शरीर में विटामिन-डी की पर्याप्त मात्रा का होना बहुत ज़रूरी है. क्योंकि विटामिन-डी की कमी से हमारे शरीर को बहुत सारे नुकसान होते हैं. जैसे, हड्डियों का कमज़ोर होना, बाल झड़ना, थकान होना और कमज़ोरी महसूस होना.
इसलिए ये जानना बहुत ज़रूरी है कि क्या खाएं, जिससे विटामिन-डी की कमी को पूरा कर सकें, और अगर विटामिन-डी की कमी है, तो कैसे जानें.
विटामिन-डी की कमी के लक्षण:
1. विटामिन-डी की कमी का असर सेरोटोनिन हार्मोन पर पड़ता है. जो मूड स्विंग्स की समस्या पैदा करता है.
2. हड्डियों में दर्द और कमज़ोरी महसूस होना. इसके अलावा शरीर के अलग-अलग हिस्सों की मांसपेशियों में लगातार दर्द भी इसका एक लक्षण है.
3. थकान महसूस होती है.
4. अगर आप अकसर तनाव में रहते हैं, तो ये विटामिन-डी की कमी का एक लक्षण है. ज़्यादातर महिलाओं को विटामिन-डी की कमी से डिप्रेशन या स्ट्रेस की समस्या हो जाती है.
5. विटामिन-डी की कमी से बाल झड़ने लगते हैं.
6. चोट लगने पर उसके भरने में काफ़ी समय लगता है.
7. विटामिन-डी की ज़्यादा कमी होने पर ज़रा सी चोट लगने पर हड्डी टूटने ख़ास तौर पर जांघों, पेल्विस और हिप्स में दर्द होता है.
विटामिन-डी की कमी के कारण क्या हैं:
1. सनस्क्रीन का बहुत ज़्यादा इस्तेमाल करने से सूरज की किरणें त्वचा तक पहुंच ही नहीं पाती हैं, जो विटामिन-डी की कमी का कारण बनता है.
विटामिन-डी की कमी इन चीजों से पूरी की जा सकती है:
1. विटामिन D3: सूर्य की रौशनी
विटामिन D3 का सबसे बेहतर स्रोत मानी जाती है धूप. इसके लिए सुबह जल्दी उठकर धूप लें. इससे चर्म रोग का ख़तरा भी कम होता है.
2. मछली खाने से
सैल्मन और टूना फ़िश खाने से विटामिन-डी की कमी पूरी हो जाती है. जिन लोगों को मछली नहीं पसंद, वो Egg yolk खाएं.
3. डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं
विटामिन-डी की कमी होने पर दूध, गाय का दूध, पनीर, दही, मक्खन, छाछ आदि का सेवन करें.
4. कॉड लिवर ऑयल का सेवन करें
कॉड लिवर ऑयल या मछली के तेल का सेवन करें. इसमें विटामिन-डी की भरपूर मात्रा होती है. इससे हड्डियों की कमज़ोरी दूर होती है.
5. गाजर खाएं
विटामिन-डी की कमी होने पर गाजर खाएं या फिर इसका जूस पिएं. इससे बहुत फ़ायदा होगा.
6. सोया दूध पिएं
इसके अलावा अपने आहार में सोया उत्पाद शामिल करें. सोया दूध का सेवन बहुत अच्छा रहता है.
7. मशरूम और मखाने खाएं
विटामिन-डी की कमी होने पर मशरूम और मखाने का सेवन भरपूर मात्रा में करें.
इसके अलावा विटामिन-डी काफ़ी कम है तो डॉक्टर से सलाह लें. इस स्थिति में इंजेक्शन के द्वारा विटामिन-डी का स्तर कुछ हद तक ऊपर लाया जा सकता है.