हम सभी सुबह उठकर आईने में अपना चेहरा ज़रूर निहारते हैं. अपने शरीर का भी बहुत ध्यान रखते हैं. मगर अपनी जीभ को क्यों भूल जाते हैं ? 

अगर आपको लगता है कि आपकी जीभ की कोई ख़ासियत नहीं है तो आप ग़लत हैं. जीभ शरीर का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला अंग है और फिर भी हम उसके बारे में न मात्र चीज़ें जानते हैं. ऐसा कैसा चलेगा भईया ! आख़िर थोड़ा भाव तो उसको भी मिलना चाहिए न. 

तो चलिए इसी बात पर पेश है जीभ से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य जो शायद आपको आज से पहले न पता हो. 

1. आपकी अन्य मांसपेशियों के विपरीत, आपकी जीभ कभी नहीं थकती. 

इतना तो आप जानते ही होंगे की हमारी जीभ एक मांसपेशी है. लेकिन क्या कभी आपने ध्यान दिया है कि हमारी टांगों और हाथों की माशपेशियों की तरह हमारी जीभ कभी नहीं थकती या उसमें दर्द होता है(चोट या किसी तरह की दूसरी स्थित हो तो अलग बात है). जबकि हमारी जीभ दिनभर गति में रहती है. दरअसल, हमारी जीभ 8 मांसपेशियों से मिलकर बनी है, इसके साथ ही बेहद लचीली भी है. शायद इसलिए कभी हम खाने से नहीं थकते! 

2. हर जीभ अलग होती है 

आपकी उंगलियों के प्रिंट की तरह हर जीभ का अपना एक अलग प्रिंट होता है. यानी इसे पहचान के एक तरीक़े के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. 

3. क्या आप अपनी जीभ घुमा सकते हैं? 

वैज्ञानिक अभी भी खोज कर रहे हैं कि आख़िर क्यों आबादी का एक बड़ा प्रतिशत अपनी जीभ को ‘U’ आकार में कर सकता है बाक़ी नहीं. कई वैज्ञानिक का मानना है की ये genetic है तो कुछ का कहना कि हमारी बोलने वाली भाषा पर भी इसका असर पड़ता है. 

4. जीभ कभी थकती नहीं है लेकिन मोटी हो सकती है   

हमारी जीभ थकती नहीं है लेकिन आहार अपना वजन बढ़ता है तो जीभ का भी वजन बढ़ने लगता है. इसके अलावा, खर्राटे और नींद की समस्या एक मोटी जीभ होने की वजह हो सकती है! 

हमारी जीभ थकती नहीं है लेकिन आहार अपना वजन बढ़ता है तो जीभ का भी वजन बढ़ने लगता है. इसके अलावा, खर्राटे और नींद की समस्या एक मोटी जीभ होने की वजह हो सकती है! 

5. आपकी जीभ वास्तव में अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग स्वादों को महसूस नहीं करती है. 

हमेशा से हम पढ़ते आए हैं कि जीभ के अलग-अलग क्षेत्र हमें स्वाद का पता बताते हैं. लेकिन यह ग़लत है. दरअसल, जीभ के किसी भी हिस्से से स्वाद का पता लगाया जा सकता है. अलग हिस्से उस स्वाद की तीव्रता का पता लगाते हैं. 

वैसे, टेस्ट बड्स वास्तव में हमारे जीवन को बचाने का प्रकृति का एक तरीक़ा है, क्योंकि ये टेस्ट बड्स हमें खाने से पहले ख़राब या ज़हरीले भोजन की पहचान करने में मदद करते हैं. 

6. केवल अपनी जीभ का उपयोग करके किसी चीज़ के स्वाद को बता पाना नामुमकिन है. 

अगर आप नाक बंद करके कोई टॉफ़ी खाएंगे तो आपकी जीभ केवल ये बता सकती है कि वो मीठी है. मगर आप ये नहीं बता सकते की वो चीज़ का स्वाद आख़िर में किस तरह है यानी चॉकलेट की तरह है या स्ट्रॉबेरी की तरह. 

इसका मतलब आपकी जीभ स्वाद में अंतर नहीं कर सकती है क्योंकि ये काम नाक का है. 

7. जीभ शरीर का वो हिस्सा है जो सबसे जल्दी ठीक होता है 

कितना बार ऐसा होता है कि हम कुछ खाते या बोलते समय अपनी जीभ धोख़े से काट लेते हैं. मगर चंद मिनटों बाद ही दर्द भी सही हो जाता है. ये सब हमारे मुंह में मौजूद tissue और थूक की वजह से ऐसा होता है. 

8. जीभ का रंग बताएगा आपकी सेहत का हाल 

जीभ का रंग और उस पर जमी परत कई बार बीमारियों के संकेत देती हैं. अगर गुलाबी है तो सब ठीक है. अगर लाल है ज़्यादा तो शायद कोई इंफ़ेक्शन हो गया है.पीला यानि पेट ख़राब या लिवर की कोई समस्या. सफ़ेद मतलब पानी की कमी. 

ख़ैर, यदि आपको कुछ लगे तो कृपया किसी डॉक्टर को ही दिखाएं.   

Awesome Illustrations by Saloni