महिलाओं से जुड़े ऐसे कई विषय हैं जिन पर ज़रूरत से कम बात होती है. उदाहरण के लिए Periods या माहवारी को ही ले लेते हैं. घूमते-फिरते भी कहीं ये शब्द सुनाई दे तो कुछ लोग ऐसे झेंप जाते हैं कि पूछिये मत! आज भी बहुत से पढ़े-लिखे लोगों के दिमाग़ में यही बात है कि Periods लड़कियों और महिलाओं की एक लाइलाज-बीमारी है.

दिमाग़वालों! Periods कोई बीमारी नहीं है. महिलाओं के अंडाशय(Ovary) में हर महीने एक अंडाणु(Egg) बनता है. उसे ग्रहण करने के लिए गर्भाशय(Uterus) ख़ुद को तैयार करता है, Cells और Tissue से. वक़्त पर Fertilization न होने पर ये दीवार जैसी चीज़ टूट जाती है. यही है माहवारी, मासिक धर्म, Periods या Menstrual Cycle. ये कोई बीमारी नहीं है. ये उतना ही प्राकृतिक है जितना कि आपका सांस लेना.
Periods के दौरान आज भी ज़्यादातर महिलाएं और लड़कियां कपड़े का प्रयोग करती हैं. ये न सिर्फ़ अस्वच्छ है बल्कि इससे स्वास्थ्य को भी कई ख़तरे हैं. फिर भी हमारे देश में पहले के मुक़ाबले अब Sanitary Napkins या Pad का प्रयोग बढ़ गया है. महिलायें स्वस्थ और स्वच्छ Periods की आदतें अपना रही हैं.

Sanitary Napkin, कपड़ों से बेहतर हैं, इसमें कोई शक़ नहीं. लेकिन इनमें कई ख़ामियां भी हैं. ये न सिर्फ़ महंगे होते हैं बल्कि इन से हमारा वातावरण भी दूषित होता है. सरकार द्वारा 12% GST लगाने के बाद ये और अधिक महंगे हो गये हैं. Sanitary Napkin के कई Side-effects भी हैं, कुछ महिलाओं को इनके प्रयोग से Rashes और ख़ुजली हो जाती है. इसके अलावा कपड़ों के गंदे होने का डर भी हमेशा ही बना रहता है.
यही नहीं Sanitary Napkins वातावरण को भी दूषित करते हैं. उन्हें हम कागज़ में लपेटकर Dispose तो कर देते हैं, लेकिन जहां कचरा अलग-अलग किया जाता है वहां सफ़ाई कर्मचारी Pads को अपने हाथों से अलग करते हैं.

The Hindu की एक रिपोर्ट के अनुसार में भारत में Menstruating Age की महिलाओं में सिर्फ़ 12 प्रतिशत ही Sanitary Napkin का उपयोग कर सकती हैं. पर ये महिलायें ही उम्रभर में लगभग 21.3 बिलियन Sanitary Napkins डिस्पोज़ करती हैं. Pads में सिर्फ़ Cotton नहीं, प्लास्टिक भी होता है जिसे नष्ट करना आसान नहीं होता.
तो क्या कोई दूसरा विकल्प है कपड़े और Pads के अलावा, जिससे स्वच्छता भी मिले और पर्यावरण भी दूषित न हो?
क्या है Menstrual Cup?
Menstrual Cup एक Flexible Cup है जिसे Periods के दौरान इस्तेमाल किया जाता है. ये Medical Grade Silicon से बनाया जाता है और एक Bell जैसा दिखता है. Periods के दौरान इसे Vagina के अंदर पहना जाता है.
ये है Menstrual Cup-

Menstrual Cups न सिर्फ़ Sanitary Napkins से सस्ते होते हैं बल्कि इन्हें आसानी से Carry किया जा सकता है. सबसे अच्छी बात ये है कि 1 Cup कई सालों तक आराम से इस्तेमाल किया जा सकता है. ये कप Period Blood को स्टोर कर लेता है और Flow के अनुसार कुछ घंटों के अंतराल में आप इसे निकालकर, खाली कर Cup को धोकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं.
Menstrual Cups से कपड़ों पर दाग लगने की भी चिंता से मुक्ति मिल जाती है.
कैसे करें इसका इस्तेमाल?

Cup को C-Shape में मोड़कर Vagina में Insert करना होता है. ये Flexible होता है इसलिये वापस अपने Shape में आ जाता है.
Menstrual Cups इस्तेमाल करने के फ़ायदे?
बहुत हैं भाई
1. एक Menstrual Cup सालों तक काम करता है, यानि हर महीने के Sanitary Napkin के ख़र्चे से आज़ादी.
2. किसी भी Position में सोने की आज़ादी.
3. बार-बार Pad बदलने के झंझट से मुक्ति.
4. Tampons में Menstrual Cups के मुक़ाबले ज़्यादा Chemicals होते हैं, यानि Cups इस्तेमाल करने से बीमारियों का डर कम रहेगा.
5. बार-बार किसी लड़की से दाग तो नहीं लगा, पूछना नहीं पड़ेगा.
6. आपके पर्स का भार ज़रा कम हो जायेगा.
7. Periods को समझने में मिलेगी मदद. ये ज़रूरी है.

Periods के दिनों में ऐसा लगता है जैसे इसी के इर्द-गिर्द दुनिया हो गई हो. दाग लगने की टेंशन तो होती है, Hormones आपे से बाहर हो जाते हैं सो अलग. कहीं घूमने-फिरने के वक़्त तो हालत और गंभीर हो जाती है.
जिस पल से आप Menstrual Cups का इस्तेमाल करना शुरू करेंगे, फ़र्क आप ख़ुद महसूस करेंगे. Pads से Cups तक का रास्ता आसान नहीं, हिचकिचाहट, डर सब महसूस होंगे. लेकिन एक आज़ादी भी महसूस होगी. ऐसा भी होगा कि Cup निकालने में आपको परेशानी हो. दिमाग़ में ख़्याल आयेंगे कि कहीं ये Uterus में चला गया तो (वैसे ये असंभव है). Cup खाली करते वक़्त Period Blood फैल सकता है, पर घबराने की ज़रूरत नहीं है, ये सिर्फ़ Period Blood ही है. Cups के इस्तेमाल से Hymen Layer भी टूट सकती है.
अंत में, एक बात जो कहना ज़रूरी है, Period पर बात करें, ये कोई बीमारी नहीं है. Feel Free To Bleed.