. 

13. उत्तानपादासन (Legs-Raised Pose)

उत्तानपादासन का नाम दो शब्दों उत्तान, और पद से मिलकर बना है. उत्तान का मतलब खिचा हुआ और पद यानि पैर. इस आसन से आपको किसी भी प्राकर की बीमारी नही होगी और बेली फ़ैट भी कम होगा.

14. भुजंगासन (Cobra Pose)

‘भुजंग’ शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है. भुजंग का अर्थ सर्प होता है इसलिए भुजंग-आसन को सर्प आसन भी कहते हैं. इसे अंग्रेज़ी में Cobra Pose कहा जाता है. इसे करने से रीढ़ की हड्डी लचीली होती और पीठ के दर्द में आराम मिलती है.

15. बद्धाकोनासन (Cobbler’s Pose)

इसे Warrior Pose भी कहा जाता है. ये आसन हाथ, पैर और कमर को मज़बूत करता है. साथ ही मन को शांत कर तनाव और थकान दूर करता है.

योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि दिमाग़ को शांत भी रखता है. इससे सकारात्मकता आती है.

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