कांग्रेस का हाथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को विरासत में करोड़ों की संपत्ति मिली है. ग्वालियर के राजघराने से ताल्‍लुक रखने वाले सिंध‍िया वर्तमान में भारत के सबसे अमीर शाही परिवारों में से एक हैं. 

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साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने अपनी सभी संपत्ति की घोषणा करते हुए एक हलफ़नामा दायर किया था. ऐसे में हम आज आपको सिंधिया के पास मौजूद सबसे महंगी चीज़ों के बारे में बताएंगे.

1.2,970 करोड़ की संपत्ति

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ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास टोटल पैतृक अचल संपत्ति 2 अरब 97 करोड़ रुपये की है. इस अचल संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा उनका पैतृक महल है. जय विलास महल लगभग 40 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 400 से अधिक कमरे हैं. महल का एक हिस्सा म्यूज़ियम विंग के लिए समर्पित है, जबकि बाकी में अभी भी शाही परिवार रहता है. इसके अलावा, उनके पास महाराष्ट्र के श्रीगोंडा में 19 एकड़ और लिंबन गांव में 43 एकड़ ज़मीन है.

2. समुद्र महल में फ़्लैट

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ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास मुंबई के पॉश इलाके वर्ली में एक बिल्डिंग में दो फ़्लैट्स भी हैं. इस बिल्डिंग का नाम है समुद्र महल. संयोग से, उन्होंने अपने एक डुप्लेक्स फ्लैट्स को यस बैंक के सीईओ राणा कपूर को किराए पर दे दिया था. ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि नीरव मोदी के भी समुद्र महल बिल्डिंग में चार अपार्टमेंट थे. हालांकि, सिंधिया को इन फ्लैटों के लिए लगभग 31 करोड़ का भुगतान करने की सूचना है.

3. सिल्वर ट्रेन

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अगर आप कभी भी ग्वालियर जाते हैं, तो जय विलास महल देखना कतई मत भूलें. इस आलिशान महल का निर्माण 1874 में महाराजाधिराज श्रीमंत जयजीराव सिंधिया अलीजा बहादुर ने करवाया था. कथित तौर पर, इसके वास्तुकार सर माइकल फिलोज़ ने वास्तुकला के इतालवी, टस्कन और कोरिंथियन शैली से प्रेरणा प्राप्त की थी. डाइनिंग रूम में 40-सीटर डाइनिंग टेबल है, जो एक सिल्वर ट्रेन ट्रैक से सुसज्जित है, जो pièce de résistance का एक हिस्सा है. ये ट्रेन खाने के साथ-साथ मेहमानों का मनोरंजन भी करती है. 

4. 1960 मॉडल की BMW कार

ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास एक 1960 मॉडल की BMW कार है. ये जय विलास महल में मौजूद विंटेज कार संग्रह का एक हिस्सा है. हालांकि, इन सबमें सबसे ख़ास Isetta (इस्सेटा) है. इटैलियन डिज़ाइन वाली इस माइक्रोकार की ख़ासियत है कि ये केवल तीन पहियों पर चलती है. विशेष अवसरों पर ही ये कार बाहर निकलती है. 

5. 3,500 किलो के दो झूमर

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जय विलास महल की भव्यता के बारे में अगर अब भी आपको अंदाज़ा नहीं हुआ हो, तो महल के भव्य दरबार हॉल के बारे में भी जान लीजिए. 1,240,771 वर्ग फुट में फैले इस महल का ये हॉल मुख्य आकर्षण है. इसके अंदरूनी हिस्से को गिल्ट और सोने के सामान से सजाया गया है. यहां एक विशाल कालीन और विशाल झूमर लगे हैं. 

रॉयल दरबार की छत पर टंगे हर झूमर का वज़न 3500 किलो है. कहा जाता है कि इन झूमरों को छत पर टांगने से पहले इंजीनियरों ने छत पर हाथी चढ़ाकर देखे थे कि छत वजन सह पाती है या नहीं. इन 12.5 मीटर ऊंचे झूमरों में से दो वर्तमान में 250 प्रकाश बल्बों की मदद से दरबार हॉल को रौशन करते हैं. कथित तौर पर ये दोनों झूमर दुनिया में सबसे बड़ी जोड़ी होने का रिकॉर्ड रखते हैं. 

बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया का परिवार राजनीति में तब से है जब से उनकी दादी विजयाराजे सिंधिया 1957 में गुना से लोकसभा सीट जीतकर संसद पहुंची थीं. दस साल कांग्रेस में रहने के बाद 1967 में वो जनसंघ में चली गईं. ज्योतिरादित्य के पिता और बुआ वसुंधरा राजे ने भी भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा था.