Sweet Potato यानि शकरकंद जिसे सर्दियों में आग में भूनकर खाया जाता है. उसका मीठा-मीठा स्वाद आग में भुनने के बाद सोंधा लगने लगता है. इसके अलावा बाज़ारों में भी उबली हुई शकरकंद को चाट मसाला लगाकर भी बेचा जाता है. मगर कुछ लोग इसे अपने तरीके से बनाने के चक्कर में इसके स्वाद को बेस्वाद कर देते हैं.

शकरकंद में शरीर को एनर्जी देने वाले कई पोषक तत्व होते हैं इसमें फ़ाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन और लवण भरपूर पाए जाते हैं. इसलिए ज़रा सी ग़लती के चक्कर में इसे ख़राब न करें.
ये हैं वो ग़लतियां जो आप करते हैं:
1. शकरकंद को बनाने से पहले उसमें छेद न करना

शकरकंद को पकाने से पहले उसमें छेद करना बहुत ज़रूरी है. क्योंकि पकते वक़्त अगर इसमें छेद नहीं किया तो ये Oven में फट सकती है.
2. पकने के समय का पता न होना

शकरकंद को पकाने के लिए 45 मिनट बहुत हैं. इसके अलावा इसके आकार पर निर्भर करता है. अगर आपको पता करना है कि शकरकंद पकी या नहीं तो फ़ोर्क से छेद करके देखें आसानी से छेद हो जाने पर पक गई समझ लें.
3. कटी हुई शकरकंद खरीदना

कटी हुई शकरकंद 100% हेल्दी नहीं होती है. किसी भी तरह के कट, ब्लम या गॉज से काटने पर इसकी पौष्टिकता ख़त्म हो जाती है. हालांकि, इसकी कोई डिश बनाने के दौरान इस कटी हुई शकरकंद का इस्तेमाल कर सकते हैं. मगर ध्यान रखने वाली बात ये है कि उन व्यंजनों के लिए इसका इस्तेमाल न करें जिनमें पूरे पकी हुई शकरकंद की ज़रूरत पड़ती है.
4. ठंडे पानी में कटी हुई शकरकंद न रखना

कटे हुए शकरकंद फ़्रिज में ही रखना चाहिए. मगर रेफ्रिजरेट जब भी करें तो ठंडे पानी के बिना न करें.
5. माइक्रोवेव में पकाना

शकरकंद को माइक्रोवेव में पकाने में समस्या ये है कि ये ठीक से पकता नहीं है और सख़्त रहता है.
6. छिलके हटाना

सेब और अमरूद के छिलकों की तरह ही शकरकंद के छिलके भी खाने में फ़ायदेमंद होते हैं. कई लोग इसे छीलकर खाते हैं, जबकि ऐसा करने पर वो उसके पोषक तत्वों को काटकर फेंक देते हैं. इसलिए अगली बार ऐसा न करें.
7. फ़्रिज में स्टोर करना

कई लोग बचा हुआ खाना या सब्ज़ियां फ़्रिज में रखते हैं. मगर शकरकंद को फ़्रिज में रखने से इसका बीच का हिस्सा कठोर हो जाता है. इससे इसका स्वाद ख़राब हो जाता है.
समझ गए न अब मत करना ये ग़लतियां.
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