अगर आप लखनऊ के बाहर किसी सुकून भरी जगह पर कुछ दिन गुज़ारने की सोच रहे हैं और आपकी पौराणिक कथाओं में भी दिलचस्पी है, तो हस्तिनापुर आपके लिए सबसे मुफ़ीद जगह रहेगी. उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले में स्थित हस्तिनापुर में आपको हिंदू और जैन दोनों ही धर्मों की कई रोचक कहानियां जानने को मिलेंगी. ये जगह धार्मिक कारणों से तो लोकप्रिय है ही, साथ ही अपनी प्राकृतिक विरासत के लिए भी पर्यटकों की फ़ेवरेट डेस्टिनेशन है.

यहां मिलेगा इतिहास और आध्यात्म का अनूठा संगम

महाभारत काल में हस्तिनापुर कुरु वंश के राजाओं की राजधानी थी. इसके अलावा, जैन ग्रंथों में भी इस जगह का बार-बार उल्लेख मिलता है. इस जगह को तीन जैन तीर्थंकरों का जन्म स्थान माना जाता है. हस्तिनापुर का महत्व ब्रिटिशकाल के दौरान और बढ़ गया था, जब स्थानीय राजा ने यहां कई मंदिरों की स्थापना की थी. 

शहर के सबसे प्रसिद्ध जैन मंदिरों में श्री श्वेतांबर जैन अष्टापद तीर्थ, कैलाश पर्वत रचना, जम्बूद्वीप जैन तीर्थ, दिगंबर जैन मंदिर और अन्य प्रमुख हैं. साथ ही, कर्ण मंदिर और पांडेश्वर मंदिर भी यहां मौजूद हैं. इतना ही नहीं, यहां से महज़ 2.5 किलोमीटर दूर सैफ़पुर में भाई धर्म सिंह गुरुद्वारा भी है. 

ऐसे में अगर आप किसी धार्मिक स्थल पर मन की शांति के लिए जाना चाहते हैं, तो फिर हस्तिनापुर निश्चित तौर पर आपको वो सुकून देगा.

प्रकृति के बीच में रहने का मिलेगा मौका

हस्तिनापुर में वन्य जीव अभयारण्य भी है, जहां आपको प्रकृति के कुछ बेहतरीन नज़ारे देखने को मिलेंगे. ये अभयारण्‍य 2073 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जो गंगा नदी के किनारे की दलदली भूमि पर स्थित है. ये कई प्रजातियों के पशुओं और जीवों का घर है, साथ ही साथ विशेष प्रकार की वनस्‍पति भी यहां पाई जाती है. 

कैसे पहुंचेंगे यहां?

अगर आप लॉन्ग ड्राइव का सोच रहे हैं, तो फिर यहां पहुंचने में क़रीब 9 घंटे लग सकते हैं. वैसे आप मेरठ तक ट्रेन से भी जा सकते हैं या फिर दिल्ली के लिए सीधे फ़्लाइट पकड़ लें. उसके बाद आप हस्तिनापुर आसानी से पहुंच जाएंगे. यहां का मौसम भी लखनऊ के जैसा ही है, ऐसे में यहां एडजस्ट करना काफ़ी आसान रहेगा.

Source: knocksense