दिन के 24 घंटे में 48 काम करना संभव नहीं हो पाता है. इन सारे कामों के मैनेज करने के चक्कर में दिमाग़ पूरा दिन व्यस्त रहता है. कौन-सा काम पहले किया जाए, कौन-सा काम बाद में. अगर कोई काम अधूरा रह जाए, तो हमें गुस्सा और चिड़चिड़ाहट होने लगती है. यहां तक कि हमारा दिमाग़ और मन भी आपस में लड़ने लगते हैं. इसकी वजह कुछ और नहीं, बल्कि हमारे अंदर एकाग्रता यानि Concentrate की कमी होती है.
मगर इस कमी को पूरा किया जाता है, इन एक्सरसाइज़ को करके.
एक्सरसाइज़ 1
एक बुक या मैगज़ीन लीजिए, उसके एक पैराग्राफ़ के शब्दों को तब तक काउंट करिए, जब तक काउंटिंग सही न आए. इसके बाद दूसरे पैराग्राफ़ और फिर पूरे पेज के शब्दों को बिना उंगलियों की मदद से सिर्फ़ आंखों से काउंट करें. ये दिमाग़ को एकाग्र करने की अच्छी एक्सरसाइज़ है.
एक्सरसाइज़ 2
एकाग्रता बढ़ाने के लिए दूसरी एक्सरसाइज़ है. आप सौ से एक तक उल्टी गिनती गिनें. एक बार जब आप इस काउंटिंग को जल्दी कर लें, तब ये तीन संख्याओं जैसे 100, 97, 94, 91, 88 आदि को छोड़ दें.
एक्सरसाइज़ 3
कोई ऐसा शब्द या धुन सुनिए जो आपको प्रेरणा दे. ऐसा 5 मिनट तक करिए. जब आपका दिमाग़ उस धुन या शब्द पर एकाग्र हो जाए, तो फिर वो काम करिए जो आपका करने का मन हो.
एक्सरसाइज़ 4
अपने विचारों को दबाकर भी आप अपने दिमाग को एकाग्र कर सकते हैं. आप सोच रहे होंगे ये कैसे संभव है, तो हमारे मन में अच्छे और बुरे दोनों तरह के विचार आते हैं. अच्छे विचार हमें ख़ुश करते हैं, तो बुरे विचार हमें परेशान. इसलिए हमें अपने विचारों पर कंट्रोल करना चाहिए. ऐसा करने के लिए आप रोज़ 5 मिनट अपने विचारों को दबाने की कोशिश करें. धीरे-धीरे इस समय को बढ़ाएं. ये एकाग्रता के लिए सबसे कठिन व्यायाम में से एक है.
एक्सरसाइज़ 5
कुर्सी पर एकदम सीधे बैठें और अपनी चिन को बाहर और कंधे को पीछे रखें. फिर अपने दाएं हाथ को अपने कंधे के बराबर ऊंचाई पर दाहिने ओर पॉइंट करते हुए उठाएं. इसके बाद चारों ओर देखें, केवल अपना सिर घुमाएं और अपनी आंखों को उंगलियों पर टिकाएं. ऐसा करते समय, अपने हाथों को स्थिर रखें. इस एक्सरसाइज़ को अपने बाएं हाथ से भी दोहराएं. ऐसा रोज़ करने से आपका कॉन्संट्रेशन लेवल बढ़ेगा.
एक्सरसाइज़ 6
अपने ध्यान को बनाए रखने की ये बहुत अच्छी एक्सरसाइज़ है. आपको करना ये है कि एक फल चाहे वो सेब, केला या संतरा कोई भी ले लीजिए और फिर इस पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर दीजिए. बाकी के जो भी ख़्याल हैं उन्हें नज़र अंदाज़ करिए और पूरा ध्यान सिर्फ़ उसके आकार, स्वाद, और ख़ूशबू पर रखिए. इससे किसी भी एक विषय और विचार पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ेगी.
एक्सरसाइज़ 7
कोई भी छोटी चीज़ चम्मच, कांटा, कप या ग्लास लें. फिर इनमें से किसी भी चीज़ पर अपना ध्यान केंद्रित करें बिना किसी हलचल के. साथ ही इसे अपने हाथों से बिना किसी रुकावट के महसूस करें. इसे एक मिनट तक करें और फिर धीरे-धीरे अपने समय को बढ़ाएं. इस एक्सरसाइज़ से आपको अपना कॉन्संट्रेशन लेवल बढ़ाने में मदद मिलेगी.
एक्सरसाइज़ 8
पानी से भरा एक छोटा ग्लास लें. इसे अपने सामने रखते हुए अपनी उंगलियों से पकड़ें. अब सिर्फ़ ग्लास को देखें, बिना कुछ सोचे. ऐसा करते समय, अपने दिल और दिमाग़ को सिर्फ़ ग्लास पर रखें. इसे एक मिनट तक करें और फिर धीरे-धीरे इसे पांच तक बढ़ाएं.
