श्री हरिमन्दिर साहिब सिख धर्मावलंबियों का सबसे पावन धार्मिक स्थल या सबसे प्रमुख गुरुद्वारा है, जिसे दरबार साहिब या स्वर्ण मन्दिर भी कहा जाता है. ये पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित है और पूरा अमृतसर शहर स्वर्ण मंदिर के चारों तरफ बसा हुआ है. स्वर्ण मंदिर में प्रतिदिन हज़ारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं. इसका निर्माण गुरु राम दास ने किया था.
इस गुरूद्वारे को कई बार देखा होगा, आज हम आप तक इसकी 1849 से 1947 के बीच की तस्वीरें लेकर आए हैं, जो पंजाब में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान ली गई थीं. इस अवधि के दौरान दरबार साहिब के प्रबंधक 1849-1862 तक, सरदार मंगल सिंह रामगढ़िया और 1862 से सरदार जोध सिंह मान थे. इसके बाद 1879 में सरदार बहादुर अर्जन सिंह चहल, 1890 से 1896 तक सरदार जत्थेदार अरूर सिंह शेरगिल और 1907 से 1920 तक सुधारवादी अकाली सिखों ने दरबार साहिब का प्रबंधन अपने हाथों में ले लिया था.
ये रहीं उस समय की कुछ दुर्लभ तस्वीरें:
1. सन 1858 में ऐसा दिखता था, दरबार साहिब

2. सन 1858 में दरबार साहिब कॉम्प्लेक्स

3. स्वर्ण मंदिर की ये तस्वीर सन 1880 की है

4. पुराना रामगढ़िया से 1870 का दरबार साहिब

5. सन 1854 में दरबार साहिब में कीर्तन की तस्वीर

6. हरिमंदिर साहिब, 1880

7. बाबा अटल राय से हरिमंदिर साहिब, 1890

8. दरबार साहिब में दर्शन को जाते श्रद्धलु

9. हरमंदिर साहिब जाने का रास्ता, 1870

10. पवित्र स्थान दरबार साहिब, 1850

11. 1870 में ऐसा दिखता था दरबार साहिब

12. दरबार साहिब, 1860

13. दरबार साहिब, 1914

14. दर्शन देवड़ी, 1858

15. हरमंदिर साहिब, 1860

16. सवोरवर में स्नान करते कुछ सिख, 1946

17. दरबार साहिब, 1880

18. ये सिख म्यूज़ियम था

19. संत जरनैल सिंह खालसा अपने शिष्यों के साथ

20. सरोवर में नहाते सिख श्रद्धालु

21. सर्दियों के दौरान स्वर्ण मंदिर

22. इसकी ख़ूबसूरती अद्भुत है

23. दरबार साहिब का एरियल व्यू

24. गुरूद्वारे में दर्शन को जाते भक्त

25. नीले-नीले अम्बर और पानी के बीच स्वर्ण मंदिर

दरबार साहिब गुरुद्वारा तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ हमारे देश का गौरव भी है. यहां पर पूरे साल श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें.