साल दर साल भारत में ‘वैलेंटाइन डे’ का क्रेज़ बढ़ता जा रहा है. अब साल भर लोग ‘वैलेंटाइन डे’ वीक का इंतज़ार करते हैं. ताकि वो दिल की बात और ज़ज़्बातों को ख़ास तरीक़े से बयां कर पायें. वैसे तो दिल की बात कभी भी कही जा सकती है, लेकिन ‘वैलेंटाइन डे’ की बात ही अलग है.
अब ख़ास दिन को सेलिब्रेट करने के लिये लोग ख़ास जगह भी ढूंढते हैं. ताकि जगह और जज़्बात मिल कर माहौल को ख़ुशनुमा बना दें. वैसे अगर इस बार आप ख़ास दिन प्यार के इज़हार के लिये ‘ताजमहल’ जाने की सोच रहे हो, तो ठीक ही सोच रहे हो. पर जो लोग आगरा नहीं जा सकते और उन्हें ‘ताजमहल’ देखने की बहुत चाहत है, तो आप काम करो.
‘ताजमहल’ की जगह उसकी परछाई से भी काम चला सकते हैं. यानि दुनिया में बहुत सी ऐसी जगहें हैं, जहां आपको ‘ताजमहल’ जैसी ख़ूबसूरती देखने को मिल जायेगी. चलो फिर ‘ताजमहल’ की परछाई देखने के लिये रेडी हो जाओ.
1. बीबी का मकबरा (औरंगाबाद)
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित ‘बीबी का मक़बरा’ एकदम ‘ताजमहल’ की कॉपी है. हांलाकि, इसका साइज़ ‘ताजमहल’ जितना नहीं है. पर हां इसकी ख़ूबसूरती देखकर आप आगरा के ‘ताजमहल’ में होने का अहसास ले सकते हैं. इस मक़बरे का निर्माण औरंगजेब के बेटे आजम शाह ने अपनी मां दिलसार के लिए कराया था. इसे भारत का छोटा ‘ताजमहल’ भी कहा जाता है.
दुबई का ‘ताज अरेबिया’ वेडिंग डेस्टिनेशन के लिये काफ़ी लोकप्रिय है. लोग करोड़ों रुपये ख़र्च करके यहां वेडिंग करने आते हैं. बेशुमार ख़ूबसूरती के लिये इसे ‘क्राउन ऑफ़ अरेबिया’ भी कहा जा सकता है. अगर आपके पास थोड़ा ज़्यादा पैसा है, तो ‘वैलेंटाइन डे’ पर यहां भी जा सकते हैं.
चीन जितना माहिर सस्ता माल बनाने में है, उतना ही माहिर किसी चीज़ की नकल करने में भी है. चीन जाने पर आपको वहां छोटा ‘ताजमहल’ दिखाई देगा. अगर पहले से ही चीन में हैं, तो इस छोटे ‘ताजमहल’ में जाकर अपनी मोहब्बत का इज़हार कर सकते हैं.
शाहजहां की तरह बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्होंने सच्ची मोहब्बत की एक निशानी खड़ी कर दिखाई है. ताज की तरह एक मोहब्बत की निशानी बुलंदशहर में भी है, जिसे लोग ‘कादरी का ताजमहल’ के नाम से जानते हैं. ये फै़ज़ल नामक शख़्स ने बनवाया था. हालांकि, इसमें अब संगमरमर नहीं लग पाया है.
बांग्लादेश का ‘ताजमहल’ फ़िल्म डायरेक्टर असनुल्ला ने बनवाया था. दरअसल, एक बार वो भारत घूमने के लिये आये थे. इस दौरान वो ‘ताजमहल’ से इतना प्रभावित हुए कि अपने देश में उन्होंने ऐसी इमारत का निर्माण करा डाला. कहते हैं कि भारतीय दूतावास ने इसे लेकर आपत्ति भी जताई थी.
दिल्ली का ये ‘ताजमहल’ सराय काले खां में बने ‘वेस्ट टु वंडर पार्क’ में बना हुआ है. कमाल की बात ये है कि इस तााजमहल को कबाड़ से तैयार किया गया है. फिर भी इतना ख़ूबसूरत है.