एक्सरसाइज़ 9
इस एक्सरसाइज़ को करने से पहले एक 3 इंच का त्रिकोण, आयत या एक सर्किल बना लें. फिर इसमें कोई भी कलर करें. इसके बाद जो भी आकृति आपने बनाई है उस पर फ़ोकस करें, लेकिन अपनी आंखों को तनाव न दें. जब आपको इस आकृति की शेप अच्छे से याद हो जाए, तो अपनी आंखों को बंद करके इसे महसूस करें. अगर से देख लें और एक्सरसाइज़ को जारी रखें.
एक्सरसाइज़ 10
एक कुर्सी पर एक दम सीधे बैठें और किसी तरह की और कोई एक्टिविटी न करें. इसके बाद बिना किसी मूवमेंट के क़रीब 15 मिनट तक बैठें. मगर जब आप इसे शुरू करेंगे, तो शुरूआती समय 5 मिनट ही रखें उसके बाद धीरे-धीरे अपने समय को 10 मिनट और फिर 15 मिनट कर दें, लेकिन ख़ुद को तनाव न दें. ये एक्सरसाइज़ आपके ध्यान को फ़ोकस करने के लिए बेहतर है.
एक्सरसाइज़ 11
अपने हाथ को टेबल पर रखें फिर मुट्ठी बांध लें. फिर बिना किसी और विचार को मन में लाए उस मुट्ठी को घूरें. अब मुट्ठी को थोड़ी देर तक ध्यान से देखें और फिर धीरे-धीरे अपने अंगूठे को खोलें. फिर धीरे-धीरे सारी उंगलियों को खोलें इसके बाद जो उंगली सबसे आखिरी में खाली थी उसे सबसे पहले बंद करें. ऐसा बड़े ध्यान से करें. जैसे-जैसे आप अपनी उंगलियों को खोलने बंद करने की प्रक्रिया को याद रखें वैसे-वैसे आपकी एकाग्रता बढ़ेगी.
एक्सरसाइज़ 12
इस एक्सरसाइज़ को शुरू करने से पहले लेट जाएं. फिर अपने ध्यान अपनी दिल की धड़कनों पर केंद्रित करें. बिना किसी और विचार के ये सोचें कि दिल कैसे काम करता है, कैसे रक्त संचार होता है. जब सोच रहे हों, तो कल्पना करिए कि ब्लड आपके दिल से होकर आपके पैर के अंगूठे तक चला गया है या फिर ऐसी किसी तस्वीर के बारे में सोचें. इससे आपको वाकई लगेगा कि आपका ब्लड आपके शारीरिक सिस्टम से होकर गुज़र रहा है.
एक्सरसाइज़ 13
अपनी पीठ को सीधे करते हुए एक कुर्सी पर बैठें और फिर अपनी दाएं हाथ से अपनी नाक का एक साइड पर रखें और सांस अंदर की ओर लेकर 10 तक गिनती करें फिर इस सांस को छोड़ें और 10 तक गिनती करें. ऐसा क़रीब 20 बार करें.
एक्सरसाइज़ 14
शीशे के सामने खड़े होकर दो मार्क बनाएं और कल्पना करें कि दो आंखें आपको देख रही हैं. शुरू में आपकी आंखें झपकेंगी, लेकिन आप बिना सिर को हिलाए खड़े रहें. इसके बाद बिना किसी विचार के सिर्फ़ अपने सिर, शरीर और आंखों पर कॉन्संट्रेट करें और सोचें कि आप वो व्यक्ति हैं जिसपर दूसरे विश्वास करते हैं. फिर गहरी सांस लें. कुछ देर बाद आप महसूस करेंगे कि आपका ध्यान केंद्रित होने लग गया है. इस एक्सरसाइज़ को 3 मिनट तक करें.
एक्सरसाइज़ 15
हम रोज़मर्रा में कितनी आवाज़ें सुनते हैं. इन्हीं आवाज़ों पर एक के बाद एक अपने ध्यान को केंद्रित करें. ऐसा करना जारी रखें. इससे आपकी आवाज़ें स्विच करते हुए ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ेगी.
एक्सरसाइज़ 16
दिमाग़ को तनावमुक्त रखने और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए ड्रॉइंग और कलरिंग बहुत अच्छी गतिविधियां हैं. ये आपकी एकाग्रता को भी बढ़ाती है. जब आप ड्रॉइंग करें, तो पूरा ध्यान कलर पर लगाएं. इससे आपके ड्रॉइंग तो अच्छी होगी साथ ही कॉन्संट्रेशन लेवल भी बढ़ेगा. इससे बच्चों और बड़ों को बहुत फ़ायदा होता है.
इन एक्सरसाइज़ को अपनाकर आप इस टेंशन भरे माहौल में भी शांत और एकाग्र रह सकते हैं.