हम भारतीय चीज़ों को अपनी तरह करे जाने के लिए जाने जाते हैं. ऐसे में जब चायनीज़ खाना हमारे देश तक पहुंचा तो हमने उसे भी अपने अंदाज़ में ढाल दिया. ऐसे व्यंजन, जो वैसे तो चायनीज़ होते हैं मगर उसमें कुछ देशी तड़का लगा दिया जाता है, को इंडियन-चायनीज़ व्यंजन कहते हैं. ये भारत के हर कोने में पाया जाता है और बड़े चाव से खाया जाता है.
इंडियन-चायनीज़ डिशेज़ वेज चाउमीन, नूडल कटलेट, क्रिस्पी चिली पोटैटो, वेज मंचूरियन जैसे फ़ूड हैं. ये फ़ूड आइटम्स शायद सबको ही पसंद होंगे. आइये जानते हैं इंडियन-चायनीज़ फ़ूड के 5 दिलचस्प फैक्ट्स:
1. सबसे पहले कोलकाता में बनायी गयी:
अगर हम इतिहास में जाएं तो पाएंगे कि 1700 के दशक के अंत के आसपास पहली बार इंडियन-चायनीज़ डिश बनायी गयी. उस समय कलकत्ता भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी. राजधानी होने की वजह से यहां ख़ूब हलचल थी. पड़ोसी देश चीन से भी कई लोग आये. ये मुख्यतः हक्का-भाषी लोग थे. यहां बसने के साथ साथ इन्होनें यहां के खान-पान को अपनाया और उसे अपनी तरह से बनाया. धीरे-धीरे इन्हीं लोगों ने अन्य लोगों को खिलाने के लिए छोटे-छोटे रेस्टोरेंट्स खोल लिए गए. वहीं से इंडियन-चायनीज़ व्यंजनों को उत्पत्ति हुई.
2. पहला चायनीज़ रेस्टोरेंट बॉलीवुड में ख़ूब चर्चित था
धीरे-धीरे कोलकाता में चाइनाटाउन बन गया. यहां के छोटे-छोटे रेस्टोरेंट्स बड़े हो गए. चाइना से आये लोगों के अलावा अपने अलग स्वाद के चलते यहां के मूल निवासियों को भी ये खाना बहुत पसंद आने लगा. 1925 में कोलकाता और भारत रेस्टोरेंट खुला, इसका नाम था Nanking Restaurant. ये रेस्टोरेंट बॉलीवुड के लोगों को बहुत पसंद था. राज कपूर, नरगिस और दिलीप कुमार जैसे स्टार्स इस रेस्टोरेंट में आते ही रहते थे.
3. चीन के ‘सिचुआन’ नाम पर शेज़वान सॉस का नाम पड़ा
अगर आप चायनीज़ खाने के शौक़ीन हैं तो आपने शेज़वान सॉस के बारे में ज़रूर सुना होगा. इसका नाम सिचुआन से पड़ा है. सिचुआन चीन में एक जगह है जहां के Peppercorns यानी काली मिर्च बहुत फ़ेमस है. यही मिर्च चायनीज़ खाने को अलग स्वाद देती है. भारत में सिचुआन को शेज़वान बोलते हैं और यहां सूखी लाल मिर्च का इस्तेमाल करते हैं.
4. पहली मंचूरियन डिश मुंबई में बनाई गयी
ये आपको थोड़ा अटपटा लग सकता है मगर ये सच है. लेकिन आपने पढ़ा कि कैसे इंडियन-चायनीज़ व्यंजन अस्तित्व में आया. उसको जानने से बाद ये संभव सा लगता है. मंचूरियन को कोलकाता में पैदा हुए भारतीय शेफ Nelson Wang ने बनाया. Wang 1974 में मुंबई आये. साल 1975 में एक ग्राहक ने उन्हें नई डिश बनाने को कहा जो मेन्यू में ना हो. Wang ने कटा हुआ लहसुन, अदरक, और हरी मिर्च ली लेकिन उसमें गरम मसाले की बजाय सोय सॉस डाल दिया. उसके बाद कॉर्नस्टार्च और चिकन डाला. इस तरह पहली बार मंचूरियन बनी.
कैसे लगे आपको ये मज़ेदार और स्वादिष्ट फैक्ट्स हमें कमेंट करके ज़रूर बताइएगा.